‘भूख से तड़पाकर खिलाया गया बच्चों का मांस’: ISIS की ‘सेक्स स्लेव’ रही महिला ने सुनाई खौफनाफ दास्तां

इजरायली सेना ने अमेरिकी दूतावास के साथ मिलकर महिला को मुक्त कराया है

दुनिया के सबसे क्रूर आतंकी संगठन ISIS के आतंक और बर्बरता के किस्से लगातार सामने आते हैं। इन आंतकियों की बर्बरता किसी से छिपी नहीं और अब गाजा से ISIS की कैद से बचाई गई एक यजीदी महिला ने आतंकियों की कैद की खौफनाफ आपबीती सुनाई है। इजरायली सेना ने अमेरिकी दूतावास के साथ मिलकर किए एक ऑपरेशन में करीब 2 सप्ताह पहले इस यजीदी बंधक फौजिया अमीन सिदो को ISIS की कैद से छुड़ाया था। फौजिया ने एक इंटरव्यू के दौरान 10 वर्षों तक बंधक रहने के दौरान अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की कहानी बताई है जिसके कुछ हिस्सों को ‘द सन’ ने छापा है। ISIS के आंतिकयों ने इराक से फौजिया का अपहरण किया था और उसका अनेकों बार अलग-अलग लोगों ने रेप किया कई बार गुलाम के रूप में बेच दिया गया और अंत में उसे गाजा पट्टी में बंधक बनाकर रखा गया था।

‘भूख से तड़पाने के बाद खिलाया बच्चों का मांस’

फौजिया ने बताया है कि जब वो 11 साल की थीं तब उसे और उसके भाई को ISIS ने कैद कर दिया था और अपहरण के बाद ISIS के आतंकियों ने उन्हें 4 दिनों तक भूखा रहा था। फौजिया ने ‘द सन’ को बताया कि उत्तर पश्चिमी इराक के एक शहर में ले जाने के बाद उन्हें खाना दिया गया था। आतंकियों ने चावल और मांस पकाकर उन्हें खाना के लिए दिया था और हमें जो मिला वो हमने खा लिया। फौजिया ने कहा, “खाना खाते समय हम समझ गए कि इसमें कुछ गड़बड़ है क्योंकि इसका स्वाद क्योंकि स्वाद अजीब था। इसके बाद, हमारे पेट में दर्द होना शुरु हो गया और हम बीमार हो गए।” फौजिया के मुताबिक, कुछ समय बाद ISIS के दरिंदों ने अपनी घिनौनी करतूत का खुलासा करते हुए फौजिया को बताया कि उन्हें बच्चों का मांस खिलाया गया है। आतंकियों ने फौजिया और उसके साथ मौजूद बंधकों को कुछ सिर कटे बच्चों की तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि ‘ये वही बच्चे हैं जिन्हें तुमने खा लिया है। फौजिया ने याद करते हुए बताया कि आतंकियों द्वारा दिखाई गई तस्वीरों में एक मां ने अपने बच्चे को उसके हाथों से पहचान लिया था। इनके सबके बीच बंधकों में मौजूद एक महिला को उसी समय दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई थी।

5 बार बेची गई फौजिया 15 साल में बन गई 2 बच्चों की मां

फौजिया को सीरिया में कई वर्षों तक बंधक बनाए रखने के दौरान ISIS के आंतकियों ने उसे 5 बार खरीदा और बेचा था और उसे खरीदने वाला पांचवां शख्स उससे दस साल बड़ा फिलिस्तीनी ISIS आतंकवादी था। 24 साल का आंतकी ड्रग्स देने के बाद फौजिया का रेप किया करता था। फौजिया ने बताया, “जब तक आतंकी सो नहीं जाता था मैं बाथरूम में छिपी रहती थी और जब उसने मुझे छिपते हुए देखा तो मुझे ड्रग्स देने के बाद मेरा रेप किया।” फौजिया का बार-बार रेप किया गया और 15 साल की उम्र में ही वह एक बच्चे और एक बच्ची की मां बन गई थी। ISIS के आतंकियों की बंधक रहने के दौरान फौजिया पर मुस्लिम बनने का भी दबाव डाला गया था।

गाजा कैसे पहुंची फौजिया?

2018 में सीरिया से ISIS के निकलने के बाद फौजिया का उसे बंदी बनाने वाले से संपर्क टूट गया था। फौजिया को पूर्वोत्तर सीरिया के रेगिस्तान में स्थित अल-हौल शिविर में भेज दिया गया था। इस शिविर में रहते समय फौजिया को पता चला कि उसे बंदी बनाने वाला शख्स सीरिया की एक जेल में बंद था। इसके बाद फौजिया अपने बच्चों के भविष्य के डर के चलते परिवार के साथ रहने के लिए गाजा चली गई। फौजिया को तुर्की और मिस्र के रास्ते फर्जी पासपोर्ट के सहारे गाजा ले जाया गया था। गाजा में फौजिया के साथ उसके मृत पति के परिवार ने घिनौने व्यवहार किया और उसे बंधक बनाकर रखा गया। फौजिया के मुताबिक, हमास के लोगों द्वारा उसके साथ गुलामों की तरह व्यवहार किया जाता था। पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले और उसकी प्रतिक्रिया के बाद फौजिया को गुलाम के तौर पर काम करने के लिए एक अस्पताल में भेज दिया गया था। इसके बाद इजरायली सेना के एक ऑपरेशन में उसे बचाया गया और बीते 1 अक्टूबर को फौजिया को आतंकियों से मुक्त करा लिया गया।

कौन हैं यजीदी

यजीदी उत्तर-पश्चिमी इराक, उत्तर-पश्चिमी सीरिया और दक्षिण-पूर्वी तुर्की में छोटे-छोटे समुदायों में रहने वाले धार्मिक अल्पसंख्यक हैं। यजीदियों की मौजूदा संख्या का सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है लेकिन अलग-अलग आंकलनों के मुताबिक उनकी आबादी करीब 70,000 से लेकर 5 लाख तक है। ISIS के आतंकी 2014 से लगातार यजीदी समुदाय के लोगों को निशाना बनाते आए हैं। अनुमान लगाया जाता है कि ISIS के हमलों में कम से कम 5,000 यजीदी मारे गए, करीब 10,000 लोगों का अपहरण कर लिया गया और बड़ी संख्या में यजीदी समुदाय के लोगों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था। फौजिया भी 2014 में ISIS के आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में शामिल थी।

 

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