Al Jazeera का फर्जी ‘पत्रकार’ वाजिद खान को राजस्थान पुलिस ने धरा, फैलाता था घृणा

हिन्दुओं पर कसता था गोबर-गोमूत्र तंज

वाजिद खान, अल जज़ीरा

खुद को 'अल जज़ीरा' का पत्रकार बता कर झूठ बोलने वाला वाजिद खान धराया

राजस्थान पुलिस ने खुद को क़तर के मीडिया संस्थान ‘अल जज़ीरा’ का पत्रकार बताने वाले वाजिद खान को हिरासत में ले लिया गया है। वाजिद खान अक्सर सोशल मीडिया के माध्यम से इस्लामी एजेंडा चलाता रहता है। अजमेर पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी है कि AJEnglish के पत्रकार वाजिद खान को हिरासत में लिया गया है। वाजिद खान हिन्दुओं को ‘काफिर’ और ‘पजीत’ बताता है। साथ ही वो मुस्लिम लड़कियों और हिन्दू लड़कों वाले कपल्स की पहचान सार्वजनिक कर के उनका जीवन खतरे में डालता है। सोशल मीडिया पर खुलेआम उनकी पहचान डाल कर वाजिद खान इसे ‘भगवा लव ट्रैप’ बताता है।

‘Randomsena’ नामक ‘X’ हैंडल ने वाजिद खान की गिरफ़्तारी के लिए आवाज़ उठाई थी। साथ ही उसके ट्वीट्स का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया था और बताया था कि वो कितना बड़ा हिन्दू विरोधी है। एक ट्वीट में उसने हिन्दुओं को ‘जाहिल’ बताते हुए अप्सराओं की तुलना हूरों से की थी। एक अन्य ट्वीट में उसने हिन्दुओं को गोबर खाने वाला बताया था। वहीं वो ये झूठ भी फैला चुका है कि भारत में ‘जय श्री राम’ न बोलने पर मुस्लिमों का क़त्ल कर दिया जाता है। उसने सनातन को ‘सैफरन जॉम्बी धर्म’ बताया था।

गोबर और गोमूत्र को लेकर भी वो हिन्दुओं का मजाक बना चुका है। भारत के वैज्ञानिकों की मेहनत को दिखाने के लिए आई फिल्म ‘द वैक्सीन वॉर’ का उसने मजाक बनाया था, क्योंकि इसके निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ‘द कश्मीर फाइल्स’ के जरिए कश्मीरी हिन्दुओं के नरसंहार की कहानी पर्दे पर लेकर आए थे। रौशन सिन्हा और रुबिका लियाकत की एक तस्वीर पर उसने ‘गोबर और गोदी एक साथ’ लिख कर कमेंट किया था। उसने भारतीय वैज्ञानिकों की मेहनत को लेकर घृणा फैलाते हुए ये भी कहा था कि ये Covid-19 की नहीं बल्कि अंधभक्ति की वैक्सीन है। वहीं अयोध्या में हुई एक रेप की घटना को उसने ‘राम मंदिर में बलात्कार’ बता कर पेश किया था।

वाजिद खान के करतूतों की कहानी बहुत लंबी है। उसने भगवान श्रीराम के नारे ‘जय श्री राम’ का मजाक बनाते हुए कहा था कि ये 100 ml गौमूत्र और 10 ग्राम गोबर में बिक जाती है। अंबानी परिवार के खिलाफ लोगों को भड़काने में भी इसका हाथ है। अनंत अंबानी को उसने ‘अंबानी का हाथी’ बताते हुए हिन्दुओं पर गोबर-गोमूत्र वाला तंज कसा था। सोनाक्षी सिन्हा और ज़हीर अब्बास की शादी पर इसने हिन्दुओं को चिढ़ाया था। उसने लिखा था कि हिन्दू गोबर में च्यवनप्रास ढूँढ रहे हैं। वो स्वातंत्र्य वीर सावरकर को ‘माफीवीर’ बताते हुए उनका भी मजाक बना चुका है।

जहाँ तक Al Jazeera मीडिया संस्थान की बात है, वो जम्मू कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानता और पाकिस्तान के एजेंडे को आगे बढ़ाता है। ‘अल जज़ीरा’ अक्सर भारत में मॉब लिंचिंग वाला माहौल बनाता है। वाजिद खान न तो ‘अल जज़ीरा’ में कॉलम लिखता है और न इसका कर्मचारी है। यानी, वो झूठ बोलता है कि वो Al Jazeera में कार्यरत है।

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