एक मेगा क्लैश ने कराई भारतीय सिनेमा की शानदार वापसी!

एक "सबका साथ सबका विकास" ऐसा भी!

गदर 2 vs ओएमजी 2: भारतीय फिल्म उद्योग ने 11 अगस्त को एक पुनर्जागरण का अनुभव किया है, जब सिनेमाई दिग्गजों के बीच एक जबरदस्त क्लैश ने सफलता की लौ को फिर से प्रज्वलित कर दिया और फिल्म देखने वालों और वितरकों को पुनः खुशियां मनाने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया। क्या बॉलीवुड क्या पैन इंडिया, इस बार मनोरंजन सर चढ़कर बोला, और दर्शकों को वही मिला जो वे चाहते थे।

प्रारम्भ करते हैं तमिल फिल्मकार नेल्सन दिलीपकुमार से. “बीस्ट” में जोसफ विजय के प्रदर्शन से जिनके प्रभाव पर प्रश्नचिन्ह लग चुका था, उसी नेल्सन विजयकुमार ने रजनीकांत के साथ एक दांव खेला, “जेलर” के रूप में, जो अत्यंत सफल सिद्ध हुआ. फिल्म, घरेलू और वैश्विक स्तर पर, आश्चर्यजनक संख्या में कमाई करते हुए, एक शानदार सफलता के रूप में उभरी है। अपनी थियेट्रिकल रिलीज़ से पूर्व, “जेलर” ने अकेले अग्रिम बुकिंग के माध्यम से 18 करोड़ रुपये की कमाई की थी।

शुरुआती दिन का कलेक्शन ४८ करोड़ रुपये तक पहुँच गया, वो भी केवल भारत में। जैसे-जैसे आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं, भविष्यवाणियां बताती हैं कि “जेलर” दुनिया भर में 300 करोड़ अर्जित करने की ओर अग्रसर है। यह अद्वितीय सफलता न केवल इस वर्ष पैन इंडिया उद्योग को वापिस लाती है, अपितु भारतीय सिनेमा में प्रतिस्पर्धा का एक नया मंच प्रदान करती है!

परन्तु रजनी अन्ना अकेले अकेले कैसे मजे लूटते? आ गए अपने हैंडपम्प लेकर सन्नी पाजी, अर्थात “गदर 2” आ गई सिनेमा में! “ओएमजी 2” और रजनीकांत की “जेलर” से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करने के बावजूद, फिल्म ने सभी बाधाओं को पार किया। 20 लाख से अधिक टिकटों की विशाल एडवांस बुकिंग के साथ 40.1 करोड़ रुपये का आश्चर्यजनक कलेक्शन कर “ग़दर २” ने अपने लिए एक अलग पैमाना स्थापित किया है।

तो इसमें क्या अनोखी बात है? सफल तो “पठान” भी हुई थी! यहाँ कुछ अलग है, क्योंकि एक तो “गदर 2” सोलो रिलीज़ नहीं है, दूसरा उसे नीचे गिराने के लिए २००१ की भांति क्रिटिक्स एक सुनियोजित अभियान चला रहे हैं, चाहे ऑनलाइन या ऑफलाइन! परन्तु जिसपर जनता ने अपनी मोहर लगा दी, उसके समक्ष कौन से क्रिटिक की चली है? मात्र दो दिनों में इस फिल्म ने मूल बजट यानी ७५ करोड़ को पार करते हुए ८३ करोड़ का घरेलू कलेक्शन किया, और साथ ही वैश्विक स्तर पर १०० करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लिया. वर्तमान रिपोर्टों के अनुसार इस फिल्म ने ३ दिनों में सिर्फ घरेलू कलेक्शन में १२५ करोड़ का आंकड़ा पार किया है, और शीघ्र ही ये हफ्ता ख़त्म होते होते २०० करोड़ में प्रविष्ट हो सकती है.

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वैसे भी, जिस फिल्म के लिए कई राज्य मध्यरात्रि के पश्चात के शो आयोजित कराने को तैयार हो, उसमें कुछ तो बात होगी ही. परन्तु इस पार्टी में एक और खिलाड़ी सम्मिलित हुआ है – “OMG २“. इस फिल्म पर प्रारम्भ से ही विवादों का साया रहा है. सेंसर बोर्ड तक इससे अधिक प्रसन्न नहीं था, परन्तु अब ऐसा लगता है कि इसे अपना दर्शक वर्ग मिल चुका है. लगभग ७० करोड़ के बजट पर बनी ये फिल्म अब तक ४४ करोड़ का कलेक्शन अर्जित कर चुकी है.

इन रिलीज़ों के उत्साह ने भारतीय सिनेमा की विजयी वापसी को बहाल कर दिया है। जो सफलता ये अर्जित कर लिए, वह लाख चाहने पर भी “पठान” न अर्जित कर पाई। एक वितरक के दिल की कुंजी उन फिल्मों में निहित होती है जो न केवल जनता को प्रभावित करती हैं बल्कि कैश रजिस्टर को भी उन्माद में डाल देती हैं। इस संबंध में, “जेलर” और “गदर 2” उसी उपलब्धि के लिए सम्मान के योग्य है।

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11 अगस्त को सिनेमाई दिग्गजों का क्लैश भारतीय सिनेमा के लिए वरदान सिद्ध हुआ। “जेलर,” “गदर 2,” और “ओएमजी 2” की शानदार सफलता उद्योग की जीवंत ऊर्जा और रचनात्मक शक्ति के पुनरुद्धार की शुरुआत करती है। बॉक्स ऑफिस धूम मचा रहा है, और दर्शक खुश हैं – एक आदर्श संगम जो भारतीय सिनेमा के गौरवशाली दिनों के पुनरुत्थान का संकेत देता है।

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