राजा प्रथमोसेवक, राष्ट्रसाधक… संवैधानिक पद पर मोदी के 23 साल, शाह और योगी ने क्या कहा?

नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार देश की सत्ता संभाली है। 90 के दशक में लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा में मोदी की अहम भूमिका थी।

मोदी के साथ यूपी के सीएम योगी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही के दिन देश में किसी संवैधानिक पद की जिम्मेदारी पहली बार संभाली थी। 7 अक्टूबर 2001 को नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद वह 2002, 2007 और 2012 में भी लगातार मुख्यमंत्री रहे। 26 मई 2014 से बतौर प्रधानमंत्री शुरू हुआ उनका सफर तीसरे कार्यकाल में जारी है। इस 23 साल के सफर में पीएम मोदी ने प्रचलित राजनैतिक मान्यताओं से उलट एक अलग छवि बनाई है। उन्होंने सशक्त ग्लोबल लीडर के तौर पर अपनी पहचान बनाई है और यही वजह है कि आज भारत को पूरी दुनिया सुनती है। मोदी ने तमाम राजनैतिक पंडितों को भी बार-बार गलत साबित किया है। वहीं अपने फैसलों से अक्सर उन्होंने चकित भी किया है।

‘अद्वितीय समर्पण, जीवंत प्रेरणा का प्रतीक 23 वर्ष  की साधना’

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पीएम मोदी की इस यात्रा में बहुत लंबे समय से साथ हैं। अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सार्वजनिक जीवन में मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के रूप में 23 वर्ष पूरे हुए हैं। एक व्यक्ति अपना पूरा जीवन राष्ट्रहित और जनसेवा को कैसे समर्पित कर सकता है, यह 23 वर्ष की साधना उस अद्वितीय समर्पण की प्रतीक है। यह 23 वर्षीय यात्रा, सामाजिक जीवन जीने वालों के लिए जीवंत प्रेरणा है। मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि मैं मोदी जी की इस यात्रा का साक्षी रहा हूं। मोदी जी ने यह दिखाया कि कैसे गरीब कल्याण, विकास, देश की सुरक्षा व वैश्विक पहचान को मजबूती देने के कार्य समानांतर किए जा सकते हैं। उन्होंने समस्याओं को टुकड़ों में देखने की जगह, समग्र समाधान का विजन देश के सामने रखा। बिना रुके, बिना थके, बिना अपनी परवाह किये देश और देशवासियों के लिए समर्पित ऐसे राष्ट्रसाधक मोदी जी को सेवा और समर्पण के 23 वर्ष पूर्ण करने पर बधाई देता हूं।‘

‘अविराम, साधनारत, लोक कल्याण को समर्पित 23 वर्ष’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी की सियासी यात्रा को प्रेरणादायक और लोक कल्याण के लिए समर्पित बताया है। एक्स पर पोस्ट में सीएम योगी ने कहा, ‘विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत के स्वप्नदृष्टा, 140 करोड़ देश वासियों की सुख, शांति और समृद्धि के लिए अविराम साधनारत आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के माँ भारती की सेवा और लोक-कल्याण को समर्पित गौरवशाली 23 वर्ष आज पूर्ण हो गए हैं। मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के रूप में बिना थके, बिना रुके, बिना डिगे आपकी 23 वर्षों की लोक साधना में आस्था, अस्मिता, आधुनिकता, अंत्योदय और अर्थव्यवस्था को संरक्षण और संवर्धन मिलने के साथ ही हर स्तर पर वंचित को वरीयता प्राप्त हुई है। उनकी प्रत्येक नीति और हर योजना ने वंचितों और गरीबों के समग्र उत्थान को नए आयाम प्रदान किए हैं।’

‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के वास्तुकार’ 

सीएम योगी ने आगे कहा, ‘स्वामी समर्थ रामदास की उपभोग शून्य स्वामी की संकल्पना और चाणक्य नीति सूत्र के राजा प्रथमोसेवक की परिभाषा को साकार कर रहे प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में नया भारत आज वैश्विक महाशक्ति बनने के मार्ग पर सतत अग्रसर है। वे सच्चे अर्थों में आधुनिक भारत में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के वास्तुकार हैं। उनका जीवन लोकतंत्र की जीवंत पाठशाला है। सेवा, सुशासन और सुरक्षा को समर्पित प्रधानमंत्री जी के प्रेरणादायक 23 वर्ष हर जनप्रतिनिधि के लिए उत्कृष्ट मार्गदर्शक और पाथेय हैं। माँ भारती को परम वैभव तक ले जाने का मार्ग प्रशस्त करते 23 वर्षों की यशस्वी यात्रा के लिए प्रधानमंत्री जी को हार्दिक बधाई!’

समावेशी, सर्वस्पर्शी और सर्वसाधारण जीवन: नड्डा

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर लिखा, ‘आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आज राष्ट्र के प्रति सेवा और समर्पण के बहुमूल्य 23वर्ष पूर्ण हुए हैं। माँ भारती के लिए समर्पण की भावना हम सभी के लिए प्रेरणीय है। अंत्योदय का मंत्र लेकर गरीब, वंचित वर्ग के उत्थान हेतु उनकी प्रतिबद्धता अनुकरणीय है। देश की प्रगति व वैश्विक प्रतिष्ठा ने उनके नेतृत्व में नए आयाम प्राप्त किए हैं। संगठन के सामान्य कार्यकर्ता से प्रधानमंत्री तक की संघर्षपूर्ण यात्रा में उनका जीवन सदैव समावेशी, सर्वस्पर्शी, सर्वसाधारण रहा। जनसेवा व राष्ट्रोत्थान को उन्होंने सर्वोपरि रखा। देश के जन-जन में आत्मविश्वास का संचार कर मोदी जी ने हमें विकसित भारत का लक्ष्य दिया है। मैं भारतीय जनता पार्टी के कोटिशः कार्यकर्ताओं की ओर से प्रधानमंत्री जी की इस प्रेरक यात्रा के लिए उन्हें बधाई देता हूँ। उनका यशस्वी नेतृत्व हमारा सौभाग्य है।’

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