Maidaan Teaser: क्या आखिरकार एक विशुद्ध भारतीय स्पोर्ट्स ड्रामा देखने को मिलेगी?

अभी नहीं तो कभी नहीं....

“आज मैदान में उतरना ग्यारह, लेकिन दिखना एक!”

Maidaan Teaser: सिर्फ एक संवाद अगर आपको एक फिल्म के लिए उत्सुकता बढ़ा दे, तो कुछ तो बात होगी इस फिल्म में। कहते हैं, एक टीज़र से सम्पूर्ण फिल्म को जज नहीं किया जाता, परंतु “मैदान” की बात ही कुछ और है।

इस लेख में पढिये  कि कैसे “मैदान” (Maidaan Teaser) स्पोर्ट्स ड्रामा को तरस रहे भारतीय दर्शकों के अधूरे ख्वाब को पूरा करेगी, तो अविलंब आरंभ करते हैं।

वर्षों के विलंब के बाद प्रस्तुत है “मैदान”….

हाल ही में “Maidaan” का teaser प्रदर्शित हुआ है, और मात्र 24 घंटों में इसने केवल यूट्यूब पर 3 करोड़ से अधिक व्यूज़ कमा लिए हैं। यह फिल्म काफी चर्चा में बनी हुई थी, परंतु अनेकों कारण से ये प्रोजेक्ट अधर में लटका हुआ था।

“मैदान” की घोषणा 2019 में हुई, और इसे 2021 तक पूरा किया गया। परंतु कोविड 19 की महामारी से ये भी अछूता नहीं रहा। 2022 में इसे जून में प्रदर्शन का स्लॉट मिला, परंतु इस फिल्म के प्रोडक्शन में इतनी बाधाएँ आई कि ये फिल्म अब जाकर 23 जून को प्रदर्शित हो रही है।

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अजय को मिल सकता चौथा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार?

परंतु “मैदान” है किस बारे में? विगत कुछ वर्षों से भारतीय फिल्म उद्योग की रुचि स्पोर्ट्स में काफी बढ़ी है, और वे केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं रहना चाहते। इसी दिशा में अमित रविन्द्रनाथ शर्मा ने “मैदान” की रचना की है।

बहुत कम लोग जानते हैं कि ये अमित शर्मा की केवल तीसरी फिल्म है, और उनकी प्रथम एवं दूसरी फिल्म में आकाश पाताल का अंतर है। कौन विश्वास करेगा कि जिस व्यक्ति ने “तेवर” जैसी फिल्म से अपना फिल्मी डेब्यू किया था, वो कुछ ही वर्ष बाद “बधाई हो” जैसी फिल्म भी बनाएगा?

अब यही व्यक्ति भारतीय फुटबॉल के स्वर्णिम युग को केंद्र में रखकर “मैदान” बनाए हैं।

जब हैदराबाद सिटी पुलिस के फुटबॉल टीम के कोच, और पेशे से शिक्षक, सैयद अब्दुल रहीम ने 1950 में भारतीय टीम की कमान संभाली थी, तब किसी को नहीं पता था कि जल्द ही उनके निर्देशन में भारतीय फुटबॉल एक समय एशिया की सबसे ताकतवर टीम बन जाएगी।

आज जो कद फुटबॉल में दक्षिण कोरिया का है, एक समय वही कद और सम्मान भारत का भी था, और इसी के प्रणेता सैयद अब्दुल रहीम के कारनामों पर आधारित है “मैदान”।

तो इसका अजय देवगन से क्या लेना देना? असल में अजय देवगन ही सैयद अब्दुल रहीम का किरदार निभाने जा रहे हैं, और उनका साथ देने के लिए प्रियामणि, गजराज राव, रुद्रनील घोष जैसे किरदार इस फिल्म में उपस्थित रहेंगे।

केवल इतना ही नहीं, इस फिल्म की पटकथा साइविन कदरूस [Saiwyn Quadras] एवं रितेश शाह की जोड़ी ने लिखी है, जिन्होंने “परमाणु”, “नीरजा”, “रेड” जैसी कई दमदार कहानियों को अपने कलम से सींचा है।

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Maidaan Teaser: क्या मैदान करेगी स्पोर्ट्स लवर्स का अधूरा सपना पूरा?

ऐसे में प्रश्न ये उठता है : क्या “मैदान” भारतीय स्पोर्ट्स फिल्म में एक अलग पैमाना बना पाएगी? ये कहना थोड़ा कठिन होगा, क्योंकि भारत में स्पोर्ट्स ड्रामा के नाम पर कई फिल्में बनी है, पर उनमें खेल को छोड़कर हर वस्तु की चर्चा की जाती है।

“अज़हर” हो, “गोल्ड” हो या फिर “रश्मि रॉकेट”, खेल मात्र औपचारिकता है, असल में अपना एजेंडा जो चलाना है। “83” तो वो उदाहरण है, कि कैसे स्पोर्ट्स ड्रामा न बनाई जाए।

अब हर कोई तो नीरज पांडे है नहीं, जो “एम एस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी” जैसी कालजयी क्लासिक दे दे। परंतु “मैदान” एक अपवाद बन सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब बात धीर गंभीर व्यक्तित्व को निभाने की हो, तो अजय देवगन का कोई सानी नहीं है।

सैयद अब्दुल रहीम का जैसा जीवन था, उस अनुसार वे इस फिल्म के लिए एकदम उचित है। यहाँ ये देखना रोचक होगा हेलसिंकी ओलंपिक की असफलता से लेकर मेलबर्न ओलंपिक और फिर जकार्ता एशियाई खेलों के स्वर्णिम अवसरों को वे अपने शैली में कैसे चित्रित करते हैं।

इसके अतिरिक्त जिस प्रकार टीज़र के संगीत ने दर्शकों की उत्सुकता बढ़ाई है, यदि इसका आधा भी “मैदान” एक सफल चित्रण में परिवर्तित करती है, तो विश्वास मानिए, 23 जून 2023 को भारतीय सिनेमा में “मैदान” एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होगा, और इसे चार भाषाओं में प्रदर्शित करा अजय देवगन एवं अमित रवीन्द्रनाथ शर्मा यही सिद्ध करना चाहते हैं, और यहाँ चूकना विकल्प नहीं है।

Sources :

https://www.youtube.com/watch?v=08_d4byzPcg&t=2s

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