‘2.5 मिलियन डॉलर नहीं दिए तो पूरे कर्नाटक में होंगे बम धमाके’

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को ईमेल के माध्यम से बम की धमकी मिली है, जिसमें 2.5 मिलियन डॉलर की मांग की गई है।

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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को ईमेल के माध्यम से बम की धमकी मिली है, जिसमें 2.5 मिलियन डॉलर की मांग की गई है। धमकी रामेश्‍वरम कैफे में हुए विस्‍फोट के बाद आई है। धमकी भरे मेल ने कर्नाटक पुलिस और इंटेलीजेंस विभाग के कान खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, कर्नाटक की सीसीबी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार धमकी भेजने वाले ने अपने मैसेज में लिखा, फिल्म का ट्रेलर कैसा लगा? अगर 2.5 मिलियन डॉलर नहीं मिले तो कर्नाटक के बसों, ट्रेनों, मंदिरों, होटलों और सार्वजनिक स्थानों में बड़े विस्फोट किए जाएंगे। Shahidkhan10786@protonmail.com मेल आईडी से धमकी मिली है।

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PM मोदी और योगी को जान से मारने की धमकी

इससे पहले, कर्नाटक पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करने के आरोप में मोहम्मद रसूल कद्दारे नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। जिसमें उसने पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी थी। 

कर्नाटक के यादगिरी के सुरपुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी की गई। आरोपी पर यादगिरी के सुरपुर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 505(1)(बी), 25(1)(बी) और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने कहा कि अपने मोबाइल फोन पर वीडियो बनाने वाले रसूल ने प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को अस्पष्ट शब्दों में गाली दी।

पीएम को धमकी, फिर रेस्तरां में बम विस्फोट 

बीते दिनों पूर्वी बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड में रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को बम विस्फोट हुआ था, जिसमें 10 लोग घायल हो गए थे। विस्फोट के तुरंत बाद कर्नाटक पुलिस ने विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज कर लिया।

एनआईए करेगी विस्फोट की जांच 

सूत्रों के अनुसार खबर है कि बेंगलुरु के एक मशहूर कैफे में हुए बम विस्फोट की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दी गयी है। इससे एक दिन पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा था कि उनकी सरकार जरूरत पड़ने पर इस मामले की जांच एनआईए को सौंपने पर विचार कर सकती है। 

अभी तक, इस विस्फोट के मामले में कर्नाटक पुलिस की जांच में एनआईए, राष्ट्रीय सुरक्षा समूह (एनएसजी) और खुफिया ब्यूरो (आईबी) के अधिकारियों ने मदद की है। सूत्रों ने बताया कि टोपी, मास्क और चश्मा पहने हुए एक व्यक्ति इस मामले में मुख्य संदिग्ध है और अभी उसका सुराग नहीं मिला है। ऐसी आशंका है कि इस विस्फोट में आईईडी का इस्तेमाल किया गया।

सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आईएसआईएस आतंकी

सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आईएसआईएस आतंकी हैं। शक है कि इसमें आईएसआईएस का बेल्लारी मॉड्यूल, पीएफआई और लश्कर के तैयबा शामिल हो सकता है। इनके पैटर्न को लेकर ये संभावना जताई जा रही है। हाल ही में यह भी खुलासा हुआ था कि आईएसआईएस का बेल्लारी मॉड्यूल बेंगलुरु समेत कई शहरों में आईईडी ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था। 

एनआईए ने पिछले साल दो आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। जांच एजेंसी ने लश्कर के 8 आतंकियों को गिरफ्तार भी किया था। वे आतंकी टी.नासिर के संपर्क में थे। पाकिस्तान में लश्कर कमांडर जुनैद अहमद उर्फ जेडी और सलमान खान पर भी जांच एजेंसियों को शक है।

वहीं, इस घटना पर बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता और वरिष्ठ वकील नलिन कोहली ने कहा कि कर्नाटक में ऐसे तत्व अचानक सामने आने लगे हैं, जो पाकिस्तान जिंदाबाद कहना चाहते हैं, जो पीएम मोदी को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और जो एक रेस्तरां में बम रख रहे हैं। कर्नाटक पुलिस और अन्य एजेंसियां वास्तव में काम कर रही हैं लेकिन क्या है इस सब के पीछे की मानसिकता?

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