छत्तीसगढ़ के इतिहास का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन: 1 साल में 185 ढेर, ‘डबल इंजन’ का कमाल?

आखिरी साँसें गिनता 'लाल आतंकवाद'

छत्तीसगढ़, नक्सल विरोधी ऑपरेशन

वामपंथी आतंकियों का सफाया कर लौटते सुरक्षा बलों के जवान

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर और दंतेवाड़ा ज़िलों के सीमावर्ती इलाके अबूझमाड़ के आस-पास सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ राज्य के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन किया है। शुक्रवार को शुरू हुए इस ऑपरेशन के बाद अब तक 31 नक्सलियों के शव मिल चुके हैं और कुल 36 से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।

इससे पहले कांकेर जिले में एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया था लेकिन एकसाथ 36 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराने का यह पहला मामला है। बस्तर रेंज के पुलिस आईजी सुंदरराज पी ने इस मुठभेड़ को लेकर PTI को बताया कि सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ दोपहर 1 बजे अबुझमाड़ में थुलथुली और नेंदुर गांव के बीच शुरू हुई थी।

कैसे अंजाम दिया गया ‘सबसे बड़ा’ ऑपरेशन

करीब-करीब गोवा के जितने आकार के अबूझमाड़ को नक्सलियों का अभेद्य किला माना जाता है और यहां इतने बड़े ऑपरेशन को अंजाम देना मुश्किल के साथ-साथ खतरनाक भी था। ‘दैनिक भास्कर’ ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि सुरक्षाबलों को बुधवार देर रात ही अपने मुखबिर के जरिए कई टॉप रैंक के नक्सल कमांडरों समेत दर्जनों नक्सलियों की मौजूदगी की खबर मिल गई थी और इसके बाद ऑपरेशन लॉन्च करने के लिए अधिकारियों ने करीब 4 घंटों तक योजना बनाई।

देर रात तक अफसर इस योजना पर माथापच्ची करते रहे और तय किया गया कि इस ऑपरेशन को इंटर डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेशन के तहत चलाया जाएगा। सुरक्षाबलों ने तय किया कि इस ऑपरेशन में जवानों को दो तरफ से थुलथुली की ओर भेजा जाएगा और करीब 5 जिलों के जवानों को इसमें शामिल किया जाएगा। गुरुवार की सुबह होते ही दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिलों को ऑपरेशन लीड करने की जिम्मेदारी दी गई और जवान गुरुवार को ही जंगलों में घुस गए।

इसके बाद लंबा सफर तय करने के बाद जवान नक्सलियों के अस्थाई कैंप थुलथुली तक पहुंचे और यहीं उनकी नक्सलियों से भीषण मुठभेड़ हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दंतेवाड़ा और नारायणपुर से स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) के लगभग 1000 जवान इस ऑपरेशन में शामिल हुए थे।

सीएम का नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प, शाह से की बात

छत्तीसगढ़ में पिछले साल दिसंबर में विष्णुदेव साय के नेतृत्व में BJP की सरकार बनने के बाद से राज्य में नक्सलियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ऑपरेशन के बाद गुरुवार-शनिवार की मध्य रात्रि में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से बात की है।

मुख्यमंत्री साय ने इस ऑपरेशन के बाद जवानों की तारीफ करते हुए कहा, “जवानों के हौसले और अदम्य साहस को नमन करता हूं।” उन्होंने आगे कहा, “नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी, इसके लिए हमारी डबल इंजन सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है।”

2024 में छत्तीसगढ़ में 185 से अधिक नक्सली हुए ढेर

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने बस्तर में एक रैली के दौरान एलान किया था कि देश से 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया हो जाएगा। अमित शाह के इन दावों पर पुलिस खरी उतरती नज़र आ रही है। छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि सुरक्षाबलों ने इस वर्ष अब तक अलग-अलग ऑपरेशन में राज्य में 185 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है। इस वर्ष नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुईं कुछ प्रमुख मुठभेड़ों के आंकड़े आपको बताते हैं…

– जनवरी से अप्रैल के बीच छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर 3 अलग-अलग मुठभेड़ों में 42 नक्सली मारे गए
– 2 अप्रैल को बीजापुर में 13 नक्सली मारे गए
– 15-16 अप्रैल को कांकेर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए
– 30 अप्रैल को नारायणपुर-कांकेर जिलों की सीमा पर 10 कथित नक्सली मारे गए
– मई में 2 अलग-अलग प्रमुख मुठभेड़ में कम-से-कम 19 नक्सली मारे गए
– 5 जून को नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ों में 6 नक्सली मारे गए
– 2 जुलाई को बस्तर के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 5 नक्सली मारे गए
– 2 सितंबर को दंतेवाड़ा जिले में मुठभेड़ के दौरान 6 महिला नक्सलियों समेत कुल 9 नक्सली मारे गए

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