नेता विपक्ष राहुल गांधी पूरे देश में मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करते हैं, लेकिन कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि मोहब्बत की इस दुकान में सिर्फ एक वर्ग विशेष की ही एंट्री है। कई मौकों पर तो मोहब्बत की ये दुकान हिंदुओं के प्रति नफरत का सामान बांटती नज़र आती है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है हरियाणा के पानीपत से, जहां कांग्रेस के एक सीनियर नेता हिंदुओं के पक्ष में आवाज़ उठाने से इतना भड़क गए कि अपने ही कार्यकर्ता को जमकर फटकार लगा डाली और जब कार्यकर्ता ने इसका विरोध किया, तो उसे फौरन बीजेपी में जाने की हिदायत भी दे डाली।
मामला पानीपत ज़िले की समालखा विधानसभा सीट का बताया जा रहा है, जहां से कांग्रेस के धर्मपाल सिंह छौकर विधायक हैं। धर्मपाल सिंह छौकर और उनके बेटे सिंकदर छौकर पहले ही मनीलॉड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में हैं।
लेकिन अब उनके भाई कंवर सिंह छौकर सुर्खियों में हैं। दरअसल कंवर सिंह छौकर की उनके एक कार्यकर्ता के साथ हुई बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
कथित तौर पर कंवर सिंह छौकर के बताए जा रहे इस ऑडियो में वो अपनी ही पार्टी के एक कार्यकर्ता रवींद्र छौकर से बात करते सुनाई दे रहे हैं।
और बांग्लादेश के हिंदुओं के पक्ष में किसी ग्रुप पर पोस्ट करने के लिए फटकार लगा रहे हैं।
वो कह रहे हैं कि चुनावों का वक्त है, ऐसी पोस्ट क्यों कर रहे हो। जवाब में जब दूसरी तरफ मौजूद कार्यकर्ता कहता है कि इसमें क्या गलत है, आखिर बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ गलत हो रहा है, और इस वक्त उनके साथ खड़े रहना जरूरी है, तो विधायक के भाई साहब भड़क जाते हैं और कार्यकर्ता को फटकारने लगते हैं। वो कहते हैं कि हिंदुओं के पक्ष में बात करनी है, या इस तरह के पोस्ट करने हैं, तो बीजेपी में चले जाओ। यही नहीं वो ये कहते भी नजर आते हैं कि वो मुसलमान हैं। इसके बाद कार्यकर्ता भी भड़क जाता है, और नेताजी को फटकार लगाते हुए कहता है कि वो हिंदू है और हिंदुओं की बात करना बंद नहीं करेगा। यही नहीं वो नेताजी को फोन रखने को भी कह देता है।
विधायक के भाई और कार्यकर्ता की बातचीत का कथित वायरल ऑडियो – https://www.youtube.com/watch?v=xOyw9oLp14Y
कांग्रेस नेता- रविंदर
कार्यकर्ता- हां जी नमस्कार जी
कांग्रेस नेता- भाई ये गलत पोस्ट डाल रहा ग्रुप में
कार्यकर्ता- बाबू जी गलत कहां हैं, ये ठीक हैं
कांग्रेस नेता- हिंदू मुस्लिम की है पूरी, हिन्दू मुस्लिम क्यों कर रहा है तू ?
कार्यकर्ता- गलत बात तो है नहीं, मैंने तो विधायक वाली डाली थी, कि ध्यान रखना
कांग्रेस नेता- ये तो हिंदू मुस्लिम की है, मुसलमान कट्टर है ये तुमने कहा होगा
कार्यकर्ता- ना जी ऐसी तो कोई बात है नहीं जी…20 बार बेइज्जती कर रखी है मेरी
कांग्रेस नेता- किसने ?
कार्यकर्ता- तुमने
कांग्रेस नेता- तो ये क्या बात हुई बेइज्जती कर रखी है तो हमारे ऊपर गुस्सा निकलेगा, बीजेपी में चला जा, हिन्दू बन जा
हम तो मुसलमान हैं मुसलमान ही रहेंगे
कार्यकर्ता- आप मुसलमान होंगे
कांग्रेस नेता- हां
कार्यकर्ता- ठीक है फिर
कांग्रेस नेता- तुझे जब है चला जा बीजेपी में, आगे ये सब की जरूरत नहीं, समझा
कार्यकर्ता- ठीक है, मेरी बात सुन, आज के बाद तेरे दफ्तर में आऊं भी नहीं
कांग्रेस नेता- हां मेरे दफ्तर में मत आना बिल्कुल
कार्यकर्ता- फोन काट दे, काट दे फोन…हम भी हिन्दू ही हैं
कांग्रेस नेता- मेरे दफ्तर में आने की जरूरत नहीं है
कार्यकर्ता- नहीं आते
कांग्रेस नेता- यहां खाए, यहीं ##, यहीं #@**, #&₹@@ घटिया आदमी
बातचीत का ये पूरा ऑडियो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल है, और TFI इसकी पुष्टि नहीं करता। हालांकि जब टीएफआई की टीम ने उक्त कार्यकर्ता से संपर्क किया, तो उसने ये जरूर स्वीकारा कि ऐसा कुछ हुआ था, लेकिन अब सब ठीक है।
अब भले ही कार्यकर्ता और उनके नेता इसे सामान्य बातचीत का हिस्सा मान रहे हों, लेकिन अगर ये ऑडियो सत्य है, तो इससे इतना जरूर स्पष्ट हो जाता है कि हिंदू हितों को लेकर कांग्रेस और उसके नेताओं की मानसिकता क्या है? यहां ये समझना भी जरूरी है कि एक विधायक या उसके भाई को ऐसे हिंदू विरोधी स्टैंड लेने का नैतिक साहस कहां से प्राप्त हुआ होगा ? जाहिर सी बात है ये विचारधारा ऊपर से होकर ही नीचे पहुंची होगी और इसीलिए ऑडियो में सुनाई दे रहे नेता जी, सिर्फ बांग्लादेश के हिंदुओं की बात करने पर अपने ही कार्यकर्ता से नाराज हो रहे हैं, उन्हें बीजेपी में जाने की नसीहत दे रहे हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं की जो स्थिति है, उससे कहीं ज्यादा चिंताजनक ये ऑडियो है। अगर ये ऑडियो सत्य है, तो कांग्रेस को भी इसका जवाब देना चाहिए और बताना चाहिए कि वो किसके साथ है? क्या कांग्रेस के अंदर कोई हिंदू भी हिंसा पीड़ित अपने हिंदू भाई-बहनों के अधिकारों की बात नहीं कर सकता, या उनके प्रति संवेदना नहीं जता सकता, या उसे सिर्फ गाजा और फलीस्तीन के मुस्लिमों के लिए ही कैंडल मार्च निकालना होगा।