गोली लगने से हुई रामगोपाल की मौत, टॉर्चर के दावों को बहराइच पुलिस ने बताया अफवाह, यह अपील

हिंसा और झड़प के दौरान रामगोपाल मिश्रा को दंगाइयों ने घर के अंदर खींचकर मार दिया था।

हत्या से पहले रामगोपाल का बुरी तरह टॉर्चर हुआ था

बहराइच: बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। रामगोपाल के शरीर में कई छर्रे भी मिले हैं। इस बीच बहराइच पुलिस ने रामगोपाल की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों  पर विराम लगाया है। पुलिस ने कहा है कि कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर करंट लगाने और नाखून उखाड़ने जैसी भ्रामक बातें की जा रही हैं। पोस्टमॉर्टम में मौत की वजह गोली लगने से सामने आई है। बहराइच पुलिस ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।

गोली लगने से मौत: बहराइच पुलिस

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक रामगोपाल के आंखों के पास किसी पेचकस नुमा नुकीली चीज से हमला किया गया था। सिर और माथे पर भी चोट के निशान मिले हैं। उसके शरीर में सीने से गले तक 25 से 30 छर्रे धंसे मिले हैं। पुलिस का कहना है कि गोली लगने से रामगोपाल की मौत हुई है और सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं को न प्रसारित किया जाए। इससे पहले कई न्यूज चैनलों ने रामगोपाल के साथ हैवानियत की बात कही थी लेकिन पुलिस ने इन सबके पीछे कोई सत्यता नहीं होने की बात कही है।

अफवाहों पर ध्यान न दें, सौहार्द बनाए रखें: पुलिस

बहराइच पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। पुलिस ने इस अपील में कहा है, ’13 अक्टूबर को कस्बा महराजगंज थाना हरदी जनपद बहराइच में घटित घटना में एक हिंदू व्यक्ति की हत्या के संबंध में सोशल मीडिया में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के उद्देश्य से भ्रामक सूचना जैसे मृतक को करंट लगाना, तलवार से मारना एवं नाखून उखाड़ना आदि बातें फैलाई जा रही हैं, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है। पोस्टमॉर्टम में मृत्यु का कारण गोली लगने से होना पाया गया है। इस घटना में एक व्यक्ति के अतिरिक्त किसी की मृत्यु नहीं हुई है। अतः सभी से अनुरोध है कि सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए अफवाहों पर ध्यान न दें व भ्रामक सूचनाओं को न प्रसारित करें।’

मुख्य आरोपी फरार, 1 नामजद गिरफ्तार

रामगोपाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद और उसके बेटे अभी फरार चल रहे हैं। हमीद की छत पर ही रामगोपाल को दंगाई खींचकर ले गए थे। हत्या में नामजद छह आरोपियों में से एक राजा उर्फ साहिर खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं महराजगंज के हरदी थाना क्षेत्र निवासी अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज (पुत्र अब्दुल हमीद), फहीम (पुत्र अब्दुल हमीद) के अलावा रेहुवा मंसूर गांव के ननकऊ और मारूफ अली गिरफ्त में नहीं आए हैं। रामगोपाल की हत्या में चार अज्ञात के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ था। यूपी पुलिस और एटीएस की टीमें बहराइच और उसके पास स्थित नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर धरपकड़ के लिए अभियान चला रही हैं। इस बीच लापरवाही बरतने के आरोप में यूपी सरकार ने सीओ महसी रूपेंद्र गौड़ को निलंबित कर दिया है। उनकी जगह पर रवी खोखर को महसी सीओ का चार्ज दिया गया है।

परिजनों से मिले थे सीएम योगी, ये मदद

मंगलवार को रामगोपाल की मां-पिता और पत्नी रोली से सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में मुलाकात की थी। सीएम ने परिवार को भरोसा दिया था कि दोषियों को किसी हालत में नहीं बख्शा जाएगा। सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट में कहा था कि यूपी सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। इसके साथ ही परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के अलावा पीएम आवास, आयुष्मान कार्ड और रामगोपाल की पत्नी रोली  को संविदा पर नौकरी का ऐलान किया था। परिवार के साथ महसी के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह भी मौजूद थे। सुरेश्वर सिंह ने कहा था कि जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई का मुख्यमंत्री योगी ने आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों का उचित इलाज किया जाएगा।

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