बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथियों के बाद अब फ़ौज और पुलिस ने हिन्दुओं पर की गोलीबारी: रातोंरात हमला, घरों में घुस-घुस कर मारा

कार्यवाहक सरकार चला रहे मोहम्मद यूनुस इस्लामिक कट्टरपंथियों और 'कट्टरपंथी' सेना के हमले पर खामोश बैठे हुए हैं

बांग्लादेश चटगांव हिंदू हिंसा

बांग्लादेशी सेना ने हिंदुओं को घेरकर पीटा

बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथियों के बाद अब पुलिस और सेना हिंदुओं को टारगेट कर रही है। मंगलवार (5 नवंबर, 2024) रात बांग्लादेश के चटगांव शहर में पुलिस और सेना द्वारा हिंदुओं पर लाठी-डंडों और गोलियों से हमला किया गया। पहले तो पुलिस और सेना ने हिंदुओं के घरों में घुसकर मारपीट की और फिर सबूत मिटाने के लिए सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश के चटगांव शहर में रहने वाले उस्मान मुल्ला नामक व्यक्ति ने फ़ेसबुक पर इस्कॉन और सनातन धर्म को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी। उस्मान मुल्ला की इस हरकत से नाराज हिंदू, हजारी गली में स्थित उसकी दुकान के बाहर इकट्ठा होकर विरोध कर रहे थे। इसी दौरान पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए और आरोपित मुस्लिम व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसे ‘सुरक्षित हिरासत’ में ले लिया। यही नहीं, पुलिसकर्मियों ने इस पूरी घटना का विरोध कर रहे करीब 30 हिंदुओं को गिरफ्तार कर लिया। बड़ी बात यह है कि बांग्लादेश के कार्यवाहक सरकार चला रहे मोहम्मद यूनुस इस्लामिक कट्टरपंथियों और अपनी ‘कट्टरपंथी’ सेना के इस हमले पर खामोश बैठे हुए हैं।

चटगांव में हुई हिंसा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में सेना और पुलिसकर्मियों को हिंदुओं पर हमला करते देखा जा सकता है। कुछ वीडियो में पुलिसकर्मी हिंदुओं को घर से निकालकर रोड में लाते नजर आ रहे हैं। इसके बाद जब हिंदू रोड में आकर बचने की कोशिश करते हैं तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी मासूम हिंदुओं को घेरकर हमला करते नजर आ रहे हैं।

 

कुछ ऐसे भी वीडियो हैं, जिनमें गोलियां चलने की आवाज भी सुनी जा सकती है। इसके अलावा, वीडियो में हथियार बंद सेना और पुलिसकर्मियों को ढूंढ़-ढूंढ़कर सीसीटीवी तोड़ते हुए भी नजर आ रहे हैं।

एक ओर जहां बांग्लादेश पुलिस का दावा है कि हिंदुओं ने उस पर ईंट और पत्थर से हमला किया था। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि सेना और पुलिस हिंदुओं के नरसंहार के मूड में थी। वकील और यूट्यूबर निझुम मजूमदार का कहना है कि बांग्लादेश की सेना और पुलिस ने हिंदुओं पर बिना सोचे-समझे और बेरहमी से हमला किया है। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश की सेना ने सनातन धर्मावलंबियों के साथ ठीक उसी तरह से व्यवहार किया है, जैसा कभी पाकिस्तानी सेना ने बांग्लादेश के लोगों के साथ किया था। इसके अलावा उन्होंने बांग्लादेश सेना के व्यवहार को आक्रमणकारी बताते हुए कहा कि सेना ने हिंदू महिलाओं, पुरुषों समेत सभी को घर में घुसकर ढूंढ़-ढूंढ़कर मारा है।

इसके अलावा सोशल मीडिया में ऐसे कई फोटोज भी सामने आए हैं जिनमें हिंदुओं के शरीर में बने गहरे घाव दिखाई दे रहे हैं। इन घावों को देखकर यह समझा जा सकता है कि बांग्लादेश की सेना ने निहत्थे और बेसहारा हिंदुओं पर कितनी बेरहमी से अत्याचार किया है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने भारतीय सेना से मदद मांगते हुए भी पोस्ट किया है।

 

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