क्या प्रियंका चतुर्वेदी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को छोड़ने का मन बना रही हैं? क्या प्रियंका चतुर्वेदी को बीजेपी में नया ठिकाना मिल सकता है? पहली बात तो यह कि ऐसे सवाल क्यों उठ रहे हैं? इसका जवाब है शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी का बयान। अब सवाल है कि प्रियंका ने ऐसा क्या कह दिया कि उनके उद्धव ठाकरे की पार्टी को छोड़ने की चर्चा तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर उनके बयान की क्लिपिंग शेयर करते हुए सवाल किया जा रहा है कि क्या वह महाराष्ट्र चुनाव के बीच महाविकास अघाड़ी से महायुति में छलांग लगाने वाली हैं?
मेरे पसंदीदा राजनेता नरेंद्र मोदी: प्रियंका
पहले आपको बताते हैं कि आखिर प्रियंका चतुर्वेदी ने क्या कहा है? एक पॉडकास्ट चैनल के इंटरव्यू में प्रियंका चतुर्वेदी से पूछा गया कि वर्तमान दौर में महान राजनेता कौन है? इस पर प्रियंका चतुर्वेदी ने जवाब दिया, ‘आज के दौर में नरेंद्र मोदी जी मेरे पसंदीदा पॉलिटिशियन हैं। आप देखिए किस तरह से उन्होंने बीजेपी की अधिकतर जिम्मेदारियों को अपने कंधों पर लोकसभा का चुनाव जितवाया। उनके अंदर कुछ तो खासियत होगी। वह युवाओं, महिलाओं और दूसरे लोगों से जुड़े हुए हैं। उनके अंदर कुछ खास बात है।‘
Praising the PM right before the most crucial elections in Uddhav Thackeray's career wasn’t the smartest move for Priyanka Chaturvedi. What’s behind this? Planning to leave a sinking ship?
Her Rajya Sabha term is nearing its end, and rumors suggest that Uddhav’s faction isn’t… pic.twitter.com/aKYeQoW4cn
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) October 20, 2024
‘लगातार तीसरी बार बड़े वोट बैंक को किया प्रभावित’
इस पॉडकास्ट के दौरान प्रियंका चतुर्वेदी ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, ‘पीएम मोदी ने तीसरी बार सरकार बनाई है। वह इस बार पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं बना पाए हैं लेकिन सत्ता में तो हैं। आगे सत्ता उनके हाथों में रहती है या नहीं, यह तो भविष्य ही बताएगा। वह उस पार्टी के नेता हैं, जिसे लोकसभा की सबसे ज्यादा सीटें हासिल हुई हैं। पीएम मोदी ने बीजेपी के लिए बड़ी जिम्मेदारियां निभाई हैं और लगातार तीसरे चुनाव में वोटर को अपने पाले में लाने में वो कामयाब रहे। एक बड़े वोट बैंक को प्रभावित किया है।‘
प्रियंका चतुर्वेदी को लेकर क्या चर्चाएं?
प्रियंका चतुर्वेदी ने 2019 में कांग्रेस छोड़कर शिवसेना (उस समय अविभाजित) का दामन थामा था। उस वक्त ज्यादातर टीवी डिबेट में वह कांग्रेस का चेहरा हुआ करती थीं। तकरीबन दस साल तक वह टीवी की बहसों और बड़े मसलों पर कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखती थीं। शिवसेना में आने के बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया था। एक ऐसे समय में जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान हो चुका है, प्रियंका के बयान के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। ऐसी चर्चा है कि प्रियंका चतुर्वेदी बीजेपी का दामन थाम सकती हैं। दरअसल उनका राज्यसभा का कार्यकाल ज्यादा नहीं बचा है। अप्रैल 2020 में वह राज्यसभा की सदस्य बनी थीं। ऐसे में करीब डेढ़ साल उनके कार्यकाल के बच रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे को टैग करते हुए सवाल पूछा जा रहा है कि पीएम मोदी की तारीफ में उनके जो शब्द निकले, पहले तो वह ऐसी नहीं थीं।
एक यूट्यूबर अनिल यादव ने प्रियंका चतुर्वेदी पर तंज करते हुए कहा, ‘ये प्रियंका चतुर्वेदी हैं, उद्धव ठाकरे ने पार्टी के सब कर्मठ और सीनियर लीडर्स को दक्खिन लगाकर इन्हें शिवसेना से राज्यसभा का सांसद बनाया, कल इनसे एक पॉडकास्ट में पूछा गया कि आपके पसंदीदा और ग्रेट नेता कौन हैं, इन्होंने ना तो बाला साहेब का नाम लिया और ना ही उद्धव ठाकरे का। इन्होंने मेरे महबूब नेता मोदी जी को दुनिया का ग्रेट नेता बताया।‘ इस पर प्रियंका चतुर्वेदी ने जवाब दिया, ‘ये अनिल यादव हैं। ये दो टक्के के पत्रकार हैं। बस, यही कहना था।‘
ये अनिल यादव हैं,
ये दो टक्के के ‘पत्रकार’ हैं!बस, यही कहना था । https://t.co/zrip7NK2ha
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) October 20, 2024
क्या बीजेपी में जाएंगी प्रियंका?
प्रियंका चतुर्वेदी के ताजा बयान के बाद एक बड़ा सवाल है कि क्या वह बीजेपी में जाएंगी? दरअसल 2019 में कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद प्रियंका ने बीजेपी में जाने की कोशिश की थी। कहा जाता है कि तब स्मृति ईरानी के विरोध की वजह से उनका रास्ता साफ नहीं हुआ था। प्रियंका ने स्मृति पर तंज के रूप में क्योंकि सास भी कभी बहू थी सीरियल के टाइटल सॉन्ग की नकल करते हुए एक गाना सुनाया था। जिसके बोल थे, ‘क्वालिफिकेशन के भी रूप बदलते हैं… नए-नए सांचे में ढलते हैं, एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है… बनते एफिडेविट नहीं हैं। क्योंकि… भी कभी ग्रेजुएट थी।‘ इस पैरोडी को स्मृति के डिग्री विवाद के मामले में हमला माना गया था। ऐसा कहा जाता है कि इसी पैरोडी ने प्रियंका के बीजेपी में जाने का दरवाजा बंद कर दिया था। अब सवाल है कि क्या प्रियंका चतुर्वेदी ने पीएम मोदी की तारीफ के जरिए बीजेपी से करीबी का नया दरवाजा खोला है? इन सबके बीच प्रियंका चतुर्वेदी को लेकर सोशल मीडिया पर अटकलों का बाजार गर्म है।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान है। वहीं चुनाव का रिजल्ट 23 नवंबर को आएगा। ऐसे में महाविकास अघाड़ी के घटक (कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी शरद पवार) और महायुति (बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी) में गहमागहमी तेज है। कहा जा रहा है कि महाविकास अघाड़ी में भी खटपट है। उद्धव ठाकरे सीएम फेस घोषित नहीं होने की वजह से कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार) से नाराज बताए जाते हैं। इन सबके बीच प्रियंका चतुर्वेदी का बयान महाराष्ट्र में करवट बदलती राजनीति की ओर इशारा करता है।