जिस अटॉर्नी ने भारत पर लगाया था पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप, ट्रंप ने कर दी उसकी छुट्टी: अमेरिका में शुरू हुए खालिस्तानियों के बुरे दिन

इस मामले का आरोपी विकास यादव एफबीआई की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में भी शामिल है

पन्नू फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है

पन्नू फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने मंत्री और अन्य प्रमुख पदों के लिए नियुक्ति कर रहे हैं। इसी कड़ी में ट्रंप ने न्यूयार्क दक्षिणी डिस्ट्रिक्ट के अटॉर्नी डेमियन विलियम्स को हटाने की घोषणा की है। ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट Truth Social पर इसकी घोषणा करते हुए डेमियन की जगह सिक्योरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमीशन के पूर्व अध्यक्ष जे क्लेटन को न्यूयार्क दक्षिणी डिस्ट्रिक्ट का नया अटॉर्नी नियुक्त किया है। डेमियन ने पिछले दिनों खालिस्तानी आतंकी और ‘सिख फॉर जस्टिस’ के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश में भारतीयों के शामिल होने से जुड़े आरोप लगाए थे। डेमियन ने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व अधिकारी विकास यादव के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी।

डेमियन विलियम्स ने पन्नू को मारने के लिए हिटमैन को हायर करने की कोशिश के लिए पूर्व रॉ अधिकारी विकास के खिलाफ केस दर्ज किया था। वहीं, पिछले साल डेमियन ने भारतीय कारोबारी निखिल गुप्ता पर मामले में सह-साजिशकर्ता के रूप में आरोप लगाया था। निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य से गिरफ्तारी के बाद अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था और निखिल को न्यूयार्क में अदालत में पेश किए जाने पर खुद को निर्दोष बताया था। ट्रंप ने क्लेटन की नियुक्ति को लेकर लिखा है, “क्लेटन एक अत्यधिक सम्मानित बिजनेस लीडर और वकील हैं। क्लेटन ने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग और कानून की डिग्री और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की डिग्री प्राप्त की।” ट्रंप ने लिखा, “अमेरिका को फिर से महान बनाने की हमारी लड़ाई में क्लेटन सत्य के लिए एक मजबूत सेनानी बनने जा रहे हैं।”

अमेरिका का कहना है कि जून 2023 में हत्या की साजिश को आगे बढ़ाने के लिए विकास ने निखिल को पन्नू के बारे में व्यक्तिगत जानकारी दी। यादव के खिलाफ जो चार्जशीट दायर की गई है उसमें उन्हें रॉ का ‘वरिष्ठ फील्ड अधिकारी’ बताया गया है। विकास को 2023 में भारत में गिरफ्तार किया गया था और उस पर अपहरण व जबरन वसूली करने जैसे आरोप हैं। साथ ही, विकास यादव एफबीआई की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में भी शामिल है। वहीं, भारत ने ऐसी किसी भी घटना में शामिल होने से इनकार किया है और भारत इस घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है।

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