त्रिपुरा के काली मंदिर में मूर्ति तोड़फोड़ करने के बाद भड़की हिंसा, कई वाहनों और घरों को किया आग के हवाले

क्षेत्र में बिगड़ते हालात और कानून व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।

पश्चिमी त्रिपुरा के रानीरबाजार इलाके में साम्प्रदायिक तनाव के कारण माहौल काफी खराब हो गया है। यहां के काली माता मंदिर में घुस कर कुछ असामाजिक तत्‍वों द्वारा तोड़फोड़ की गई, जिससे अशांति फैल गई। घटना से आहत लोगों ने घरों और वाहनों में तोड़फोड़ की है। इसमें लगभग 6 लोग घायल हो गए हैं जिनका उपचार अस्पताल में चल रहा है। घटना रविवार की है। क्षेत्र में माहौल खराब देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है और हालात पर नियंत्रण करने के लिए घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

मूर्ति का सिर काटने के कारण बिगड़ा माहौल

मीडिया रिपोट़र्स के मुताबिक, घटना रानीरबाजार इलाके के कटराइबारी गांव की है। यहां बना काली माता का एक मंदिर आसपास के ग्रामीणों की श्रद्धा का मुख्य केंद्र है। यह मंदिर 30 साल पुराना है। रविवार की सुबह जब श्रद्धालु इस मंदिर में पूजा के लिए पहुंचे तो उन्होंने देवी काली की मूर्ति का सिर कटा हुआ देखा। थोड़ी ही देर में इस घटना की खबर आसपास के क्षेत्रों में फ़ैल गई। लोग मंदिर पर जुट कर विरोध-प्रदर्शन करते हुए आरोपी को खोज कर कठोर कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से करने लगे।

क्षेत्र में साम्‍प्रदायिक माहौल व्‍याप्‍त

इसी दौरान हालत नियंत्रण से बाहर हो गया। कुछ लोगों के एक समूह ने घरों में आगजनी और तोड़फोड़ शुरू कर दिया। देखते ही देखते क्षेत्र में साम्प्रदायिक तनाव फैल गया। हिंसक भीड़ ने कटराइबारी, दुर्गा नगर और आस्था मंगल गांवों को निशाना बनाया। करीब 12 घरों को आग के हवाले कर दिया गया। आधे दर्जन मकानों में लूटपाट की गई है। इस हिंसा में लगभग 1 दर्जन दो पहिया वाहन और 4 चौपहिया वाहनों को जला दिया गया। हिंसा की चपेट में आने से तकरीबन 6 लोग घायल हो गए हैं।

मौके पर भारी पुलिस बल तैनात

माहौल खराब देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है । पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ फायर ब्रिगेड की गाड़ी, CRPF और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) की टीमें भी तैनात कर दी गईं हैं। माहौल को सामान्य करने के लिए दोनों पक्षों के बुजुर्गों ने पहल करने की कोशिश की। हालांकि यह पहल कामयाब नहीं हो पायी और क्षेत्र में तनाव का माहौल बरकरार है। लोगों का कहना है कि हमलावर स्थानीय नहीं बल्कि बाहरी थे। प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जारी है।

दोनों पक्षों के बुजुर्गों ने की बैठक

इस मामले में सोमवार को तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों के बुजुर्गों की एक बार फिर से बैठक हुई। पुलिस के तमाम वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ भारतीय जनता पार्टी के मंत्री सुशांत चौधरी ने भी प्रभावित इलाकों का दौरा किया। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। घटना का स्वतः संज्ञान ले कर पुलिस मामले की जांच व अन्य जरूरी कार्रवाई कर रही है। हमलावरों को चिन्हित कर धरपकड़ की जा रही है। इधर टिपरा मोथा सुप्रीमों प्रद्योत किशोर माणिक्‍य देवबर्मा ने सोमवार को घटना पर चिंता व्‍यक्‍त की है और सभी लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है।

विश्‍व नाथ झा।

Exit mobile version