यूरोपीय यूनियन ने भारतीयों के लिए बदले शेंगेन वीजा के नियम।

यूरोपीय आयोग ने भारतीय नागरिकों के लिए शेंगेन वीजा के नियमों में बदलाव किया है। जिससे भारतीय यात्रियों को लाभ मिलेगा।

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यूरोप जाने वाले भारतीयों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। यूरोपीय आयोग ने शेंगेन वीजा चाहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एक नई वीजा कैस्केड की व्यवस्था शुरू की है। यह लंबी अवधि के साथ एक से ज्यादा बार प्रवेश की इजाजत देता है। 

18 अप्रैल से प्रभावी होने वाली यह नई व्यवस्था वीजा कोड के स्टैंडर्ड नियमों की जगह लेगी, जिससे भारतीय यात्रियों को लाभ मिलेगा। नए नियम के तहत अगर भारत में रहने वाले भारतीय नागरिकों ने पिछले तीन वर्षों के अंदर कानूनी रूप से दो वीजा प्राप्त करके उनका उपयोग किया है तो उन्हें दो वर्षों के लिए मल्टीपल एंट्री वाले शेंगेन वीजा दिया जा सकता है।

यह वीजा शुरुआत में दो साल के लिए होगा। इसके बाद इसे पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए शर्त यह है कि पासपोर्ट अगले पांच वर्षों के लिए वैध हो। नया वीजा मिलने के बाद यात्री 90 दिनों तक के एक छोटे प्रवास के लिए शेंगेन क्षेत्र में स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं। हालांकि अगली बार फिर यूरोप में आने के लिए 180 दिनों का इंतजार करना होगा। लेकिन इससे सबसे बड़ी सुविधा ये है कि बार-बार वीजा अप्लाई नहीं करना पड़ेगा।

एक वीजा से जा सकेंगे 29 देश

शेंगेंन क्षेत्र में यूरोपीय संघ के 25 देशों के साथ 29 यूरोपीय देश शामिल हैं। यानी एक ही वीजा के जरिए इन देशों में जाया जा सकता है। शेंगेन क्षेत्र में बेल्जियम, बुल्गारिया, क्रोएशिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, जर्मनी, एस्टोनिया, ग्रीस, स्पेन, फ्रांस, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्ज़मबर्ग, हंगरी, माल्टा, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया, फिनलैंड, स्वीडन, आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड आते हैं। 

यह कदम प्रवासन और गतिशीलता पर यूरोपीय यूनियन-भारत के आम एजेंडे का हिस्सा है। इसका उद्देश्य लोगों के बीच संपर्क को सुविधाजनक बनाने के साथ प्रवासन नीति पर ईयू और भारत के बीच सहयोग को मजबूत करना है।

ऐसे काम करता है

यह यह एक स्टिकर के रूप में होता है, जिसे आपके पासपोर्ट या एक यात्रा दस्तावेज पर चिपकाया जाता है। यह स्टिकर ही आपको शेंगेन राज्यों में यात्रा करने के लिए परमीशन का प्रतीक है। आपको प्रवेश तभी दिया जाता है, जब आप शेंगेन कन्वेंशन से निर्धारित अन्य शर्तें पूरी कर लेते हैं (जैसे कि यात्रा उद्देश्य, यात्रा की शर्तें और आपके पास पर्याप्त धनराशि होना चाहिए)।

आवेदन करने का तरीका

आप शेंगेन के जिस देश में जाना चाहते हैं, उस देश के वाणिज्य दूतावास में आवेदन करें। सभी शेंगेन देश घूमने के लिए भी जानकारी आपको वहीं मिलेगी। यह दूतावास आपके देश की राजधानी में स्थापित होते हैं। आप जिस देश में ज्यादा समय बिताएंगे, उसे वहां का स्थान कोड किया जाएगा।

कागजी कार्यवाही होगी कम

शेंगेन वीजा नियमों के लागू होने से यूरोप में अलग-अलग देशों की कागजी कार्यवाही एक साथ हो जाएगी। अब तक शेंगेन वीजा अपनी कम वैधता के कारण भारतीय यात्रियों के लिए एक परेशानी बना रहा, जिसके लिए कई बार अलग-अलग आवेदनों की आवश्यकता होती थी।

यूरोपीय यूनियन ने कहा कि भारत में रहने वाले और अल्पकालिक शेंगेन वीजा के लिए आवेदन करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए नई वीजा कैस्केड व्यवस्था स्थापित यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए कई साल तक वैधता वाले वीजा तक आसान पहुंच प्रदान करेगी। अब कोई भी नागरिक एक ही वीजा से यूरोप के कोई भी देश घूम सकता है। बस पासपोर्ट वैधता अनुमति देता हो।

भारत और यूरोप के बढ़े संबंध

वीजा से जुड़े नियमों में बदलाव यूरोपीय संघ के लिए एक प्रमुख भागीदार के रूप में भारत के महत्व को दिखाती है। इसके अलावा इससे दोनों के बीच गहरे होते संबंध भी दिखते हैं। हालांकि ये शेंगेन वीजा इस क्षेत्र में यात्रा की इजाजत देते हैं, लेकिन इससे काम नहीं मिल सकता। 

इस कारण से शेंगेन क्षेत्र में अपने प्रवास को नियंत्रित करने वाले नियमों का पालन करना चाहिए। जैसे ही यूरोपीय आयोग इस नई व्यवस्था को लागू करता है, भारतीयों को यूरोप की यात्रा करना आसान हो जाएगा।

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