नई दिल्ली: क्या दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी बंगला अब तक नहीं खाली किया है? क्या केजरीवाल ने अनधिकृत अधिकारी को बंगले की चाबी सौंपी और वो भी सिर्फ फोटो सेशन के लिए? क्या अब तक लोक निर्माण विभाग को उस सरकारी आवास की चाबी नहीं सौंपी गई है, जिसमें बतौर सीएम केजरीवाल रहा करते थे? ये सारे सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि PWD की तरफ से सीएम ऑफिस के स्पेशल सेक्रेटरी को जो चिट्ठी भेजी गई है, उसमें साफ कहा गया है कि 6 फ्लैग स्टाफ रोड बंगले की चाबी अब तक उसे नहीं सौंपी गई है।
पीडब्ल्यूडी को अब तक नहीं मिली बंगले की चाबी!
पीडब्ल्यूडी विभाग का यह भी कहना है कि 6 अक्टूबर को दोपहर में जब हैंडओवर की औपचारिकता के लिए टीम बंगले पर गई, तब भी उसे चाबी नहीं मुहैया कराई गई है। बीजेपी ने भी इस मामले में अरविंद केजरीवाल को घेरा है। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल ने सिर्फ नौटंकी की है, भ्रष्टाचार के प्रतीक शीशमहल की चाबी आज भी उन्हीं के कब्जे में है।
केजरीवाल ने शीशमहल कभी खाली नहीं किया: दिल्ली बीजेपी
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अपने आरोपों के समर्थन में मीडिया को एक नोटिस भी दिखाया है, जिसमें चाबी अब तक नहीं मिलने का जिक्र है। सचदेवा ने कहा है कि सुनीता केजरीवाल ने कैमरे के सामने बंगले की चाबी ऐसे अफसर को सौंपी, जो उसके लिए अधिकृत ही नहीं थे। सचदेवा ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा, ‘नियमों के तहत चाबी अब तक पीडब्ल्यूडी विभाग को नहीं सौंपी गई है। जब केजरीवाल परिवार के साथ निकल रहे थे, उस दिन की नौटंकी हम सबने देखी। अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार का प्रतीक शीशमहल कभी खाली नहीं किया। सरकारी नियमों के तहत शीशमहल वाला सरकारी आवास अभी खाली नहीं हुआ है।‘
सीएम ऑफिस के विशेष सचिव को नोटिस का जिक्र
सचदेवा ने पीडब्ल्यूडी के एक नोटिस को मीडिया में दिखाते हुए कहा कि सीएम ऑफिस के विशेष सचिव प्रवेश रंजन झा को नोटिस भेजा गया है। इसमें साफ तौर पर लिखा है कि 6 फ्लैग स्टाफ रोड की चाबी पीडब्ल्यूडी स्टाफ को थोड़ी देर के लिए देकर वापस ले ली गई। नोटिस में कहा गया है कि आवास के निर्माण के सिलसिले में विजिलेंस जांच चल रही है, ऐसे में नए आवंटन से पहले इसकी छानबीन होनी है। क्या-क्या सामान बंगले के अंदर हैं, उनकी एक लिस्ट भी बनाई जानी है।
‘केजरीवाल नहीं चाहते कि बंगले के राज बाहर आएं’
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सचदेवा ने कहा, ‘उस दिन सुनीता जी चाबी सीएम ऑफिस के विशेष सचिव प्रवेश रंजन झा को सौंप रही हैं, जबकि यह चाबी पीडब्ल्यूडी विभाग के सेक्शन ऑफिसर विजय कुमार के हवाले की जानी थी। प्रवेश रंजन झा को चाबी दिए जाने के कुछ घंटे बाद ही चाबी वापस ले ली जाती है। चाबी आज भी केजरीवाल के कब्जे में है। दिल्ली की खड़ाऊं सीएम अगले दिन खत लिखती हैं कि मैं उस आवास में जाऊंगी। नियम-कानून के तहत कोई कार्रवाई नहीं की गई। अरविंद केजरीवाल नहीं चाहते कि बाकी लोग देख पाएं कि उस बंगले में क्या राज छिपे हैं।‘
4 अक्टूबर को खाली किया था सरकारी बंगला
अरविंद केजरीवाल ने 4 अक्टूबर को 6 फ्लैग स्टाफ रोड का सरकारी बंगला खाली किया था। आवास से वह पत्नी सुनीता केजरीवाल और अपने माता-पिता के साथ बाहर निकले थे और इसकी तस्वीरें भी सामने आई थीं। केजरीवाल अपने परिवार के साथ मंडी हाउस स्थित 5 फिरोजशाह रोड बंगले में शिफ्ट हुए हैं। यह आवास आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल का आधिकारिक आवास है। मित्तल पंजाब से राज्यसभा सदस्य हैं और उन्हें यह बंगला पहले से ही मिला हुआ है। दिल्ली आबकारी नीति मामले में अरविंद केजरीवाल पर घोटाले का आरोप है। 13 सितंबर को उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी। इसके बाद उन्होंने 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके चार दिन बाद 21 सितंबर को आतिशी ने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके अलावा सौरभ भारद्वाज, मुकेश अलावत, इमरान हुसैन, कैलाश गहलोत और गोपाल राय ने मंत्री पद की शपथ ली थी। दिल्ली में अगले साल फरवरी तक विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।