सांप के जहर की तस्करी मामले में यूट्यूबर एल्विश यादव गिरफ्तार

नोएडा पुलिस ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम मामले में एल्विश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 

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लोकप्रिय यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव मुश्किल में हैं। नोएडा पुलिस ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम मामले में एल्विश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने रविवार को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 

पुलिस की कार्रवाई सांप के जहर की तस्करी के मामले में की गयी है। पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जहां से एल्विश यादव को 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया।

वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत है मामला दर्ज

एल्विश यादव से नोएडा पुलिस ने पहले भी लंबी पूछताछ की थी। यादव पर वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज किया गया था। एल्विश यादव मामले पर उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण सक्सेना ने कहा था कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है और इस प्रकरण में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

FSL रिपोर्ट में हुआ था बड़ा था खुलासा

रेव पार्टियों में सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में नोएडा पुलिस ने जयपुर FSL को सैंपल भेजे थे। FSL रिपोर्ट में कोबरा करैत प्रजाति के सांपों का जहर पाया गया था। इस प्रजाति का सांप काफी खतरनाक होता है और इसके काटने से हर साल बहुत से लोगों की मौत हो जाती है। 

इस मामले में फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव समेत सपेरों के खिलाफ सेक्टर 49 थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। एनजीओ पीएफए द्वारा FIR दर्ज कराई गई थी। सपेरों को जेल भेजा गया था। सपेरों के कब्जे से सांपों का जहर बरामद हुआ था और इसे जांच के लिए FSL लैब भेजा गया था।

नोएडा डीसीपी विद्या सागर का बयान

नोएडा के डीसीपी विद्या सागर ने बताया कि वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत राहुल, टीटू, जयकरण, नारायण, रविनाथ, , एल्विश यादव और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ सेक्टर-49 थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसकी विवेचना थाना सेक्टर-20 द्वारा की जा रही है। 

विवेचना के दौरान स्नेक बेनम का प्रयोग पार्टियों में किये जाने के सम्बन्ध में साक्ष्य प्राप्त हुए, जिसकी विधि विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट प्राप्त गई। साक्ष्य के आधार पर आरोपी एल्विश यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने पर एल्विश यादव के खिलाफ अभियोग में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं की वृद्धि करते हुए न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है, जहां से जेल भेज दिया गया है। 

क्या है पूरा मामला

दरअसल, 8 नवंबर को नोएडा पुलिस ने रेव पार्टी में सांप के जहर के इस्तेमाल के मामले में एफआईआर रजिस्टर किया था. इस मामले में एल्विश यादव का नाम मुख्य आरोपी के तौर पर सामने आया था. इसमें  राहुल, टीटूनाथ, जयकरन, नारायण और रविनाथ का भी नाम शामिल था. राहुल नाम के शख्स के पास से पुलिस ने 20ml जहर बरामद किया था. 

वहीं जब इस मामले ने तूल पकड़ी तो एल्विश यादव ने सफाई देते हुए इंस्टा पर एक वीडियो जारी किया. इस वीडियो में एल्विश ने कहा था, “मैं सुबह उठा. मैंने मीडिया में न्यूज देखी कि एल्विश यादव नशीले पदार्थ के बिजनेस में शामिल हैं. वो अरेस्ट हो गए हैं. मैं बता दूं कि मेरे खिलाफ जितनी भी चीजें चल रही हैं वो फेक हैं और मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है”।

एल्विश का विवादों से पुराना नाता

यूट्यूब पर 14 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर

एल्विश यादव के दो यूट्यूब चैनल हैं। उन्होंने 2016 में यूट्यूब चैनल बनाया था और तब से वे फेमस होते चले गए। उनके यू-ट्यूब पर एक करोड़ 45 लाख सब्सक्राइबर हैं। एल्विश यादव व्लॉग्स के नाम से दूसरे यूट्यूब चैनल पर 75.1 लाख सब्सक्राइबर हैं। इंस्टाग्राम पर एल्विश यादव के एक करोड़ 60 लाख फॉलोअर्स हैं। एल्विश सेलेब्स की रोस्टिंग वीडियो बनाकर सबसे ज्यादा फेमस हुए थे। व्लॉगिंग के अलावा एल्विश यादव कपड़ों के ब्रांड सिस्टम क्लोदिंग के मालिक हैं। 

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