बहराइच: नेपाल भागने की फिराक में दंगाई, पीड़ित परिवार से मिले योगी, कहा- किसी कीमत पर बख्शेंगे नहीं

बहराइच के महराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। दंगाइयों ने 22 साल के रामगोपाल मिश्रा की हत्या की थी।

मृतक रामगोपाल मिश्रा के परिवार से मिले सीएम योगी

लखनऊ/बहराइच: उत्तर प्रदेश में नेपाल सीमा से लगा बहराइच जिला पिछले तीन दिन से चर्चा में है। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर हमले और हिंसा के बाद यहां माहौल बिगड़ गया था। इस बीच दंगे के मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद और उसके बेटे नेपाल भागने की फिराक में हैं। आरोपियों को दबोचने के लिए यूपी पुलिस और एटीएस ने बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी हाई अलर्ट है। उधर लखनऊ में मृतक रामगोपाल मिश्रा के परिवार ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। सीएम योगी ने कहा है कि दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सीएम ने पीड़ित परिवार को 10 लाख की आर्थिक मदद, पीएम आवास, आयुष्मान कार्ड के अलावा रामगोपाल की पत्नी रोली को संविदा पर नौकरी देने का ऐलान किया है।

पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है सरकार: योगी

बहराइच दंगे में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के माता-पिता और पत्नी ने लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात की। उनके साथ भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह भी मौजूद रहे। इस मुलाकात के बाद सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘जनपद बहराइच की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में काल-कवलित हुए युवक के शोक संतप्त परिजनों से आज लखनऊ में भेंट की। दुःख की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। आश्वस्त रहें, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना यूपी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इस घोर निंदनीय और अक्षम्य घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।‘

मुख्य आरोपी की धरपकड़ के लिए ऑपरेशन

इस बीच महराजगंज में प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा के आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने कई टीमें बनाई हैं। मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद और उसके बेटों के बेहड़ा में छिपे होने का इनपुट मिला है। इसके बाद एटीएस ने भी वहां डेरा डाल दिया है। पुलिस को आशंका है कि हामिद और उसके बेटे नेपाल के रास्ते फरार होने की तैयारी में हैं।

बहराइच हिंसा के आरोपी

दोषियों का उचित इलाज किया जाएगा: सुरेश्वर सिंह

महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने सीएम योगी और पीड़ित परिवार की मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री जी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के साथ संवेदना व्यक्त की है। पीड़ित परिवार को दस लाख की आर्थिक सहायता की उन्होंने घोषणा की है। प्रधानमंत्री आवास, आयुष्मान कार्ड और अंत्योदय कार्ड जैसी सुविधाएं परिवार को दी जाएंगी। सीएम ने मृतक की पत्नी रोली को संविदा पर नौकरी देने की घोषणा की है। कड़ी से कड़ी कार्रवाई का मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है।‘ भाजपा विधायक ने कहा कि बहराइच की स्थिति आज बिल्कुल सामान्य है और हिंसा की कोई भी घटना नहीं हुई है। विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा कि हिंसा के दोषियों का उचित इलाज किया जाएगा।

रामगोपाल से बर्बरता, नाखूून प्लास से उखाड़े

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक 13 अक्टूबर को महराजगंज बाजार में रामगोपाल को गोली मारने के साथ ही उसके पैरों के नाखून प्लास से निकाल लिए गए। पत्नी रोली ने कहा है कि उसके पति को जानवरों की तरह मारा गया है। रोली का कहना है, ‘मैं हॉस्पिटल पहुंची तो उनके गले पर चाकू का निशान था। शरीर पर गोलियों के निशान थे। पैर के नाखून को प्लास से निकाल दिया गया था। एकदम जानवरों की तरह बहुत बेदर्दी से मारा। अब हमें इंसाफ चाहिए।‘

रामगोपाल की हत्या के बाद भड़के लोग

रामगोपाल की हत्या के बाद प्रतिमा विसर्जन में शामिल लोगों का गुस्सा भड़क उठा। घरों में आगजनी के साथ ही कई गाड़ियां फूंक दी गईं। रात 9 बजते-बजते दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। रात दस बजे महसी से बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उनका भी लोगों ने विरोध किया। बहराइच शहर में ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

छह नामजद आरोपियों में से एक गिरफ्तार

घटना के बाद सीएम योगी ने कहा कि माहौल बिगाड़ने वाले नहीं बचेंगे। लापरवाही बरतने के आरोप में रात 11 बजे हरदी थानाध्यक्ष एसके वर्मा, चौकी इंचार्ज महसी शिव कुमार को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्ती, सीतापुर और बाराबंकी से अतिरिक्त पुलिसबल मंगाया गया। रातभर हालात बेकाबू बने रहे। उपद्रव फैलाने के आरोप में 30 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नामजद छह आरोपियों में से एक राजा उर्फ साहिर खान को पुलिस ने दबोचा है।

दो दिन तक चलता रहा हिंसा का दौर

अगले दिन भी जब हिंसा पर काबू नहीं पाया जा सका। सोमवार को भीड़ ने कई शोरूम, अस्पताल और दुकानों में आग लगा दी। इसके बाद योगी सरकार ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को भेजा। एडीजी का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह रिवॉल्वर लेकर लोगों को चेतावनी दे रहे हैं। गली-गली में सर्च ऑपरेशन के बाद उपद्रवियों को खदेड़ा गया। डीएम-एसपी समेत तमाम आला अफसर प्रभावित क्षेत्र में सड़क पर उतरे हुए हैं। कई जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल भी भेजा गया है। प्रशासन लोगों से शांति की अपील कर रहा है। प्रभावित इलाके में बिना आधार कार्ड के किसी की एंट्री नहीं हो रही है। लोगों से अपने घरों में रहने को कहा गया है।

Exit mobile version