मल्लिकार्जुन खड़गे: किसी व्यक्ति के विरोध में आप किस स्तर तक जा सकते हैं? उसका मौखिक विरोध करेंगे, नहीं तो दो दो हाथ करेंगे, या फिर उसका बहिष्कार करेंगे? परन्तु कांग्रेस की थीसिस दूसरी है. किसी एक व्यक्ति से अपनी शत्रुता को ये देश से शत्रुता बना देते हैं, जिसका एक और निराशाजनक उदहारण हमें हाल ही में देखने को मिला है.
निर्लज्जता में आप कितना नीचे गिर कर सकते हो? कांग्रेस के पास इसका उत्तर है!
तर्कसंगतता की शाश्वत प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस ने अक्सर पीएम मोदी के प्रति अपनी घनघोर घृणा का प्रदर्शन किया है। उन्होंने अपना असंतोष व्यक्त करने के लिए हर संभव रास्ता अपनाया है, उग्र भाषणों से लेकर ट्विटर ट्रेंड्स तक, भले हाथ कुछ न लगे। लेकिन इस बार, उन्होंने आगे बढ़ने और ज्वलंत सवाल का जवाब देने का फैसला किया है: आप वास्तव में अपनी नफरत में कितनी दूर तक जा सकते हैं?
Thank you for saying what we always knew – Congress puts party before the Nation.
The program at Red Fort is a collective celebration, when the entire nation comes together. Timing of Party program(s) can always be tweaked.
In any case – you now have atleast five more years to… https://t.co/5rnlNsHQPL
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) August 15, 2023
परन्तु ये सब बातें हो क्यों रही है? असल में इस वर्ष लाल किले पर प्रधानमंत्री के सम्बोधन का कांग्रेस (मल्लिकार्जुन खड़गे) ने आधिकारिक रूप से बहिष्कार किया है! लगभग सभी ने उपस्थिति दर्ज कराई, सिवा कांग्रेस के!
मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए नौटंकी सर्वोपरि
गाँधी वाड्रा परिवार की तो बात ही छोड़िये, मल्लिकार्जुन खड़गे तक समारोह से पीछे खिसक लिए. इसके पीछे महोदय के बहाने सुनिए. पहले तो इन्होने कहा कि इन्हे आँख में समस्या थी, और फिर तुरंत ही कांग्रेस पार्टी के प्रमुख कार्यालय [हेडक्वॉर्टर्स] में ये स्वतंत्रता दिवस समारोह हेतु पहुँच गए. इतनी जल्दी तो कोविड की वैक्सीन भी असर नहीं दिखाती!
ये समझ में आता है कि कांग्रेस पार्टी पीएम मोदी से सहमत नहीं, परन्तु ऐसा विरोध? इतनी घृणा लेकर आखिर कहाँ जाएंगे ये लोग? पहले नवीन संसद परिसर, और अब ये, क्या इनकी निर्लज्जता की कोई सीमा नहीं!
भगवान ही भला करे कांग्रेस का!
खड़गे ने, एक जादूगर की तरह टोपी से खरगोशों को बाहर निकालते हुए, अपनी विशिष्ट अनुपस्थिति को उचित ठहराने का प्रयास किया। उन्होंने देश को ये भी आश्वासन दिया कि पीएम मोदी अगले साल व्यक्तिगत रूप से अपने घर पर ही राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। अगर यह पर्याप्त नहीं था, उन्होंने उदारतापूर्वक अगले 15 अगस्त को लाल किले से देश की उपलब्धियों को प्रस्तुत करने का वादा किया। दिमाग चकरा देने वाला, है ना? दूरदर्शिता, दुस्साहस – यह एक दुर्लभ संयोजन है।
#WATCH | Congress President Mallikarjun Kharge says government trying to muzzle the voice of the opposition
"Opposition MPs in Parliament being suspended…Sansad mein jab mein khud hi baat karne ke liye uthta hun toh mera mike bandh ho jata hai…" pic.twitter.com/VMmhmjLJdH
— ANI (@ANI) August 15, 2023
यह बात तो आपको माननी ही होगी कि कांग्रेस और विवादों का चोली दामन का साथ रहा है। लेकिन स्वतंत्रता दिवस के संबोधन का भव्य बहिष्कार, उनके मानकों के अनुसार भी, अज्ञात क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है। ऐसा लगता है जैसे उन्होंने राजनीतिक संवेदनशीलता से अलग हटकर खुद को नुकसान पहुंचाने के दायरे में कूदने का फैसला कर लिया है। यदि वे स्वयं को राष्ट्र के हृदय से अलग करने के बारे में एक मास्टरक्लास देने का प्रयास कर रहे थे, तो वे निश्चित रूप से सफल हुए हैं।
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