कट्टरपंथी तीसरे टर्म की मोदी सरकार को करना चाहते हैं बदनाम, देश की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की साजिश में कौन-कौन शामिल?

लगातार हो रहे रेल हादसों के पीछे कौन? यूपी पुलिस ने किया बड़ा खुलासा. आखिर किसकी शह पर घिनौना काम कर रहे कट्टरपंथी?

4 जून 2024 को जब लोकसभा चुनाव के परिणाम आए तब सामूहिक विपक्ष इंडिया गठबंधन के मन में प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने की उम्मीदें हिलोरें मार रहीं थी। क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी अकेले दम पर 272 के जादुई आंकड़े तक पहली बार नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन राजनीति के माहिर खिलाड़ी नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू का साथ लेकर तीसरी बार केंद्र की सत्ता हासिल कर अपने विरोधियों को पटकनी दी थी। उसके बाद से ही यह संकेत मिल रहे थे कि पिछले 10 सालों में पहली बार मजबूत हुआ विपक्ष मोदी सरकार की राह में कांटे बिछाएगा। लेकिन सत्ता पक्ष इससे बेपरवाह पिछले 10 सालों में किए गए विकास के काम को और ज्यादा गति देने में जुटा हुआ था।

पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही रेल दुर्घटनाओं ने सरकार की छवि को ठेस पहुंचाई है, वही विपक्ष लगातार इन दुर्घटनाओं पर मोदी सरकार पर हमलावर है। इन सब के बीच उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुए एक खुलासे ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कहीं आए दिन हो रही रेल दुर्घटनाओं के पीछे कट्टरपंथियों की साजिश तो नहीं? क्या कट्टरपंथी मोदी सरकार को बदनाम या अस्थिर करना चाहते हैं?

यह पूरा मामला यूपी के अलीगढ़ से जुड़ा हुआ है। अलीगढ़ में रेलवे ट्रैक पर दो पहिया वाहन का रिम रखा हुआ मिला था। इस रिम से एक मालगाड़ी टकराई थी इसके बाद जब रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। दरअसल रेलवे ट्रैक पर बाइक के रिम को अलीगढ़ के ही रहने वाले मोहम्मद अफसान ने रखा था। पुलिस की कड़ी पूछताछ में मोहम्मद अफसान ने यह स्वीकार किया की वह ट्रेन को पटरी से उतारना चाहता था, आरोपी की इस स्वीकारोक्ति के बाद पुलिस इस पहलू पर जांच कर रही है कि कहीं इसके तार बाकी रेल दुर्घटनाओं से तो नहीं जुड़े हैं? क्या मोहम्मद अफसान ने अकेले इतनी बड़ी साजिश की या फिर इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क है? किसके इशारे पर अफसान ने कानून को अपने हाथ में लिया? जल्दी ही इन सब सवालों के जवाब भी आमजनों के सामने आएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे मंत्रालय को भी पूरे प्रकरण की मॉनिटरिंग और जांच के निर्देश दिए हैं। पिछले दो महीनों में मध्यप्रदेश, झारखंड, यूपी, राजस्थान समेत देश के कई हिस्सों में रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, इसलिये जांच की परिधि को विस्तार दिया जा रहा है।

एक तरफ कट्टरपंथी रेल हादसे की साजिश कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ हर हादसे के बाद विपक्ष मोदी सरकार पर राजनैतिक हमले कर रहा है। तो वहीं अब इन दोनों कारनामों के बीच साजिश की कड़ी को तलाशा जा रहा है।

-अनुज शुक्ला

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