महाराष्ट्र में हार के बाद बुरी तरह बौखलाई कांग्रेस, चुनाव आयोग को कहा- ‘कुत्ता’; BJP ने की EC से शिकायत

जगताप ने इस बयान पर माफी मांगने से भी इनकार कर दिया है

किरीट सोमैया ने चुनाव आयोग के पास शिकायत इसकी दर्ज कराई है

किरीट सोमैया ने चुनाव आयोग के पास शिकायत इसकी दर्ज कराई है

महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाडी को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के नेता बुरी तरह बौखला गए हैं। एक और कांग्रेस पार्टी ने जहां EVM के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है तो दूसरी ओर पार्टी के नेता सारी हदें पार करते हुए चुनाव आयोग पर अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के एमएलसी भाई जगताप ने चुनाव आयोग को ‘कुत्ता’ तक कह दिया है। जगताप से जब इस विषय पर सफाई मांगी गई तो उन्होंने माफी तक मांगने से इनकार कर दिया है यानी वे अपने इस आपत्तिजनक बयान पर अडे़ हुए हैं।

भाई जगताप ने क्या कहा था?

भाई जगताप ने समाचार एजेंसी IANS से बातचीत के दौरान महाराष्ट्र चुनाव से जुड़े सवालों के जवाब देते हुए यह आपत्तिजनक टिप्पणी की है। भाई जगताप ने कहा था, ”मैंने 45-47 साल मैंने राजनीति में निकाले है। महाराष्ट्र में इस तरह के नतीजे जोकि ऐसा कुछ है ही नहीं है, ना ही ऐसा कोई काम किया है और ना ही केंद्र ने काम किया है। छह महीने पहले लोकसभा में एक निर्णय आता है और वह लोगों का निर्णय है। मैं पहले से कहते आया हूं कि यह EVM का खेल है। इस पर बातचीत होनी चाहिए। लोकतंत्र पर सवाल उठता है तो सरकार और निर्वाचन आयोग को जवाब देना चाहिए। निर्वाचन आयोग तो ‘कुत्ता’ है। लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए बनाई गईं ये सारी एजेंसियां ‘कुत्ता’ बनकर नरेंद्र मोदी जी के बंगले के बाहर बैठती हैं।”

जगताप का माफी मांगने से इनकार?

जब भाई जगताप से जब इस बयान को लेकर चुनाव आयोग से माफी मांगने को कहा गया तो उन्होंने इससे साफ-साफ इनकार कर दिया है। जगताप ने ANI से बातचीत के दौरान कहा, “मैं बिल्कुल भी माफी नहीं मांगूंगा, जरा भी नहीं। अगर चुनाव आयोग प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों के दबाव में काम कर रहे हैं तो मैंने जो कहा है वो सही है और हम माफी नहीं मागेंगे।” उन्होंने कहा, “मैं अपनी बात पर कायम हूं। चुनाव आयोग देश का लोकतंत्र मजबूत करने के लिए है ना कि किसी की जी हुजूरी करने के लिए है।”

बीजेपी ने EC से की शिकायत

बीजेपी के नेता किरीट सोमैया ने इस मामले में चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कराई है। सोमैया ने इसे लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नाम एक चिट्ठी लिखी है। सोमैया ने चिट्ठी में लिखा है, “महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजों के मद्देनजर कांग्रेस विधायक भाई जगताप ने चुनाव आयोग को बदनाम करने की मुहिम शुरू कर दी है।” उन्होंने लिखा, “जगताप ने चुनाव आयोग को प्रधानमंत्री जी का पालतू कुत्ता बताया है। आपसे अनुरोध है कि इस तरह से चुनाव आयोग का अपमान करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।”

वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी जगताप के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है। शहजाद ने कहा कि संविधान और संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करना ही कांग्रेस की पहचान बन गई है। उन्होंने कहा, “वायनाड और झारखंड में ईवीएम और चुनाव आयोग अच्छा है लेकिन महाराष्ट्र में खराब है? ईवीएम बहाना है, राहुल को हार से बचाना है।”

महाराष्ट्र में चुनाव नतीजों के बाद से लगातार कांग्रेस चुनाव आयोग और EVM पर सवाल उठा रही है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने तो मतदाता डेटा के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे देशभर में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर चुके हैं। हालांकि, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने EVM पर सवाल उठाए जाने को गलत माना है। हाल ही में एक रिपोर्ट में सामने आया था कि कांग्रेस के आंतरिक सर्वे में भी महाराष्ट्र में हार की बात सामने आ रही थी लेकिन अब हारे के बाद अपनी गलतियों को ठीक करने के बजाय कांग्रेस चुनाव आयोग के खिलाफ ही मैदान में उतर गई है।

चुनाव आयोग के खिलाफ कांग्रेस का यह दांव लोकसभा चुनाव से पहले चले दांव ‘बीजेपी आरक्षण खत्म कर देगी’ जैसा भी हो सकता है। इसके जरिए वो एक वर्ग में यह संदेश देना चाहती है कि असल में बीजेपी की जीत उसकी लोकप्रियता की वजह से नहीं बल्कि चुनाव आयोग की मदद से हो रही है। लेकिन कई राज्यों में बीजेपी की सरकार बनाने के खिलाफ पड़े वोट उसकी इस थ्योरी की पोल खोल देते हैं। अब कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर कहां तक जाने की स्थिति में यह आने वाले वक्त में ही सामने आएगा।

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