विपक्ष ने डाली जातिवाद की गुगली, मोदी ने लगाया हिंदुत्व का सिक्सर!

विपक्ष को कहीं का नहीं छोड़ा

जैसे-जैसे 2024 का चुनाव नजदीक आ रहा है, भारत में राजनीतिक गहमागहमी बढ़ती जा रही है।  INDI गठबंधन ने एक रणनीतिक कदम उठाया है जिसने पूरे देश में बवाल पैदा किया है। पटना उच्च न्यायालय के सख्त आदेशों के बावजूद, तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले प्रशासन ने जातिगत जनगणना को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। यही नहीं, इस निर्लज्जता को उचित ठहराने के लिए इनके राजनेताओं ने  “जितनी आबादी, उतना हक” (जनसंख्या के अनुपात में अधिकार) का नारा अपनाया है।

परन्तु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली थी। कांग्रेस के अल्पसंख्यक तुष्टिकरण पर धावा बोलते हुए उन्होंने इस राजनीतिक गुगली का ताबड़तोड़ जवाब दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (3 अक्टूबर, 2023) को छत्तीसगढ़ में न सिर्फ कई विकास परियोजनाओं की सौगात दी, बल्कि बिहार में जाति आधारित जनगणना के आँकड़े जारी किए जाने के बाद शुरू हुई राजनीति पर भी बोले।

उन्होंने मनमोहन सिंह के विवादित बयान [देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यकों के अधिकार] का उल्लेख करते हुए बोला, “मनमोहन सिंह कहते थे कि देश के संसाधनों पर पहला हक़ अल्पसंख्यकों का है, उसमें भी मुस्लिमों का है। अब कॉन्ग्रेस कह रही है कि आबादी तय करेगी कि पहला हक़ किसका होगा। उन्होंने पूछा कि क्या कॉन्ग्रेस अल्पसंख्यकों का हक़ खत्म करना चाहती है क्या? क्या वो अल्पसंख्यकों को हटाना चाहती है?” बता दें की कई वर्ष पूर्व मनमोहन सिंह ने कांग्रेस के नीति की रूपरेखा तय करते हुए नेशनल डेवलपमेंट काउंसिल की मीटिंग में बोला था कि देश के संसाधनों पर सर्वप्रथम अधिकार अल्पसंख्यकों का, विशेषकर मुसलमानों का है!

और पढ़ें: पीएम मोदी ने कन्हैया लाल मुद्दे पर दिखाया कांग्रेस को दर्पण!

परन्तु ये तो मात्र प्रारम्भ था, क्योंकि पीएम मोदी आगे गरजे, “सबसे बड़ी आबादी वाले हिन्दू अब आगे बढ़ कर अपने सारे हक़ ले लें क्या? मैं पिछले काफी समय से कह रहा हूँ कि कॉन्ग्रेस पार्टी के बड़े-बड़े नेता मुँह में ताला लगा कर बैठे हैं। न उनसे पूछा जाता है और न ही उनकी बोलने की हिम्मत है। कॉन्ग्रेस को अब पर्दे के पीछे से ऐसे लोग चला रहे हैं और ऐसे खेल कर रहे हैं जो देश विरोधी है। कॉन्ग्रेस किसी भी कीमत पर देश के हिन्दुओं को बाँट कर भारत को तबाह कर देना चाहती है। वो गरीबों को बाँटना चाहती है”। पीएम मोदी ने कहा कि उनके लिए सबसे ज़्यादा आबादी गरीबों की है और और गरीब कल्याण ही उनका मुख्य उद्देश्य है।

आम तौर पर विपक्ष के लाख बरगलाने पर भी पीएम मोदी उग्र नहीं होते, परन्तु इस बार वे नरमी के मूड में कतई न थे। जब से सनातन धर्म को नष्ट करने का संकल्प INDI अलायंस के DMK गुट ने लिया है, तबसे पीएम मोदी कुछ ज़्यादा ही आक्रामक हो चुके हैं । कन्हैयालाल मामले पर गहलोत सरकार को घेरना हो, या फिर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण पर पूरे INDI गठबंधन की खिंचाई करनी हो, पीएम मोदी ने स्पष्ट किया है कि विरोधी कृपया मोदी विरोध के नाम पर सनातनियों के धैर्य की परीक्षा न लें।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Exit mobile version