The Vaccine War Clash: एक और मेगा क्लैश के लिए तैयार रहे!

साहसी दांव या विवेक अग्निहोत्री की सबसे बड़ी गलती?

सितम्बर माह की ओर भारतीय सिनेमा के अनुयायी टकटकी लगाए देख रहे हैं. अगस्त में “ग़दर २” और “जेलर” के धमाकेदार प्रदर्शन के बाद अब वे ये जानने को उत्सुक है कि आने वाले माह में “जवान” और “सालार” क्या गुल खिलाएंगे.

इसी बीच एंट्री होती है विवेक अग्निहोत्री, जिनका सक्सेस और विवाद, दोनों से बराबर का नाता रहा है. कभी अल्ट्रा बोल्ड कॉन्टेंट, तो कभी अपने फिल्मों के विषय के पीछे इनका फिल्म उद्योग के साथ छत्तीस का आंकड़ा रहा है.

परन्तु इस बार विवेक भाई ने अलग ही मोर्चा खोला है. २८ सितम्बर को इनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म “The Vaccine War” सिनेमाघरों में आएगी. परन्तु यही एकमात्र बात नहीं है, और न ही यह कि इसमें नाना पाटेकर, सप्तमी गौड़ा, पल्लवी जोशी जैसे लोग केंद्रीय भूमिकाओं में होंगे. असल में २८ सितम्बर २०२३ को विवेक की फिल्म के साथ प्रशांत नील अपनी नई फिल्म “सालार” लेकर आएंगे. वही, KGF वाले!

अब क्लैश विवेक अग्निहोत्री के लिए कोई नई बात नहीं. जब महोदय को अपनी विचारधारा का आभास हुआ, तो इन्होने “द ताशकंद फाइल्स” को १२ अप्रैल २०१९ को प्रदर्शित कराया, ये जानते हुए भी कि अगले ही हफ्ते करण जौहर द्वारा निर्मित “कलंक” आने वाली है. अब इसे भाग्य का फेर कहें, या फिर “कलंक” की निकृष्टता, परन्तु “द ताशकंद फाइल्स” को धीरे धीरे अपने दर्शक मिलने लगे, और इस फिल्म ने ४ करोड़ के बजट के अनुपात में २० करोड़ से अधिक की वैश्विक कमाई की, जिसने इसे आधिकारिक रूप से “स्लीपर हिट” बना दिया!

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अग्निहोत्री की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने की क्षमता कोविड-19 के युग में भी जारी रही। महामारी की लगातार लहरों के कारण हुए व्यवधानों के बावजूद, उन्होंने 26 जनवरी, 2022 को “द कश्मीर फाइल्स” की रिलीज हेतु लॉक किया। परन्तु ओमीक्रॉन लहर ने इन योजनाओं को विफल कर दिया, जिससे अग्निहोत्री को 11 मार्च के लिए रिलीज को पुनर्निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया। अब इसे इनकी विडम्बना कहें या अहो भाग्य, ११ मार्च को ही प्रभास की बहुप्रतीक्षित “राधे श्याम” भी आने वाली थी.

परन्तु न तो “राधे श्याम” “ग़दर” थी, और न ही प्रभास सन्नी पाजी, जो अपने कम्फर्ट ज़ोन से हटकर एक दमदार रोल दे. परिणामस्वरूप ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी। इसी का अप्रत्यक्ष लाभ मिला “द कश्मीर फाइल्स” को. मात्र ४०० स्क्रीन्स पर प्रदर्शित होने वाली इस फिल्म ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया, और इस फिल्म ने १५ करोड़ के छोटे बजट के अनुपात में लगभग ३५० करोड़ रुपये की वैश्विक कमाई की!

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अब, अग्निहोत्री “सलार” के साथ मुकाबला करके इस रणनीति को दोहराने के लिए तैयार दिख रहे हैं। अगर फिल्म अपने वादे पर खरी उतरती है, तो अग्निहोत्री प्रभास और यहां तक कि शाहरुख खान के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को प्रभावी ढंग से बाधित कर सकते हैं, जिन्हें “जवान” की लोकप्रियता से फायदा होने की संभावना है।
परन्तु परिणाम का उल्टा होना विवेक अग्निहोत्री की संभावनाओं के लिए विनाशकारी हो सकता है। “द वैक्सीन वॉर” को मिली कमज़ोर प्रतिक्रिया न केवल इसकी बॉक्स ऑफिस क्षमता को कम कर सकती है, बल्कि उनके भविष्य के प्रयासों पर भी असर डाल सकती है। ये बात स्वयं विवेक अग्निहोत्री भी नहीं स्वीकार पाएंगे, और ऐसे में उनका लक्ष्य होगा कि उनके फिल्म की गूँज यही विदेश में नहीं, तो भारत में चहुंओर हो!

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