‘घुसपैठियों को सिलेंडर’: तो कांग्रेस चली जाए… झारखंड चुनाव में बांग्लादेशी घुसपैठ ऐसे बनता गया मुद्दा

झारखंड में पहले चरण में 43 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान हुआ। बाकी 38 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होनी है।

गुलाम मीर पर हिमंत बिस्वा सरमा का हमला

दुमका: झारखंड चुनाव में कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर के बयान पर पार्टी बुरी तरह घिर गई है। कांग्रेस महासचिव और झारखंड प्रभारी गुलाम मीर ने कहा था कि कांग्रेस की सत्ता आने पर घुसपैठियों को सिलेंडर दिया जाएगा। उनके इस बयान के बाद चुनावी राज्य झारखंड की सियासत गरमा गई। अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस पर पलटवार किया है। हिमंत ने कहा कि घुसपैठिए कांग्रेस पार्टी का वोट बैंक है और कांग्रेस पार्टी को घुसपैठियों के साथ बांग्लादेश भेज देना चाहिए। झारखंड चुनाव में बांग्लादेशी घुसपैठ बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। पीएम मोदी और योगी आदित्यनाथ ने रैलियों में इसका जिक्र करते हुए जेएमएम-कांग्रेस सरकार को घेरा था। वहीं हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि बीजेपी सरकार आने पर घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएगा।

मीर ने जो कहा वह राहुल गांधी की भाषा: हिमंत

झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ‘गुलाम अहमद मीर ने कहा कि वे (कांग्रेस) घुसपैठियों को सिलेंडर देंगे, लेकिन ये लोग घुसपैठियों को माटी भी दे रहे हैं, बेटी भी दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी का वोट बैंक ही घुसपैठिए हैं। मीर साहब ने जो भी बोला, वो राहुल गांधी की भाषा है। राहुल गांधी के अनुमोदन के बिना वो कुछ कह ही नहीं सकते हैं। मुझे लगता है कि घुसपैठियों के साथ-साथ कांग्रेस को भी बांग्लादेश भेज देना चाहिए।‘

मीर का विवादित बयान फिर सफाई

सोशल मीडिया पर गुलाम अहमद मीर के बयान की एक क्लिपिंग वायरल हो रही है। इसमें झारखंड कांग्रेस प्रभारी मीर कह रहे हैं, ‘हमने वादा किया है जनता को। जैसे सरकार बनेगी पहली दिसबंर से गैस सिलेंडर 450 रुपये मिलेगा। कोई हो हिंदू हो, मुस्लिम हो, घुसपैठिए हो, सबको सिलेंडर मिलेगा।‘ जब उनके बयान पर विवाद छिड़ा तो एक न्यूज चैनल को सफाई देते हुए गुलाम मीर ने कहा, ‘मेरे बयान का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसका सिर्फ आधा क्लिप दिखाया जा रहा है। पहला क्लिप मीडिया में नहीं दिखाया जा रहा है। जो पहला क्लिप है, उसमें मैंने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि 11 साल से बीजेपी की केंद्र में सरकार है। केंद्र सरकार का काम घुसपैठियों को रोकना है, लेकिन झारखंड में बीजेपी के बड़े-बड़े नेता बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठा रहे हैं। अगर घुसपैठ हो रहा है तो यह केंद्र सरकार की नाकामी है। मैं यह कहना चाहता हूं कि झारखंड राज्य का कोई भी बॉर्डर किसी भी ऐसे मुल्क से नहीं जुड़ता है, जहां से घुसपैठिए आ सकें।‘

झारखंड में अवैध घुसपैठ बड़ा मुद्दा

झारखंड में बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ बड़ा मुद्दा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ रैलियों में इसको लेकर जेएमएम-कांग्रेस की सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। रांची की रैली में हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था, ‘हम झारखंड सरकार से पूछते हैं कि आप लोग क्या घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे? हेमंत सोरेन जी बोलते हैं कि झारखंड में घुसपैठिए नहीं हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि ये लोग जो पाकुड़ में बैठ गए, साहिबगंज में और अन्य जगहों पर बैठ गए, वो लोग कौन हैं? क्या उन लोगों का नाम 1951 में है? क्या उनका नाम 1971 में है? आज ये लोग जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) का वोट बैंक हैं। ये लोग वोट के लालच में घुसपैठियों को यहां से नहीं हटा रहे हैं। हम आपको वचन देते हैं कि इस बार बीजेपी की सरकार बनेगी और हम घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर निकालेंगे। ये हमारा संकल्प है।‘

संथाल परगना में घुसपैठ बड़ी समस्या

झारखंड के संथाल परगना में बांग्लादेशियों की घुसपैठ बड़ी समस्या बन चुकी है। जमशेदपुर के दानियाल दानिश ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की थी। इसमें कहा गया कि संथाल परगना में बड़ी संख्या में घुसपैठिए आ गए हैं। यही नहीं इससे वहां की डेमोग्राफी बदल रही है और आदिवासियों की संख्या में कमी आ रही है। याचिकाकर्ता ने कोर्ट से कहा कि संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठिए आदिवासी महिलाओं से पहले शादी करते हैं और फिर उनका धर्म परिवर्तन करा देते हैं। इसके बाद आदिवासियों की जमीनों को गिफ्ट डीड के जरिए हड़पा जा रहा है।

मोदी-योगी ने घुसपैठ पर घेरा

पीएम मोदी ने झारखंड की पहचान बदलने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए एक रैली में कहा, ‘अगर ऐसे ही आदिवासी घटते रहे तो क्या होगा? आपके जल-जंगल और जमीन पर दूसरों का कब्जा हो जाएगा। हमें इस स्थिति से मेरे आदिवासी परिवारों को भी बचाना है और झारखंड को भी बचाना है। भाजपा ने नारीशक्ति और नौजवानों के भविष्य के लिए जो गारंटियां दी हैं, उनके प्रति भारी समर्थन दिख रहा है। मैं बीते दिनों झारखंड में जहां भी गया, हर जगह विदेशियों की घुसपैठ को लेकर सबसे बड़ी चिंता रही है। झारखंडी गौरव और झारखंड की पहचान, आप सबकी ताकत रही है। अगर ये पहचान ही खत्म हो गई तो क्या होगा? आंकड़े बताते हैं कि संथाल क्षेत्र में आदिवासियों की संख्या करीब-करीब आधी रह गई है। आज झारखंड की पहचान बदलने की बहुत बड़ी साजिश हो रही है। JMM-कांग्रेस सरकार में बाहर से आए घुसपैठियों को यहां का परमानेंट निवासी बनाने के लिए हर गलत काम किए गए।‘

योगी आदित्यनाथ ने हजारीबाग में रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘जिस प्रकार की घुसपैठ इन्होंने रोहिंग्या का झारखंड के अंदर कराना प्रारंभ किया है। अगर डेमोग्राफी चेंज इसी प्रकार की होगी, आज ये लोग यात्रा रोक रहे हैं, बहनों और भाइयों आने वाले समय में घरों के अंदर घंटी और शंख भी नहीं बजाने देंगे। और इसीलिए आवश्यकता है आपसे कहने के लिए आए हैं भाजपा को लाइए, एक रहिए और नेक रहिए। मैं तो बार-बार कहता हूं, इस देश का इतिहास गवाह है जब भी जाति के नाम पर, क्षेत्र के नाम पर, भाषा के नाम पर बंटे हैं, तो निर्ममता से कटे भी हैं।’

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