अखिलेश का बर्थडे: ‘उपचुनाव में ही टूट जाएगा सपा का सपना’… सत्ताईस का सत्ताधीश पोस्टर पर बीजेपी की चुटकी

लोकसभा चुनाव में सपा को यूपी की 80 में से 37 सीटों पर जीत मिली थी। यह उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

अखिलेश यादव के आवास के बाहर पोस्टर

लखनऊ: अखिलेश यादव के वास्तविक बर्थडे पर लखनऊ में एक पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल दस्तावेजों में अखिलेश का जन्मदिन एक जुलाई 1973 है लेकिन सपा के बहुत से नेता और कार्यकर्ता 23 अक्टूबर को उनका जन्मदिन मनाते हैं। एक सपा नेता की ओर से लगाए गए इस पोस्टर में 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की ओर संकेत करते हुए सत्ताईस का सत्ताधीश लिखा है। पोस्टर में अखिलेश यादव की तस्वीर लगी हुई है और उन्हें संस्कृत के एक श्लोक के साथ बधाई दी गई है। बीजेपी ने सपा के इस पोस्टर को शेखचिल्ली के सपने जैसा बताया है।

संस्कृत में दी जन्मदिन की बधाई

लखनऊ में अखिलेश यादव के आवास के बाहर बर्थडे की बधाई के साथ पोस्टर में लिखा है, ’24 में बरसा जनता का आशीष, दीवारों पर लिखा है कौन होगा सत्ताईस का सत्ताधीश।‘ पोस्टर में एक खास बात और है। संस्कृत में अखिलेश को जन्मदिन की बधाई के साथ श्लोक लिखा है, ‘त्वं जीव शतं वर्धमानः। जीवनं तव भवतु सार्थकम्।। इति सर्वदा मुदं प्रार्थयामहे। जन्मदिवसस्य अभिनन्दनानि।।‘ श्लोक का अर्थ है, तुम बढ़ते हुए सौ साल तक जिओ, तुम्हारा जीवन सार्थक और उद्देश्यपूर्ण हो। हम सभी तुम्हारे लिए ऐसी प्रार्थना करते हैं, जन्मदिन की शुभकामनाएं।।‘ पोस्टर के अंत में संतकबीरनगर की मेंहदावल विधानसभा सीट के जयराम पांडे का नाम लिखा है।

2027 दूर उपचुनाव में ही टूटेगा सपना: बीजेपी

इस बीच सपा के पोस्टर पर बीजेपी ने चुटकी ली है। यूपी बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा है, ‘सपा के सपने शेख चिल्ली जैसे हैं। सपा का सपना 2017, 2019, 2022 और 2024 में टूट चुका है। जाति-मजहब के समीकरण से सपने साकार नहीं होते। 2027 तो दूर सपा का सपना अभी उपचुनाव में ही टूट जाएगा।‘

लोकसभा में 37 सीटों पर जीती थी सपा

उत्तर प्रदेश में पोस्टर के जरिए भावनाओं का इजहार कोई नई बात नहीं है। हालांकि 2027 से पहले अखिलेश यादव के सामने उपचुनाव में अच्छे प्रदर्शन की चुनौती है। 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा यूपी में सबसे ज्यादा 37 सीटों पर जीती थी। वहीं बीजेपी को 33 सीटों पर कामयाबी मिली थी। कांग्रेस को सपा के साथ गठबंधन में 6 सीटें मिली थीं। वहीं बीजेपी की सहयोगी आरएलडी को 2 और अपना दल (एस) को एक सीट मिली थी।

9 सीटों का उपचुनाव अखिलेश के लिए बड़ी चुनौती

अब 9 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान हो चुका है। 13 नवंबर को इन सीटों पर मतदान होना है, वहीं रिजल्ट 23 नवंबर को घोषित होगा। फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीटों उपचुनाव है। कानपुर की सीसामऊ सीट के अलावा बाकी सीटें विधायकों के सांसद बन जाने की वजह से खाली हुई हैं। सीसामऊ से इरफान सोलंकी के सजायाफ्ता हो जाने की वजह से उपचुनाव हो रहा है। अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर अभी कोई ऐलान नहीं हुआ है। यहां से विधायक रहे अवधेश प्रसाद ने फैजाबाद लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी।

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