हर पिता अपने बेटे को एक अच्छा इंसान और सफल व्यक्ति बनाना चाहता है। पिता का सपना होता है कि बेटा पढ़-लिखकर संस्कारी बने और समाज में अपनी पहचान बनाए। लॉरेंस बिश्नोई के पिता पुलिस में सिपाही थे और वह बेटे को आईपीएस बनाना चाहते थे; उन्होंने उसे वकालत भी कराई थी। लेकिन लॉरेंस गैंगस्टर बन गया।
NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से लॉरेंस बिश्नोई का नाम एक बार फिर चर्चा में है। महाराष्ट्र की राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक बाबा सिद्दीकी का नाम चर्चित था। उनकी हत्या के मामले में पुलिस ने दो शूटरों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने खुद को लॉरेंस गैंग का सदस्य बताया है। लॉरेंस गैंग की ओर से भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस हत्या की जिम्मेदारी ली गई है।
लॉरेंस बिश्नोई आज अपराध की दुनिया में एक कुख्यात गैंगस्टर है। 12 फरवरी, 1993 को पंजाब के फिरोजपुर जिले में जन्मे लॉरेंस का वास्तविक नाम सतविंदर सिंह है। मां ने प्यार-दुलार में उसे लॉरेंस नाम दिया था। पिता पुलिस में सिपाही थे और लॉरेंस को आईपीएस अधिकारी बनाना चाहते थे। साल 2010 में 12वीं की पढ़ाई के बाद उसे वकालत की पढ़ाई के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी में दाखिला दिलाया। पढ़ाई के दौरान लॉरेंस को नेतागिरी का चस्का लग गया और वह छात्र राजनीति में कूद पड़ा।
पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ते हुए लॉरेंस ने स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी नामक छात्र संगठन बनाया और इसके बैनर तले छात्र संगठन के चुनाव लड़ने का फैसला किया। चुनाव हुए, लेकिन नतीजे लॉरेंस के पक्ष में नहीं आए और उसे हार का सामना करना पड़ा। यह हार लॉरेंस बर्दाश्त नहीं कर सका। वह बदला लेना चाहता था और इसके लिए उसने एक रिवॉल्वर खरीदी और चुनाव में विरोधी रहे लोगों पर फायरिंग कर दी। इसके बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और यहीं से लॉरेंस का आपराधिक सफर शुरू हो गया।
इसके बाद लॉरेंस लूटपाट, अतिक्रमण, मारपीट, डकैती, हत्या और हत्या के प्रयास जैसे अपराधों में शामिल हो गया। साल 2012 तक उसके खिलाफ 7 मुकदमे दर्ज हो चुके थे। लॉरेंस खुद को बड़ा गैंगस्टर बनाना चाहता था और इसके लिए उसने अपनी टीम तैयार करनी शुरू की। सबसे पहले उसने अपने गिरोह में शार्प शूटरों की भर्ती की। आज लॉरेंस बिश्नोई गैंग देश के कई राज्यों में सक्रिय है और दावा किया जाता है कि इसमें 700 से अधिक शार्प शूटर शामिल हैं।
लॉरेंस बिश्नोई पर बड़े आरोप
साल 2018 में लॉरेंस बिश्नोई पर अभिनेता सलमान खान की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा। इस साजिश में लॉरेंस का खास गैंगस्टर संपत नेहरा सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट की रेकी करने आया था। हालांकि, हमले से पहले ही संपत नेहरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में उसने सलमान खान पर हमले की पूरी प्लानिंग का खुलासा कर दिया। लॉरेंस खुलेआम कह चुका है कि काले हिरण का शिकार करने के लिए वह सलमान खान को मारने का मौका ढूंढ रहा है। कई बार वह सलमान को धमकी भरे पत्र भी भेज चुका है। इसी साल 14 अप्रैल को सलमान के घर के बाहर फायरिंग करने के मामले में भी लॉरेंस गैंग का नाम सामने आया था।
इसके अलावा लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर्स ने 29 मई 2022 को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि लॉरेंस गैंग लंबे समय से सिद्धू की हत्या की योजना बना रहा था।
लॉरेंस गैंग ने अपना अगला बड़ा टारगेट करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को बनाया। 5 दिसंबर 2023 को शूटर्स ने उनके घर में घुसकर गोली बरसाते हुए उनकी हत्या कर दी थी। अब 12 अक्टूबर 2024 की रात बाबा सिद्दीकी की हत्या भी लॉरेंस गैंग के शूटर्स ने की है।
कहां है लॉरेंस बिश्नोई?
लॉरेंस बिश्नोई पिछले 9 साल से जेल में बंद है। आरोप है कि वह जेल के भीतर बैठकर अपने गुर्गों के जरिए आपराधिक घटनाओं और हत्याओं को अंजाम दे रहा है। उसे 2014 में पहली बार गिरफ्तार कर राजस्थान के भरतपुर जेल भेजा गया था। बाद में पेशी के दौरान वह पंजाब के मोहाली से पुलिस हिरासत से फरार हो गया।
2016 में उसे दोबारा गिरफ्तार कर बठिंडा और फिर दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया। फिलहाल 23 अगस्त 2023 से वह गुजरात की साबरमती जेल में बंद है।
अंतर्राष्ट्रीय मसला बना बिश्नोई गैंग
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो गया। अब यह गैंग भारत और कनाडा के संबंधों में खटास का कारण बना है। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा की रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने एक रिपोर्ट जारी की है।
इस रिपोर्ट में कनाडा सरकार का कहना है कि भारत सरकार के ‘एजेंट’ खालिस्तानी समर्थकों को निशाना बनाने के लिए बिश्नोई गैंग के साथ काम कर रहे थे। हालांकि, कनाडा ने इसका कोई ठोस सबूत नहीं दिया है।