“आज पूरी दुनिया भारत को लेकर एक विश्वास से भरी हुई है। दुनिया भर के एक्सपर्ट और इकोनॉमिस्ट कह रहे हैं कि ये भारत का समय है, यानि ये India का moment है”। इस लेख में पढिये पीएम मोदी के इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में दिए गए (India Today Conclave 2023) व्याख्यान से, कैसे उन्होंने एक ही तीर से कई निशाने साधे।
“पहले घोटालों की खबरें आती, अब उनपर एक्शन की खबरें आती है”
18 मार्च को India Today Conclave 2023 के समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्बोधन देने आए। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने देश की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, और साथ ही साथ बातों ही बातों में टूलकिट गैंग को भी घेरा।
India Today Conclave 2023 में अपने सम्बोधन के समय प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचारियों पर एक्शन के संबंध के बारे में बोला, “पहले भ्रष्टाचार की खबरें आते थीं, न्यूज हेडलाइन में ये आता था कि इतने करोड़ का अब भ्रष्टाचारियों पर एक्शन और उनके लामबंद होकर सड़कों पर उतरने की खबरें आती हैं। दुनिया के बड़े अर्थशास्त्री, एनालिस्ट और थिंकर आज के समय को भारत का समय बता रहे हैं”।
पीएम ने ये भी कहा कि दुनिया कई संकटों का सामना कर रही है। एक तरफ 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी (कोरोना) तो दूसरी तरफ रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध। ऐसे समय में जब पूरी दुनिया की सप्लाई चेन प्रभावित है ‘द इंडिया मूमेंट’ की बात होना आम बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल मैनुफैक्चरर्स और स्मार्टफोन डेटा कंज्यूमर है। इतना ही नहीं, पीएम ने बताया कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको-सिस्टम है।
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भारत की प्रगति से जलते हैं कुछ लोग
India Today Conclave 2023 में परंतु पीएम मोदी उतने पे नहीं रुके। उन्होंने बातों ही बातों में उन लोगों को भी निशाने पर लिया, जो मोदी विरोध के नाम पर तरह तरह के मंचों से भारत के विरुद्ध विष उगलते हैं।
पीएम मोदी के अनुसार, “आज हमारा अर्थतंत्र मजबूत है, बैंकिंग सिस्टम मजबूत है, ये हमारे इंस्टीट्यूशन्स की ताकत है। हमने दूर सुदूर तक कोरोना की वैक्सीन पहुंचाई, दोस्तों 20 करोड़ से अधिक डोज़ लगवाई, ये हमारे इंस्टीट्यूशन्स की ताकत है। मुझे लगता है हमारी डेमोक्रेसी और हमारे डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूशन्स पर इसी वजह से, यह सफलता ही कुछ लोगों को चुभती है। इसीलिए हमले भी हो रहे हैं। लेकिन मुझे विश्वास है, इन हमलों के बीच भी भारत, अपने लक्ष्यों की तरफ तेज़ी से आगे बढ़ेगा, अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा”।
The reason why few are attacking our Institutions and Democracy is because Indian Banking system and Economy is strong and robust. We not only developed Covid vaccine but helped the world. We should be proud of our Democracy and Institutions. pic.twitter.com/PRD3cRTLqH
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) March 18, 2023
पीएम मोदी का इशारा अप्रत्यक्ष रूप से राहुल गांधी समेत हर उस व्यक्ति की ओर था, जिन्होंने मोदी विरोध के नाम पर भारत की अखंडता पर प्रश्नचिन्ह लगाने में कोई कसर अधूरी नहीं छोड़ी। ब्रिटेन यात्रा की आड़ में राहुल गांधी ने सार्वजनिक तौर पर अन्य देशों से भारत में हस्तक्षेप करने की गुहार भी लगाई, वो अलग बात है कि घनघोर आलोचना के चलते उन्हे बाद में अपना रुख बदलना पड़ा।
भारत का कोई भी कोना अछूता नहीं रहेगा
इन सबके अतिरिक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2023 के शुरुआती 75 दिनों की उपलब्धियाँ गिनवाईं। उन्होंने बताया, “इसी साल देश का ग्रीन बजट आया। शिवमोगा में एयरपोर्ट का लोकार्पण हुआ। मुंबई मेट्रो के अगले फेज की शुरुआत हुई। देश का सबसे बड़ा रीवर-क्रूज चालू हुआ। बेंगलूरू-मैसूर एक्सप्रेस वे की शुरुआत हुई। मुंबई से विशाखापट्नम के लिए वंदे भारत ट्रेन शुरू हुई।
पीएम ने कहा कि तुमकुरु में एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर फैक्ट्री का लोकार्पण भी 2023 में हुआ। हजारों की संख्या में विदेशी डिप्लोमैट और प्रतिनिधि जी-20 के बैठकों में शामिल होने भारत आए। उन्होंने शनिवार को ही भारत-बांग्लादेश के बीच गैस पाइपलाइन के लोकार्पण की बात भी कही।
इसी सम्बोधन में उन्होंने पूर्वोत्तर के प्रति अपनी कमिटमेंट को कटिबद्ध रखते हुए कहा, “हमने नॉर्थ ईस्ट के लोगों को ह्यूमन टच से जोड़ा है। पहले नॉर्थ-ईस्ट के लोगों को दिल और दिल्ली की दूरी अखरती थी। अब सरकार के मंत्री लगातार नॉर्थ ईस्ट का दौरा करते हैं। मैं खुद हाफ सेंचुरी लगा चुका हूँ”।
पीएम मोदी गलत भी नहीं है। कभी प्राथमिकता की सूची में अंतिम स्थान पर रहने वाला पूर्वोत्तर अब पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि दिल्ली, यूपी, एमपी, गुजरात, दक्षिण भारत के प्रांत से जुड़े मामले। इसके अतिरिक्त जिस प्रकार से उन्होंने बिना नाम लिए टूलकिट गैंग की धुलाई की है, उससे उन्होंने स्पष्ट संदेश भेजा है : भारत का अहित चाहने वाले उनकी चुप्पी को उनकी कमजोरी न समझे!
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