‘दाऊद के दोस्त’ नवाब मलिक ने भरा पर्चा, बीजेपी के विरोध को दरकिनार कर अजित पवार ने दिया टिकट

नवाब मलिक पांच बार अणुशक्तिनगर सीट से विधायक रहे हैं। उन पर दाऊद इब्राहिम से संबंधों का आरोप है।

नवाब मलिक को अजित पवार की एनसीपी ने दिया टिकट

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पर्चा भरने की समयसीमा खत्म हो चुकी है। इन सबके बीच नवाब मलिक ने आखिरकार नामांकन कर दिया है। बीजेपी ने ऐलान किया है कि वह नवाब मलिक की उम्मीदवारी का विरोध करेगी। इसी वजह से सभी की नजरें टिकी थीं कि नवाब मलिक निर्दलीय उतरते हैं या उन्हें अजित पवार की एनसीपी से टिकट मिलता है। नवाब मलिक ने मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा सीट से बतौर एनसीपी कैंडिडेट पर्चा दाखिल किया है। इसके साथ ही महायुति में इस मुद्दे पर टकराव देखने को मिल सकता है। बीजेपी ने पहले ही कह दिया था कि दाऊद इब्राहिम से संबंध रखने वाले किसी भी व्यक्ति को टिकट का वह विरोध करेगी। इन सबके बीच मानखुर्द शिवाजीनगर में मुकाबला दिलचस्प हो गया है। इस सीट से सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी भी मैदान में हैं।

अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार: नवाब

नामांकन के अंतिम दिन नवाब मलिक को एनसीपी की तरफ से एबी फॉर्म सौंपा गया। इसका मतलब पार्टी ने उन्हें अपना आधिकारिक उम्मीदवार बना दिया है। पर्चा दाखिल करने के बाद नवाब मलिक ने कहा, ‘मैंने मानखुर्द शिवाजीनगर सीट से एनसीपी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है। मैंने एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी पर्चा भरा था लेकिन पार्टी ने एबी फॉर्म भेजा है। हमने इसे दोपहर 2 बजकर 55 मिनट पर जमा कर दिया है। अब मैं एनसीपी का आधिकारिक उम्मीदवार हूं। अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे का मैं बहुत आभारी हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार हम मानखुर्द शिवाजीनगर निर्वाचन क्षेत्र से जीतेंगे।‘

नवाब की उम्मीदवारी के खिलाफ बीजेपी    

मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा था कि हम नवाब मलिक का समर्थन नहीं करेंगे और हमारा इस पर मत पूरी तरह अलग है। शेलार ने कहा कि दाऊद इब्राहिम से जुड़े किसी भी व्यक्ति को टिकट दिए जाने का बीजेपी विरोध करेगी। अब एनसीपी ने बीजेपी के विरोध को दरकिनार करते हुए नवाब मलिक को अपना उम्मीदवार बना दिया है। आशीष शेलार ही नहीं देवेंद्र फडणवीस भी नवाब मलिक पर दाऊद इब्राहिम से संबंधों का आरोप लगा चुके हैं। मनी लॉन्ड्रिंग केस में पिछले साल जमानत मिलने के बाद जब नवाब मलिक नागपुर में विधानसभा सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे तो फडणवीस ने अजित पवार को चिट्ठी लिखी। फडणवीस ने लिखा, ‘सत्ता आती-जाती रहती है, पर देश सबसे ऊपर है। नवाब मलिक को अभी सिर्फ मेडिकल आधार पर जमानत मिली है। वो दोषमुक्त नहीं हुए हैं। इस स्थिति में उनका महायुति (बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी अलायंस) में रहना उचित नहीं होगा। उनसे हमारी कोई व्यक्तिगत शत्रुता नहीं है। उम्मीद है कि हमारी भावनाओं का आदर किया जाएगा।‘

नवाब का डी कंपनी से क्या कनेक्शन

नवंबर 2021 में देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर दाऊद इब्राहिम से संबंध रखने का आरोप लगाया था। फडणवीस ने आरोपों के पक्ष में कहा था, ‘नवाब मलिक ने मुंबई धमाकों के आरोपी सरदार शाहवाली और सलीम पटेल से जमीन खरीदी। नवाब मलिक ने सिर्फ 30 लाख रुपये में करोड़ों रुपये की जमीन खरीदी। एलबीएस रोड पर एक लाख 23 हजार वर्गफुट जमीन सॉलिडस नाम की कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड है।‘ फडणवीस ने कहा था कि गोवा की एक प्लंबर मरियम बाई की ओर से पावर ऑफ अटॉर्नी सलीम पटेल को दी गई थी। उन्हें यह जमीन वली खां से मिली थी। फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ‘सलीम पटेल दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के ड्राइवर थे। उसी ने जमीन सॉलिडस नाम की कंपनी को बेच दी थी। इस कंपनी का स्वामित्व नवाब मलिक परिवार के पास है। नवाब मलिक जब मंत्री बने तो उन्होंने सॉलिडस कंपनी छोड़ दी और यह फरहान मलिक के पास आ गई।‘ वहीं नवाब मलिक ने अपनी सफाई में कहा था कि उन्होंने बम धमाके के किसी आरोपी से जमीन नहीं खरीदी और कानून के मुताबिक खरीद-फरोख्त हुई। मनी लॉन्ड्रिंग केस में 11 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य आधार पर नवाब मलिक को जमानत दी थी। एक साल पांच महीने तक जेल में रहने के बाद नवाब बाहर आए और उन्होंने अजित पवार की एनसीपी का दामन थामा।

नवाब का अबू आजमी से मुकाबला

नवाब मलिक का अब इस सीट पर सपा के अबू आसिम आजमी से मुकाबला है। अबू आजमी इस सीट से निवर्तमान विधायक भी हैं। एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने यहां से सुरेश पाटील को उतारा है। नवाब मलिक की पुरानी सीट अणुशक्तिनगर से उनकी बेटी सना मलिक को एनसीपी ने टिकट दिया है। अणुशक्तिनगर से नवाब मलिक पांच बार विधायक रह चुके हैं। मुंबई की सियासत में नवाब मलिक ने समाजवादी पार्टी से शुरुआत की थी और दो बार विधायक रहे। वहीं तीन बार वह एनसीपी के टिकट पर मुंबई साउथ सेंट्रल लोकसभा में आने वाली अणुशक्तिनगर सीट से जीते। 2020 में नवाब मलिक को मुंबई एनसीपी का अध्यक्ष बनाया गया। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार में नवाब मलिक कैबिनेट मंत्री थे। उनके पास अल्पसंख्यक, कौशल विकास और उद्यमिता विभाग था।

नवाब मलिक कौन हैं?   

नवाब मलिक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में उतरौला के रहने वाले हैं। 1970 में जब नवाब का परिवार उतरौला के गांव से मुंबई आया तो उनकी उम्र 11 साल थी। राजनीति में आने से पहले वह कारोबारी थे। मलिक परिवार के मुंबई में छोटे-बड़े व्यवसाय के साथ एक होटल था। इसके अलावा कबाड़ के कारोबार से भी उनका परिवार जुड़ा था। एक बार उन्होंने कहा भी था कि हां मैं कबाड़ीवाला हूं और मुझे गर्व है कि मेरा परिवार कबाड़ी का काम करता था। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ड्रग केस में नवाब मलिक लगातार मुखर थे। उन्होंने एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को निशाने पर लिया था। इसी दौरान उनके दामाद समीर खान की भी गिरफ्तारी हुई थी। समीर वानखेड़े से विवाद के बीच 23 फरवरी 2022 को उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। ईडी ने उनकी आठ संपत्तियों को जब्त किया था। इनमें कुर्ला के गोवाल कंपाउंड में संपत्ति, धाराशिव में 147 एकड़ जमीन, मुंबई में तीन फ्लैट और रेजिडेंसियल हाउस शामिल थे।

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