अगर आप फुटबॉल का फ भी जानते होंगे तो डेविड बेकहम को ज़रूर जानते होंगे। भाई मस्त फुटबॉल खिलाड़ी हैं, एकदम लीजेंड टाइप और यूनिसेफ इंडिया एम्बैसेडर भी हैं। वे हाल ही में भारत आए, वे आये थे यूनिसेफ की तरफ से और क्रिकेट विश्व कप देखने के लिए। अब भाई कोई बड़ा आदमी आता है तो बाकी बड़ा लोग से मिबले न करेगा। तो बेकहम भाई भी मिले। स्टार्ट तो बढ़िया किये भाई लेकिन अंतिम तक घिना दिए। काहे कि गजब गजब अतरंगी लोग से मिले।
बेकहम क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली से मिले, बढ़िया किये, अब गोटे गोट से मिलेगा न भाई। विभिन्न क्षेत्रों के खेल आइकनों की मुलाकात का फोटो घंटा भर में महा वायरल हो गई। यह मुलाकात स्टार शक्ति का एक दुर्लभ प्रदर्शन था।
उसके बाद या तो बेकहम या उनकी PR पगला गयी। उन्हें स्टेडियम के अंदर और बाहर कई गणमान्य व्यक्तियों से हाथ मिलाते देखा गया, जो ठीक भी है। लेकिन समस्या आई तब जब बॉलीवुड के झंडुओं के साथ उनकी मुलाकातों के अंतहीन सिलसिले प्रारंभ हए।
बेकहम से मिलने वालों में कपूर परिवार के सदस्य शामिल थे, जिनमें पुराने जमाने के महाफ्लोप अभिनेता संजय कपूर, उनकी पत्नी महीप और उनकी बेटी संजना जो बस पार्टी में जाती है और फोटो खीचाती है, वो भी शामिल थीं। उनकी मुलाक़ात लार्ड ऑफ़ फ्लॉप्स अर्जुन कपूर और आइटम क्वीन मलायका अरोड़ा से भी हुई, अर्जुन भाई बस नाम के अर्जुन हैं, इनका निशाना आज तक नहीं लगा। फ्लिप फिल्मों का अगर कोई गिनिस रिकॉर्ड है तो इन्हीं का होगा। इनके करियर का कुल सार है – माइसेल्फ कमिंग फ्रॉम भिलेज एरिया। और मलाइका देवी की उपलब्धि है बत्तख जैसे चलना और महावाहियात आइटम नंबर में नाचना।
सबसे अधिक फन्नी तो तब हो गया जब बेकहम भाई झंडूएश हर्षवर्द्धन कपूर से मिल लिए जिनकी एकमात्र उपलब्धि है लेजेंडरी अनिल कपूर के पुत्र होना। हर्षवर्द्धन ने अपने ट्विटर पर कहा की मैंने बेकहम से मैनचेस्टर यूनाइटेड के बारे में बात की और भी कुछ बात हुई जो अभी रेवील नहीं किया जा सकता। ससुरे क्या बात किये होंगे ये मैनचेस्टर यूनाइटेड के बारे में। बाप न मारे मेंढकी, बेटा तीरंदाज। और रेवील वाली बात तो ऐसे बोली जैसे डेविड भाई के साढू भाई बन्ने वाले हो। ट्विटर वालों ने जम के दागा और हर्षवर्धन उनके साथ कुछ टाइम तक बकर बकर करते रहे लेकिन लाखो ट्रॉल्स वेर्सस एक फ्लॉप एक्टर में क्या ही निर्णय आएगा।
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बेकहम ने अभिनेता शाहिद कपूर से भी मुलाकात की, चलिए शाहिद बढ़िया एक्टर हैं लेकिन मुलाकात आकस्मिक और अस्पष्ट लग रही थी। इसके अतिरिक्त, बेकहम भाई सोनम कपूर द्वारा आयोजित एक पार्टी में भाग लिया। सोनम महा फ्लॉप अभिनेत्री हैं, हिन्दुओं पर टीका टिपण्णी करती हैं और स्वघोषित फैशनिष्टा हैं और ले दे कर खानदानी नेपो किड हैं।
फिर हुई सारा अली खान के साथ बेकहम की बातचीत, मेटा इंडिया के कार्यक्रम में सारा ने डेविड का साक्षात्कार लिया। सारा प्रसिद्ध अभिनेताओं के वंश से आती हैं, लेकिन उनका अपना करियर अभी भी विकसित ही हो रहा है, इसलिए डेविड के साथ साक्षात्कार के लिए उनके चयन को नेपोटिज्म के एक और उदाहरण के रूप में ही देखा गया।फिर दिखी उनकी तस्वीर Tiktokiya जन्नत जुबैर के साथ। हे प्रभु, हे राम कृष्ण, जगन्नाथ, ये क्या हुआ, मेरा गौम्छा भी खुल गया।
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आलोचकों का यह भी तर्क है कि बेकहम की पीआर टीम ने भारत की खेल संस्कृति के साथ अधिक सार्थक रूप से जुड़ने का अवसर गंवा दिया। केवल बॉलीवुड हस्तियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, जिनमें से कई को नेपोटिज्म का ही लाभार्थी माना जाता है, बेकहम को सुनील छेत्री जैसे भारतीय फुटबॉल सितारों के साथ बातचीत करनी चाहिए थी। यह एक फुटबॉल दिग्गज के लिए अधिक उपयुक्त विकल्प होता और भारत में फुटबॉल के विकास और मान्यता में सकारात्मक योगदान देता।
इस प्रकार, बेकहम की भारत यात्रा जो यूनिसेफ एम्बैसेडर और एक क्रिकेट प्रेमी के रूप में थी, वो बॉलीवुड झंडूओं के साथ बैठकों की अंतहीन श्रृंखला के कारण भद्दी ही रही। अब बस उर्फी जावेद भिन्डी से बना टॉप और घंटियों से बना शॉर्ट्स पहन के डेविड भाई से मिल लें और औरी डेविड भाई के छाती पर नाजुक हाथ रख के फोटो खिंचा ले, तो हम भी आराम से दम तोड़ दें।
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