जी-सोनी मर्जर की बातचीत फिर से हुई शुरू, “$10Billion” का है मामला

जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड और सोनी ग्रुप कॉर्पोरेशन के बीच की मर्जर डील काफी चर्चा में रही है। अब फिर दोनों समूह इस बातचीत को एक और मौका दे रहे हैं।

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जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड और सोनी ग्रुप कॉर्पोरेशन के बीच की मर्जर डील काफी चर्चा में रही है। लगभग दो साल तक चर्चा चलने के बाद भी दोनों बड़े ग्रुप के बीच में बातचीत नहीं बनी और मर्जर रद्द कर दिया गया। लेकिन अब फिर दोनों समूह इस बातचीत को एक और मौका दे रहे हैं। 10 बिलियन डॉलर की डील रद्द होने के बाद सोनी ग्रुप के साथ जी ग्रुप की बैठकें शुरू हो गई है।

द इकोनॉमिक टाइम्स ने इस मामले से परिचित लोगों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों कंपनियों ने पिछले 15 दिनों में कई बैठकें की हैं, जिसका लक्ष्य प्रमुख मतभेदों को दूर करना और अगले 48 घंटों के अंदर एक समझौते पर पहुंचना है। 

रिपोर्ट में बताया गया है कि जी के MD और CEO पुनीत गोयनका ने सोनी की इस मांग पर सहमति व्यक्त की है कि वह मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी को लीड नहीं करेंगे। वहीं, सोनी ने कहा है कि गोयनका नई कंपनी के लिए सबसे अच्छे सलाहकार हो सकते हैं। हालांकि, अभी तक दोनों कंपनियों की ओर से इसके बारे में कोई भी ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है।

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जी के शेयर में आया उछाल 

कर्ज में डूबे ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयर में मंगलवार को 7% से अधिक का उछाल दर्ज हुआ। इस उछाल के बाद शेयर बढ़कर 192 रुपये के दिन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। 

क्यों लिया मर्जर का फैसला

दरअसल, सोनी भारत में अपने बिजनेस को बहुत ज्यादा बढ़ा नहीं पा रही थी, वहीं जी पर कर्ज का बोझ था। जी पर कर्ज का बोझ इसलिए था क्योंकि, उसपर लंबे समय से एस्सेल ग्रुप का कंट्रोल था और एस्सेल पर 2.4 बिलियन डॉलर (करीब 20,000 करोड़ रुपए) का कर्ज था।

इन्हीं कारणों से इन दोनों कंपनियों ने मर्जर का फैसला लिया था। इस मर्जर से दोनों कंपनियों को बड़ा और डायवर्स ऑडियंस बेस मिलता। सोनी ने भारत में 1995 में अपना पहला टीवी चैनल लॉन्च किया था। वहीं जी ने अपना पहला चैनल 1992 में लॉन्च किया था।

सोनी के 16 एंटरटेनमेंट और 10 स्पोर्ट्स चैनल

सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया टेलीविजन चैनल ऑपरेट करती है। इसके 16 एंटरटेनमेंट चैनल और 10 स्पोर्ट्स चैनल है। 1995 में इसने भारत में अपनी पहला चैनल लॉन्च किया था। इसका एक डिजिटल प्लेटफॉर्म सोनी लिव भी है।

सोनी नेटवर्क्स इंडिया का नाम अब कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड हो गया है। यह जापान की कंपनी सोनी ग्रुप कॉर्पोरेशन की सहायक कंपनी है। कंपनी की 167 देशों में रीच है।

जी देश में 50 चैनल, 40+ इंटरनेशनल चैनल भी चलाती है

जी ग्लोबल कंटेंट कंपनी है, जो देश में 50 चैनल चलाती है। इसमें हिंदी जनरल एंटरटेनमेंट चैनल, रीजनल एंटरटेनमेंट चैनल, हिंदी मूवी चैनल और अन्य चैनल शामिल हैं। इसके साथ ही कंपनी 120 देशों में 40 से अधिक चैनल चलाती है। इसका एक डिजिटल प्लेटफॉर्म जी5 भी है। जी ने अपना पहला चैनल जी टीवी 1992 में लॉन्च किया था।

2021 में हुई थी मर्जर की घोषणा

2021 में जी ने जापान के सोनी कॉर्प की सहायक कंपनी सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (अब कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट लिमिटेड) के साथ मर्जर की घोषणा की थी, लेकिन क्रेडिटर्स की आपत्तियों सहित अन्य कारणों से ये विलय पूरा नहीं हो पाया है। अगर मर्जर होता है तो इससे 10 बिलियन डॉलर (करीब 83 हजार करोड़ रुपए) की कंपनी बनती।

कई मामलों पर बहस

दोनों ग्रुप के बीच कई मुद्दों पर प्राथमिकता से बात की जा रही है। इसमें सबसे बड़ी बाधा क्रिकेट अधिकारों पर 300 मिलियन डॉलर का राइट-ऑफ बताया जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस मुद्दे पर सोनी पहले चर्चा करना चाहता है, लेकिन जी इस पर बहस को टाल रहा हैं।

पहले भी ये सामने आ चुका है कि सोनी ग्रुप और जी ग्रुप के बीच नेतृत्व को लेकर अनबन बनी हुई है। जी के सीईओ पुनीत गोयनका को सोनी नेतृत्व में नहीं देखना चाहती। जिसके पीछे का कारण उनके खिलाफ हुई कार्रवाई है।

डील पूरी होने में आएगी कई जटिलताएं

दोनों ग्रुप के बीच सुलह किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगी। क्योंकि दोनों ने ही एक दुसरे के खिलाफ कानूनी लड़ाई की शुरुआत कर दी है। सबसे पहले उन्हें कानूनी कार्रवाई पर रोक लगानी होगी। 

सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (एसएआईसी) और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) पर इस मामले में कार्रवाई चल रही है। जी ने मैड मैन फिल्म वेंचर्स के जरिये मर्जर डील को पूरा करने के लिए एनसीएलटी के हस्तक्षेप की मांग की थी। सोनी ने अपनी भारतीय इकाइयों के माध्यम से जी के आवेदन को चुनौती दी थी।

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