अब योगी की सुरक्षा में NSG के ब्लैक कैट कमांडो नहीं दिखेंगे, जानिए क्यों

जेड प्लस सिक्योरिटी के तहत एनएसजी कमांडो का सुरक्षा कवर मिलता है। इस सुरक्षा घेरे में कुल 28 कमांडो होते हैं।

अब सीआरपीएफ के कमांडो को मिलेगा सुरक्षा का जिम्मा

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में अब राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड यानी एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो नहीं नजर आएंगे। यही नहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी की पूर्व सीएम मायावती को भी एनएसजी कमांडो का सिक्योरिटी कवर नहीं मिलेगा। दरअसल केंद्र सरकार ने एनएसजी कमांडो को वीआईपी सुरक्षा से हटाने का फैसला लिया है। ऐसे में जेड प्लस कवर वाले नौ वीआईपी की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी सीआरपीएफ कमांडो के हवाले होगी। इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्पेशल ट्रेनिंग ले चुके जवानों की एक नई बटालियन को सीआरपीएफ के वीआईपी सुरक्षा प्रकोष्ठ से जोड़ने को अपनी मंजूरी दी है।

इन 9 नेताओं की सुरक्षा में हैं एनएसजी कमांडो

जेड प्लस कैटेगरी के नौ वीआईपी एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो सुरक्षा घेरे में रहते हैं। सुरक्षा में 28 एनएसजी कमांडो की तैनाती होती है। इनमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी की पूर्व सीएम और बसपा प्रमुख मायावती, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं। इन सभी नेताओं को अब सीआरपीएफ का सिक्योरिटी कवर दिया जाएगा। सीआरपीएफ के छह वीआईपी सुरक्षा बटालियन के अलावा एक और सातवीं बटालियन को शामिल किया जाएगा। यह नई बटालियन वही है, जो कुछ समय पहले तक संसद की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही थी। पिछले साल संसद की सुरक्षा सीआरपीएफ से लेकर सीआईएसएफ के हवाले की गई थी।

योगी और राजनाथ को एएसएल प्रोटोकॉल मिलेगा

अगले महीने से नौ वीआईपी की सुरक्षा सीआरपीएफ कमांडो के जिम्मे होगी। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि नौ वीआईपी में से दो नेताओं को सीआरपीएफ की ओर से उन्नत सुरक्षा संपर्क (एएसएल) प्रोटोकॉल प्रदान किया जाएगा। ये दो नेता हैं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह। एएसएल के तहत वीआईपी के दौरे वाले स्थान की पहले छानबीन की जाती है। देश में अभी पांच वीआईपी के लिए सीआरपीएफ ऐसा प्रोटोकॉल अपनाता है। इनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह और गांधी परिवार से जुड़े तीन नेता (सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) शामिल हैं। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि नया कार्यभार संभालने की प्रक्रिया के तहत आंध्र प्रदेश पुलिस की एक टीम हाल ही में दिल्ली आई थी। सीएम नायडू की सुरक्षा एनएसजी से बदलकर सीआरपीएफ को सौंपने के सिलसिले में आंध्र पुलिस की टीम पहुंची थी।

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