कराची में हुए बम धमाके में चीनी नागरिकों की मौत के बाद चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। यह विस्फोट 6 अक्टूबर, 2024 को पाकिस्तान में कराची हवाई अड्डे के बाहर हुआ, जहां चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया। इस धमाके में 3 चीनी नागरिकों की मौत हो गई और लगभग 17 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। चीन ने इस घटना को आतंकवादी हमला बताया और पाकिस्तान से आतंकवादियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है।
हमले के बाद पाकिस्तान में चीनी दूतावास और महावाणिज्य दूतावास ने इमरजेंसी प्लान पर काम शुरु कर दिया है। चीनी दूतावास की ओर से बयान जारी किया गया और चीन ने इस घटना को आतंकवादी हमला करार दिया और पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। चीनी सरकार ने अपने नागरिकों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि वह इस मामले की पूरी जांच करने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। पाकिस्तान को इस घटना की गहन जांच करनी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में खड़ा करना चाहिए।”
पाकिस्तान में अधिकतर कर्मचारी चीन की अरबों डॉलर की उस ‘बेल्ट एंड रोड ‘ प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे है जो दक्षिण और मध्य एशिया को चीनी राजधानी से जोड़ने के लिए शुरु की गई है। इस हमले में चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया । विस्फोट उस वक्त हुआ जब कार एयरपोर्ट की तरफ जा रही थी, जिसके कारण आस पास की गाड़ियां भी चपेट में आ गई।
पुलिस अधिकारी अजफर महेसर ने बताया कि हम पता लगा रहे है कि हमले कैसे और क्यों किया गया। नागरिक उड्डयन विभाग के कर्मचारी राहत हुसैन ने कहा विस्फोट इतना भीषण था कि इससे हवाई अड्डे की इमारतें हिल गईं।
हाल के वर्षों में कराची, क्वेटा, और ग्वादर जैसे इलाकों में चीनी नागरिकों और परियोजनाओं को निशाना बनाने के कई हमले हो चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये संगठन चीन की उपस्थिति को अपने लिए खतरा मानते हैं और इसी कारण वे चीनी नागरिकों को निशाना बना रहे हैं।
कराची बम धमाके में चीनी नागरिकों की मौत से चीन और पाकिस्तान दोनों ही देशों के लिए नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। चीन ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और पाकिस्तान से दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।