झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कथित लैंड स्कैम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बुरी तरह से घिरते नजर आ रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने सोमवार को सोरेन के दिल्ली के शांति निकेतन स्थित घर सहित 3 ठिकानों पर सुबह 7 बजे से छापेमारी शुरू की, जो देर रात तक चली।
ईडी की टीम को यहां सोरेन तो नहीं मिले, लेकिन जाते वक्त टीम ने 36 लाख रुपये कैश बरामद किया और उनकी BMW कार अपने साथ ले गई। जिस कार को ED ने जब्त किया वह HR (हरियाणा) नंबर की है।
एहतियात बरतते हुए ED की टीम ने हेमंत सोरेन को लेकर एयरपोर्ट पर भी अलर्ट भेज दिया है। इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि सत्ता पक्ष गठबंधन के विधायकों को अपने बैग और सामान के साथ रांची में एक जगह इकट्ठा होने के लिए कहा गया है। कांग्रेस के विधायक और मंत्री मुख्यमंत्री आवास पहुंच रहे हैं।
रांची में रहेंगे सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायक
झामुमो महासचिव और प्रवक्ता विनोद कुमार पांडे ने बताया कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों को रांची में रहने का निर्देश है। झामुमो, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्य दल हैं।
भाजपा ने साधा निशाना
इस बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को कहा कि ईडी के डर के मारे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पिछले 18 घंटे से दिल्ली वाले अपने मुख्यमंत्री आवास से फरार हो कर भूमिगत हो गए हैं।
उन्होंने मीडिया सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि “देर रात हेमंत जी हवाई चप्पल पहने हुए चादर से मुंह ढक कर आवास से पैदल निकलकर भागे हैं। गायब होने के बाद से ईडी और दिल्ली पुलिस उन्हें ढूंढ़ रही है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इससे चिंताजनक और लज्जाजनक क्या हो सकता है कि संवैधानिक पद पर बैठा एक राज्य का मुख्यमंत्री प्रोटोकॉल तोड़कर फरार हो जाये, राज्य को भगवान भरोसे छोड़ दे।
उन्होंने सवाल उठाते हुए यह भी पूछा कि मुख्यमंत्री के फरार होने के बाद राज्य का नेतृत्वकर्ता कौन है? यह संवैधानिक सवाल अहम है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन जी इसका संज्ञान लें। राज्य में विधि सम्मत कानून का राज कायम रखने के लिए समुचित कदम उठायें।
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राज्यपाल राधाकृष्णन बोले- पूरे हालात पर नजर
वहीं, झारखंड के राज्यपाल राधाकृष्णन ने कहा कि वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी का समन मिलने के मद्देनजर राज्य की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। राज्य में राजनीतिक स्थिति के मद्देनजर क्या राजभवन के लिए सभी विकल्प खुले हैं वाले सवाल पर, उन्होंने कहा, ‘मैं संविधान के रक्षक के रूप में पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हूं। यह राज्यपाल का कर्तव्य है और मैं इसे निभा रहा हूं। समय आने पर फैसला लूंगा।’
हेमंत सोरेन का आया बयान
इसी बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय पर राज्य सरकार के कामकाज में बाधा डालने का आरोप लगाया है। उन्होंने ईडी पर राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित होने का आरोप मढ़ा। हेमंत ने दावा किया कि 31 जनवरी को या उससे पहले उनका बयान दोबारा दर्ज कराने की ईडी की जिद से दुर्भावना झलक रही है।
ED को भेजे एक ईमेल में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उन्हें समन जारी करना पूरी तरह अफसोसजनक और कानून द्वारा दी गई शक्तियों का दुरुपयोग है।
क्या है मामला
दरअसल, हेमंत सोरेन पर ईडी का शिकंजा रांची में सेना के कब्जे वाली जमीन की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त के मामले में कसा है। जांच के दौरान 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-फरोख्त का खुलासा हुआ है। इस मामले में तलाशी के दौरान मिले दस्तावेजों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाते हुए और इन डॉक्युमेंट्स से जुड़े तथ्यों के सत्यापन को लेकर ईडी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संपर्क कर रही है।
ईडी ने मामले में पहली बार 20 जनवरी को सीएम हेमंत सोरेन का बयान दर्ज किया था, जब जांचकर्ता रांची में उनके आधिकारिक आवास पर गए थे। उन्होंने उनके घर पर बिताए लगभग सात घंटों के दौरान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया।
एजेंसी के अनुसार, जांच झारखंड में माफिया द्वारा भूमि के स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े रैकेट से संबंधित है। इस मामले में ईडी ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे।
कई समन के बाद भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए हेमंत सोरेन
जमीन घाटाले में पूछताछ के लिए ईडी हेमंत सोरेन को कई बार समन जारी कर चुकी है। हालांकि कई समन जारी होने के बाद भी हेमंत सोरेन ईडी के सामने पेश नहीं हुए। बीते दिनों ईडी की टीम ने हेमंत सोरेन से रांची स्थित उनके सरकारी आवास पर कई घंटे पूछताछ की थी।
इसके बाद ईडी ने फिर से समन जारी कर 29 या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था। शनिवार को हेमंत सोरेन के दिल्ली पहुंचने की जानकारी सामने आयी, जिसके बाद ईडी की टीम दिल्ली स्थित हेमंत सोरेन के आवास पर उनसे पूछताछ के लिए पहुंची थी, लेकिन हेमंत सोरेन वहां भी नहीं मिले।