राजनीति हो और प्रतिस्पर्धा न हो, ऐसा हो सकता है क्या? परंतु राजनीति सदैव एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए हो, ऐसा भी नहीं है।
हाल ही में शशि थरूर ने एक भावुक कथा ट्विटर पर शेयर करते हुए बताया कि कैसे एक बच्ची निहारिका के लिए जो आवश्यक उपचार है, उसमें बाधा आ रही थी। निहारिका को High Risk Neuroblastoma नामक बीमारी है, जिसमें वह स्टेज 4 से जूझ रही है।
इसके लिए जो औषधि आती है, उसपर काफी GST लगता है। निहारिका के अभिभावकों ने इसके संबंध में एक पत्र भी संबंधित एजेंसियों को लिखा, परंतु जब बात नहीं पहुंची, तो शशि थरूर ने आवाज़ उठाई, और निर्मला सीतारमण तक जब ये बात पहुंची, तो उन्होंने भी इस विषय पर संवेदनशीलता दिखाते हुए 7 लाख रुपये का जीएसटी माफ कर दिया।
A #GoodNewsStory ! pic.twitter.com/OMw9Tarh0t
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 28, 2023
कभी कभी ऐसी परिस्थितियाँ आती है, जब आपको अपने मतभेद छोड़कर मानव कल्याण के लिए अपना अतुलनीय योगदान देना पड़ता है, और ऐसे में निर्मला सीतारमण और शशि थरूर का यह प्रयास काफी सराहनीय है।
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