हिज्बुल्लाह पर इजरायल कहर बनकर टूट रहा है उसके आतंकियों और ठिकानों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। कुछ दिनों पहले मारे गए हिज्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरुल्लाह के वारिस बताए जा रहे हाशिम सफीद्दीन को इजरायल ने अपना नया शिकार बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल ने गुरुवार रात बेरूत में हाशिम सफीद्दीन को निशाना बनाकर हवाई हमले किए।
इन हमलों के दौरान सफीद्दीन हिज्बुल्लाह के अन्य आतंकियों के साथ एक बंकर में बैठक कर रहा था। दावा किया जा रहा है कि यह हमला नसरुल्लाह पर किए गए हमले से भी बड़ा था। हालांकि, इस हमले में सफीद्दीन की मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
खुद को पैगंबर का वंशज मानता है सफीद्दीन
1960 के दशक की शुरुआत में दक्षिणी लेबनान में जन्मा सफीद्दीन हिज्बुल्लाह के शुरुआती सदस्यों में शामिल है। वह लेबनान में 1980 के दशक के गृहयुद्ध के दौरान हिज्बुल्लाह में शामिल हुआ और संगठन की राजनीतिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जैसी गतिविधियों से जुड़े प्रमुख पदों पर रहा है। वह हिज़्बुल्लाह के सैन्य अभियानों में भी शामिल रहा है। अक्सर काली पगड़ी पहनकर नजर आने वाला सफीद्दीन खुद को पैगंबर मोहम्मद का वंशज मानता था।
जुलाई 2001 में एक आम सभा की बैठक में उसे हिज्बुल्लाह की कार्यकारी परिषद ‘शूरा तनफिजियाह’ का अध्यक्ष चुना गया और तब से वह इस पद पर है। यह परिषद हिज़्बुल्लाह की सभी राजनीतिक गतिविधियों के बारे में निर्णय लेती है। इसके अलावा यह जिहाद काउंसिल का चेयरमैन भी है जो हिज्बुल्लाह के मिलिट्री ऑपरेशंस की प्लानिंग करती है। आपको बता दें कि हाशिम सफीद्दीन को 2017 में अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया था।
कासिम सुलेमानी का समधी है हाशिम सफीद्दीन
हाशिम इरान की कुद्स फोर्स के प्रमुख रहे मेजर जनरल कासिम सुलेमानी का भी रिश्तेदार है। 2020 में हाशिम के बेटे रिदा ने कासिम सुलेमानी की बेटी जैनब से शादी की थी। तब इस शादी को कुछ विश्लेषकों और आलोचकों ने हिज्बुल्लाह में ईरान की पैठ के प्रतीक के रूप में देखा था। गौरतलब है कि कासिम सुलेमानी की 2020 में ही बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी।