एक बागान मालिक के बेटे जॉर्ज वॉशिंगटन को कभी यह अहसास भी नहीं रहा होगा कि वह एक दिन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बन जाएंगे। युद्धों से अमेरिका को बनाने वाले वॉशिंगटन ने कहा था कि इसे हम महान लोगों का देश बनाएंगे, जो सबके लिए होगा। सबके लिए सुरक्षित होगा। बाद में कुछ यही बात अमेरिका से दासता को खत्म करने वाले राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन और बराक ओबामा ने भी कही।
हालांकि, बीते कुछ सालों से ये भरोसा टूट रहा है। आज जॉर्ज वॉशिंगटन के देश अमेरिका में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों पर बीते कुछ सालों से हमले हो रहे हैं। कुछ छात्र तो ऐसे हैं, जो कभी अपने घर में तो कभी कॉलेज कैंपस में मृत पाए गए। कुछ को नस्लीय हिंसा करने वाले हमलावरों ने मार दिया। नतीजा, अमेरिका जैसे देश में आज भी कइयों को इंसाफ नहीं मिला। जो लोग मृत पाए गए, उनके बारे में अमेरिकी पुलिस यह पता भी नहीं लगा पाई कि इनकी मौत क्यों और कैसे हुई?
हाल ही में अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत की घटनाओं पर एक बार फिर अमेरिका ने तसल्ली दी है। अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा है कि अमेरिका एक सुरक्षित देश है। हमारा यह देश भारतीय छात्रों का काफी ख्याल रखता है। उन्होंने भारतीय स्टूडेंट्स के गार्जियन को यह भरोसा दिया कि आपके बच्चे जब अमेरिका में होते हैं तो वे हमारे बच्चे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, 2023 में अमेरिका में 10 लाख इंटरनेशनल स्टूडेंट्स रह रहे थे। इनमें से करीब 2.69 लाख छात्र भारत और भारतीय मूल के हैं।
अमेरिका जा रहे हैं तो यह जानकारी आपके काम की
सार्क यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर देवनाथ पाठक के अनुसार, अमेरिका समेत दूसरे देशों में रह रहे भारतीयों को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की है। सबसे पहले आपको इंडियन एंबेसी या इंडियन कौंसुलेट के ऑफिस जाकर संपर्क करना चाहिए। साथ ही आपको https://www.Indianembassyusa.gov.in/Indian_Students_Registration पर रजिस्ट्रेशन जरूर करा लेना चाहिए।
अमेरिका जाने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स जैसे पासपोर्ट, पहचान पत्र, वीजा और माइग्रेशन फॉर्म हमेशा सुरक्षित स्थान पर रखें। इसके अलावा, एजुकेशन सर्टिफिकेट्स जैसी अपनी कोई भी निजी जानकारी या डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित स्थान पर रखें। उसे साथ लेकर न चलें। जहां आप रह रहे हैं, उसके आसपास के माहौल को समझें और जानें। कोशिश करें कि पहले से उस जगह की जानकारी ले लें, तब वहां पर रहने के लिए जाएं। देर रात अकेले कतई न निकलें। बहुत जरूरी हो तो कई लोगों के साथ ही निकलें।
किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ न शेयर करें अपनी पर्सनल जानकारी
किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपना बैंक अकांउट, क्रेडिट कार्ड या कोई और डॉक्यूमेंट जैसी अपनी कोई भी निजी जानकारी बिल्कुल भी शेयर न करें। अपराधों में शामिल लोगों और पैसों के लिए लूटपाट करने वालों से सावधान रहें। ऐसे लोग इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स और फोन के माध्यम से भारतीय छात्रों से फ्रेंडशिप करते हैं और फिर उनसे लूटपाट करते हैं।
किसी भी इमरजेंसी के हालात में लोकल पुलिस से फौरन संपर्क करें। लोकल पुलिस का नंबर अपने मोबाइल में जरूर रखें, ताकि वक्त पड़ने पर आप फौरन उन्हें कॉल कर सकें। अपनी यूनिवर्सिटी में सेफ्टी रूल्स के बारे में जानें और हॉस्टल्स के बारे में भारतीय छात्रों के लिए बनाए गए हेल्प सेंटर्स की मदद लें।
भारतीयों पर हमलों के पीछे ये हैं बड़ी वजह
फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज ने आकलन किया है कि भारतीयों पर हमलों की बड़ी वजहों में संदिग्ध गोलीबारी या अपहरण, सेफ्टी अवेयरनेस की कमी है। इसके अलावा, हाइपोथर्मिया यानी ज्यादा ठंड लगने,आत्महत्या के लिए मजबूर करने जैसी भी वजहे हैं। इसके अलावा, नस्लीय हिंसा और भारतीयों के प्रति नफरती सोच रखने की वजह से भी हमले हो रहे हैं। अगर कोई इस तरह की बात करता दिख जाए तो आप सतर्क हो जाएं।
अमेरिका में आप पर हमला होता है तो आपको सबसे पहले क्या करना चाहिए
अगर आप अमेरिका में पढ़ाई करने गए हैं और आप पर हमला होने वाला है या आप बदमाशों से घिर गए हैं तो फौरन 911 नंबर डायल करें। यह नंबर आपके मोबाइल में हर वक्त होना चाहिए। यह नंबर आपातकालीन टोलफ्री नंबर है, जिसका इस्तेमाल आग लगने, वारदात होने से बचाने और एंबुलेंस बुलाने के लिए किया जाता है।
अगर आप पर हमला हो जाता है और आपको चोट आती है तो आप यूनिवर्सिटी या कॉलेज प्रशासन और इंटरनेशनल स्टूडेंट ऑफिस को फौरन रिपोर्ट करें। वहां का भी नंबर आपके मोबाइल में होना चाहिए। अगर आपको किसी खतरे की आंशका भी है तो आप विदेशी दूतावास/वाणिज्य दूतावास के अलावा भारतीय दूतावास/वाणिज्य दूतावास से (202) 939-7000 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
अमेरिकी यूनिवर्सिटी में होता है सेफ्टी कमीशन, जरूर पता करें
अमेरिका में भारतीय छात्रों की सुरक्षा में एकदम तत्पर एक संस्था आईडीपी के अनुसार, सभी अमेरिकी यूनिवर्सिटी में अपने छात्रों की सुरक्षा को लेकर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। ज्यादातर कैंपस में 24 घंटे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहते हैं। तकरीबन हर यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए एक सेफ्टी कमीशन होता है। ऐसे में आपको दाखिला लेने के साथ ही सिक्योरिटी ऑफिसर का नंबर अपने फोन में रखना चाहिए।
कुछ कॉलेज और यूनिवर्सिटी तो जहां आप रह रहे हैं, वहां से कैंपस तक लाने-ले जाने के लिए शटल सुविधा देती हैं, जिसमें आपकी सुरक्षा के बढ़िया इंतजाम रहते हैं। कुछ के पास तो अपना मोबाइल ऐप भी है, जिसे आप डाउनलोड करके सीधे संपर्क में रह सकते हैं। इसके अलावा, यूनिवर्सिटी कैंपस और उसके आसपास सीसीटीवी लगी रहती हैं, जो दिन-रात निगरानी करती रहती हैं।
जब भी कहीं बाहर जाएं तो ये काम जरूर करें, नहीं होगी कोई टेंशन
आप चूंकि इंटरनेशनल स्टूडेंट्स हैं, ऐसे में आपको अपने आसपास के माहौल के प्रति हमेशा सतर्क और जागरूक रहना चाहिए। अगर रात में यात्रा कर रहे हैं तो आपको पहले से ही एक टैक्सी बुक करनी चाहिए या अपने दोस्त को कहें कि वह आपको तय जगह पर छोड़ दें। कोशिश करें कि भीड़भाड़ वाली जगहों से ही गुजरें। शॉर्टकट के चक्कर में सूनसान रास्ता अख्तियार न करें। पर्याप्त मात्रा में नकदी लेकर जरूर चलें। अजनबियों से सवारी न लें।
हमेशा अपने दोस्तों और परिवार से संपर्क में बने रहें
प्रोफेसर देवनाथ पाठक कहते हैं कि आप अमेरिका में जहां भी रहें, या जाएं अपने परिवार या दोस्तों से संपर्क बनाए रखें। जहां आप रहते हैं, वहां आसपास किसी परिचित का लोकल नंबर अपने परिवार, यूनिवर्सिटी ऑफिस, दोस्तों और रूममेट से शेयर जरूर करें। अपना फोन हमेशा फुल चार्ज रखें।
खासकर घर से बाहर निकलते वक्त तो यह काम जरूर करें, जाने कब जरूरत पड़ जाए। जब आप क्लासरूम में न हों, तब आप इसे रिंगिंग मोड में रखें। अगर आप कहीं दूसरे शहर या शॉपिंग मॉल में जा रहे हों, तब किसी को जरूर बताएं। अगर आप कहीं अनसेफ महसूस कर रहे हैं तो आप अपना लाइव लोकेशन किसी भरोसेमंद साथी को जरूर शेयर करें।
अमेरिका में सबसे सुरक्षित स्टेट कौन से हैं, क्या आपको पता है?
अमेरिका में पढ़ने के लिए सबसे सुरक्षित स्टेट हैं-यूटाह, मेसाचुसेट्स, न्यू हैंपशायर, व्योमिंग, आइयोवा, वरमॉन्ट, मिनिसोटा और माइने। यहां पर रहना, खाना-पीना और घूमना भी सुरक्षित है। भारतीय छात्रों को हो सके तो इन स्टेट की यूनिवर्सिटी में दाखिला लेना चाहिए।