त्योहारों से पूर्व एक बड़ा टेरर अटैक रोकने में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सफल!

अंत भला तो सब भला!

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को एक तगड़ी सफलता हाथ लगी, जब उन्होंने शाहनवाज नाम के एक संदिग्ध आईएसआईएस आतंकवादी को उसके चेलों सहित गिरफ्तार किया । शाहनवाज, जिसकी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को भीतलाश थी, के सिर पर 3 लाख रुपये का इनाम था, उसे दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया। इस ऑपरेशन के परिणामस्वरूप आईएसआईएस से कथित संबंधों वाले दो और व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी हुई।

हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS के एक आतंकी शाहनवाज आलम उर्फ़ शैफी उज्जमा उर्फ अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया है। शाहनवाज पर NIA ने 3 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। ISIS से जुड़े एक मामले में वह पुणे पुलिस की गिरफ्त से फरार था और दिल्ली में छिपकर रहता था। शाहनवाज दिल्ली में आतंकी संगठन ISIS के स्लीपर सेल तैयार कर रहा था। शाहनवाज से हुई पूछताछ के आधार पर 2 अन्य संदिग्ध भी पकड़े गए हैं। इन सभी को जामिया इलाके से पकड़ा गया है। सोमवार (2 अक्टूबर 2023) को दिल्ली पुलिस ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकी शाहनवाज मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला है। पेशे से वह इंजिनियर है और पुणे में रहता था। शाहनवाज इसी साल महाराष्ट्र के पुणे में सामने आए ISIS मॉड्यूल का मेंबर था। तब उसके नेटवर्क में अब्दुल्ला शेख, रिज़वान अब्दुल हाजी और तलहा लियाकत खान भी शामिल मिले थे। शाहनवाज़ के साथ अरशद वारसी और मोहम्मद रिज़वान अशरफ भी हिरासत में लिए गए हैं, जिनमें से अरशद तो जामिया मिलिया इस्लामिया से पीएचडी भी कर रहा था!

प्रारम्भ में शाहनवाज को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन वो पुलिस कस्टडी से भाग निकला था। तब से उसकी तलाश NIA सहित बाकी एजेंसियाँ कर रहीं थीं। रविवार (1 अक्टूबर) को NIA ने दिल्ली के कुछ हिस्सों में दबिश भी डाली थी। हालाँकि तब शाहनवाज को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था।

पुलिस को शाहनवाज के ठिकाने से लोहे की पाइपें और प्लास्टिक केमिकल मिले हैं। उसके मोबाइल से विस्फोटक बनाने के तरीकों का लिट्रेचर भी बरामद हुआ है। ये लिट्रेचर उसे उसके पाकिस्तानी आका भेजते थे। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार ये सभी आरोपित भीड़भाड़ वाली जगह ब्लास्ट कर के ज्यादा से ज्यादा जनहानि करना चाहते थे। इस गैंग के निशाने पर कुछ बड़े नाम भी थे। पुलिस को इन सभी के फंडिंग सोर्स की भी जानकारी मिली है। हालाँकि पुलिस ने इन मामलों में खुल कर जानकारी देने से मना कर दिया। अब कल्पना कीजिये, यदि शाहनवाज़ अपने मंशा में सफल होता, तो?

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परन्तु बात यहीं तक सीमित नहीं है। गाजियाबाद के विश्वेश्वरैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से माइनिंग इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद शाहनवाज़ शीघ्र ही ISIS के संपर्क में आया। इसके अतिरिक्त विभिन्न सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बसंती पटेल नामक गुजराती युवती से निकाह किया, जो मूल रूप से गुजरात की रहने वाली बताई जा रही है। शाहनवाज ने बसंती को पहले इस्लाम कबूल करवाया फिर उस से निकाह किया। निकाह के बाद बसंती का नया इस्लामी नाम मरियम रखा गया था।
ऐसे में दिल्ली पुलिस की ये कार्रवाई इस बात का सूचक है कि आतंक को लेकर भारत किसी भी स्थिति में न चैन से बैठेगा, और न ही किसी भी संगठन को उसके नापाक इरादों में सफल होने देगा।

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