‘पत्थरबाजों से प्रेम…पुलिस से नफरत?’: अखिलेश यादव ने शेयर की अधूरी वीडियो, DM ने बताई ‘दंगाइयों’ पर बंदूक तानने की सच्चाई

पहले भी झूठ फैलाते सामने आए हैं अखिलेश यादव

अखिलेश यादव पुलिस बंदूक

अखिलेश यादव ने अधूरा वीडियो शेयर कर की यूपी पुलिस को बदनाम करने की कोशिश

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अधूरी वीडियो शेयर कर यूपी पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की। वहीं इस दौरान पत्थरबजों की करतूत को छिपाते हुए नजर आए। मामला, मुज़फ्फरनगर जिले के मीरापुर के ककरौली का है। जहां 20 नवंबर, 2024 को विधानसभा उपचुनाव दौरान वोटिंग में रुकावट डालने का आरोप लगाकर भीड़ द्वारा पत्थरबाजी की गई। इस दौरान हो रही पत्थरबाजी के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें से एक वीडियो में पुलिसकर्मी हाथ में बंदूक लेकर भीड़ को रोकते हुए नजर आ रहा है।

इस वीडियो को अखिलेश यादव ने एक्स पर शेयर कर कहा था कि पुलिसकर्मी वोटर्स को बंदूक दिखाकर धमका रहे हैं। अखिलेश ने लिखा, “मीरापुर के ककरौली थाना क्षेत्र के SHO को चुनाव आयोग तुरंत निलंबित किया जाए, क्योंकि वो रिवॉल्वर से धमकाकर वोटर्स को वोट डालने से रोक रहे हैं।”

चूंकि अखिलेश यादव के इस वीडियो को शेयर करने से पहले ही पत्थरबाजी व ककरौली में हो रही हिंसा के कई वीडियो सामने आ चुके थे। ऐसे में अखिलेश का झूठ जल्द ही सामने आ गया। सोशल मीडिया पर लोग अखिलेश यादव द्वारा शेयर किए गए अधूरे वीडियो की जगह पूरा वीडियो शेयर कर उन्हें आईना दिखाने में जुट गए।

जितेंद्र प्रताप सिंह नामक यूजर ने लिखा, “हमारे अखिलेश भैया कितने बड़े धूर्त और बेशर्म हैं कि वीडियो का लास्ट का हिस्सा डाला शुरू का हिस्सा कट और क्रॉप कर दिया क्योंकि इसमें मुस्लिम लोग पुलिस वालों पर बड़े-बड़े पत्थर फेंक रहे थे और यहां तक की कुछ मुसलमानों ने अवैध असलेही भी निकाल लिए थे। फिर कानून पुलिस वालों को रिवॉल्वर निकलना पड़ा। लेकिन अखिलेश यादव ने वीडियो का आधा हिस्सा ही क्रॉप करके डाला क्योंकि इन्हें फर्जी नॉरेटिव बनाना था मुसलमान को नेक साबित करना था”

एक अन्य यूजर ने दावा किया गया कि अखिलेश यादव ने पहले पूरा वीडियो डाला था, फिर पोस्ट एडिट कर अधूरा वीडियो पोस्ट किया। यूजर ने लिखा, “अखिलेश भैया ने पहले ये वीडियो डेढ़ मिनिट का डाला। फिर पता चला पत्थरबाजी दिख रही है तो वीडियो क्रॉप कर के ट्वीट एडिट कर दिया कहीं पोल न खुल जाए।” कुछ अन्य यूजर्स ने भी अखिलेश यादव अधूरा वीडियो शेयर करने के आरोप लगाए।

इस मामले में मुजफ्फरनगर के एसपी अभिषेक सिंह का बयान सामने आया है, उन्होंने अखिलेश यादव समेत अन्य लोगों द्वारा शेयर किए जा रहे अधूरे वीडियो वीडियो को साजिश करार दिया। साथ ही कहा कि पत्थरबजों ने अपने बचाव के लिए महिलाओं का आगे कर दिया था और वहां से भाग गए थे।

वहीं, मुज़फ्फरनगर के डीएम ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए पत्थरबाजी के संबंध में पुलिस द्वारा दी गई सूचना के बारे में बताया, “अवगत कराना है कि आज दिनांक 20.11.2024 को मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि थानाक्षेत्र ककरौली के ग्राम ककरौली के पास दो पक्षों के बीच झगडा हो गया है। इस सूचना पर पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा तथा उन्हे समझाकर हटाने के प्रयास किया गया परन्तु उनके द्वारा पुलिस टीम पर पथराव किया गया। पुलिस द्वारा सूक्ष्म बल प्रयोग कर हुडदंग कर रहे सभी लोगों को वहां से हटा दिया गया। मौके पर मौजूद थाना प्रभारी ककरौली श्री राजीव शर्मा द्वारा वंगा निरोधी उपकरण के साथ कानून व्यवस्था की स्थिति को सामान्य करने के लिए कार्यवाही की गयी। इस कार्यवाही में किसी को भी धमकाया नही गया है। पुलिस टीम पर पथराव करने के सम्बन्ध में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जाएगी।”

 

 

 

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