नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने आतिशी को सीएम बनाने के साथ यह ऐलान कर दिया है कि वे पार्टी का स्थाई चेहरा नहीं हैं, बल्कि अस्थाई सीएम रहेंगी। आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने के निर्णय के बाद मीडिया से बातचीत में आप नेता एवं दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने स्पष्ट किया कि आतिशी को विधानसभा चुनाव तक के लिए ही मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। चुनाव में यदि जनता आम आदमी पार्टी को बहुमत प्रदान करती है तो अरविंद केजरीवाल ही पुनः मुख्यमंत्री बनेंगे।
गोपाल राय के इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि आतिशी को आप ने चुनावी हार के लिए बलि का बकरा बनाने के लिए ही सीएम बनाया है, उन्हें दिल्ली की जनता की सेवा करने के लिए नहीं। यदि पार्टी को आतिशी के नेतृत्व में भरोसा रहता तो वे पार्टी का स्थाई चेहरा बनती। मगर उन्हें अस्थाई सीएम बनाने के फैसले से स्पष्ट होता है कि आम आदमी पार्टी को आतिशी पर भरोसा नहीं है। आतिशी अपनी जड़ें जमाएं इससे पहले ही आम आदमी पार्टी ने समय पूर्व चुनाव की भी मांग कर दी है।
आप द्वारा समय पूर्व चुनाव कराने के मायने
आप द्वारा समय पूर्व चुनाव कराने के मायने स्पष्ट हैं कि वो केजरीवाल के इतर आतिशी को स्थाई चेहरा नहीं बनाना चाहती है। गोपाल राय ने कहा है कि पार्टी दिल्ली का विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में कराने की मांग करेगी और जनता की अदालत से पूर्ण बहुमत की जीत के बाद केजरीवाल दोबारा से दिल्ली के सीएम बनेंगे। उन्होंने आप द्वारा विधायक दल की बैठक में पारित प्रस्ताव की जानकारी देते हुए कहा कि आतिशी विधानसभा चुनाव तक ही सीएम रहेंगी। चुनाव के बाद पार्टी के पक्ष में जनमत आने के बाद केजरीवाल सीएम होंगे।
वैसे गोपाल राय ने यह भी कहा है कि आतिशी को दिल्ली की 2 करोड़ जनता के साथ मिलकर केजरीवाल के अधूरे कार्यों को पूरा करने को कहा गया है। आतिशी दिल्ली की जनता को साथ लेकर भाजपा द्वारा रोके जा रहे विकास कार्यों को पूरा करेंगी। मगर आम आदमी पार्टी के प्रस्ताव के दावों के इतर सच्चाई यह है कि केजरीवाल खुद ही आतिशी को जमने नहीं देना चाहते हैं। वरना उन्हें आतिशी को सीएम बनाने के साथ-साथ आप अक्टूबर या नवंबर को चुनाव की मांग नहीं करती। दिल्ली के विधानसभा चुनाव फरवरी में होने हैं। यदि आतिशी के प्रति केजरीवाल का मन साफ होता तो वे उन्हें थोड़ा ज्यादा समय देते और समय पर चुनाव की बात करते। इसलिए यह जाहिर होता है कि आतिशी को सीएम बनाना और चुनाव जल्द कराने की मांग केजरीवाल की स्वयं की राजनीति से प्रेरित है।