रेलनीति के जरिये राजनीति की कोशिश में कांग्रेस! कट्टरपंथियों की भाषा क्यों बोल रहा विपक्ष ?

ये संभव है कि आपको ये खबर हेडलाइन पढ़कर पूरी तरह समझ ना आये, अब जरा पिछले दिनों हुईं तीन अलग अलग खबरों को पढ़िये और पढ़ने के बाद इनके बीच के तार मिलाने की कोशिश करिये, फिर आपको हेडलाइन में इस्तेमाल किये गये शब्दों का मतलब बेहतर तरीके से समझ में आएगा।

पहली खबर ये है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार राजस्थान, यूपी से लेकर देश के अलग अलग जगहों में रेल की पटरी पर कोई भारी भरकम चीज रखकर लौहपथगामिनी यानि भारतीय रेल को डिस्टर्ब करने की कोशिश हुई।  कट्टरपंथियों द्वारा वंदे भारत पर पत्थरबाजी करने के बाद कभी यूपी के फर्रुखाबाद में लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रखा गया, वो वहीं राजस्थान में वंदे भारत के ट्रैक पर सीमेंट के ब्लॉक रखे गये।

अब आते हैं दूसरी खबर पर, दूसरी खबर ये है कि जांच एजेंसियों के रडार पर चल रहा, हाई-प्रोफाइल बम धमाकों से जुड़ा रहा चरमपंथी आतंकी फरहतुल्लाह गौरी ने टेलीग्राम पर वीडियो जारी कर स्लीपर सेल को आदेश देते हुए कहा है कि भारत में देश भर में ट्रेनों पर हमले करो। ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश करो। प्रेशर कुकर का प्रयोग कर ट्रेन के अंदर बम धमाका करो। पंट्रोलियम कि पाइपलाइन में धमाका करो और हिंदू नेताओं की हत्या करो।

अब अंत में तीसरी और सबसे महत्वपूर्ण खबर, नरेंद्र मोदी के तीसरी बार कांग्रेस को हराकर प्रधानमंत्री बनने के बाद से कांग्रेस मोदी को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है, देश का मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस हर रेल हादसे के बाद मोदी सरकार पर सवाल उठा रहा है, जबकि मुख्य विपक्षी दल को सरकार के साथ मिलकर सरकारी संपत्ति को नुकसान कौन पहुंचा रहा है, किसके इशारे पर पहुंचाया जा रहा है, किस मकसद से पहुंचाया जा रहा है, इस पर देशहित में विचार करना चाहिये। हद तो तब हो गई जब मोदी विरोध में कांग्रेस नें पिछले दिनों एक ट्रेन के यूपी के रायबरेली में बेपटरी होने पर फिर सरकार और रेल मंत्री पर बिना पूरा सच जाने सवाल उठा दिये, जबकि सच ये था कि रायबरेली में भारतीय रेलवे की नहीं बल्कि NTPC की ट्रेन बेपटरी हुई थी।

रेल मंत्रालय ने जब से कांग्रेस के झूठ को सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये बेपर्दा किया तब से ये सवाल उठने लगे हैं कि आखिर क्यों कांग्रेस झूठ बोल रही है? किसके सुर में सुर मिला रही है? देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचा कर ये कैसी राजनीति कांग्रेस कर रही है? आम जनता के मन में भारतीय रेलवे के प्रति अविश्वास पैदा करने की साजिश कौन कर रहा है? मोदी विरोध में क्योंकि कट्टरपंथियों के काम और कांग्रेस के सुर मिल रहे हैं? एक तरफ कट्टरपंथी अपने पाकिस्तानी आका के इशारे पर रेल को बेपटरी करने की कोशिश कर रहे हैं, दूसरी तरफ कांग्रेस और उसके सहयोगी क्षेत्रीय दल हर दुखद रेल हादसे पर मोदी सरकार को घेर रहे हैं, क्या ये महज संयोग भर है या प्रयोग? इसका सवाल जांच कर रही टीम के साथ साथ आमजन को भी तलाशना चाहिये।

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