झारखंड में झामुमो के विधानसभा प्रत्याशी निजामुद्दीन अंसारी का पत्रकार पर हाथ उठाने का एक वीडियो सामने आया था। अब निजामुद्दीन अंसारी का एक कथित ऑडियो सामने आया है। इसमें उन्होंने कहा है कि वह पुलिस की हड्डियां तोड़ चुके हैं, यदि चुनाव नहीं होते तो वह पत्रकार की भी हड्डी-पसली तोड़ देते।
हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता निजामुद्दीन अंसारी का यह ऑडियो झारखंड भाजपा ने एक्स पर शेयर किया है। वीडियो फॉर्मेट में शेयर किए गए इस ऑडियो में अंसारी और किसी अन्य व्यक्ति की फोन में हुई बातचीत सुनी जा सकती है। ऑडियो में व्यक्ति ने निजामुद्दीन अंसारी को कॉल कर पहले तो उनका हाल-चाल जाना और फिर कहा कि आपसे एक गलती हो गई है। आप राजनीति में हैं तो आपको इस तरह नहीं करना चाहिए था।
सत्ता की हनक झामुमो के नेताओं पर इस कदर सवार है कि ये लोग सरेआम गुंडई और दबंगई पर उतर आए हैं।
“पुलिस को मार-मार कर हड्डी तोड़ दिए हैं, चुनाव नहीं होता तो पत्रकार की हड्डी पसली तोड़ देते”
ये शब्द किसी सड़क छाप गुंडे के नहीं बल्कि धनवार से झामुमो उम्मीदवार निजामुद्दीन अंसारी के… pic.twitter.com/jxS53soYRf
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) November 19, 2024
इस पर JMM नेता निजामुद्दीन अंसारी ने कहा कि जो गलती हुई है वह बताइए। इस पर व्यक्ति ने कहा कि जब भी कोई रिपोर्टर या व्यक्ति आपके पास आता है तो थोड़ा शांत होकर बात करना चाहिए था। इस पर निजामुद्दीन अंसारी ने कहा कि अगर चुनाव नहीं होता तो उसकी हड्डी-पसली सब तोड़ दिए होते…वो (पत्रकार) यह कहेगा कि हार रहे हैं तो राजकुमार यादव (भाकपा माले प्रत्याशी) को सपोर्ट कर दीजिए।
इसके बाद निजामुद्दीन अंसारी ने कॉल करने वाले युवक से पूछा कि क्या वह चुनाव हार हैं? इस पर उसने कहा कि नहीं…और इसके बाद वह व्यक्ति और भी बातें बोलने की कोशिश करता है। इस पर अंसारी कहते हैं कि उन्हें सलाह नहीं चाहिए, वह बहुत राजनीति किए हैं। इतना ही नहीं अंसारी ने कहा, “आप हमें नहीं जानते, हम पुलिस को मार-मार के हड्डी तोड़ दिए हैं।”
क्या है मामला:
दरअसल, ‘खबर मंत्रा लाइव’ के पत्रकार रवि भास्कर धनवार सीट से झामुमो प्रत्याशी और पूर्व विधायक निजामुद्दीन अंसारी से बात कर रहे थे। इस बातचीत के दौरान रवि ने अंसारी से कई सवाल पूछे। लेकिन जैसे ही पार्टी बदलने को लेकर उसने सवाल पूछा गया निजामुद्दीन अंसारी भड़क उठे। यही नहीं उन्होंने हाथ उठाते हुए रवि भास्कर को मारने की धमकी भी दी। यही नहीं, इस दौरान वहां मौजूद अंसारी के समर्थक भी पत्रकार की ओर उंगली दिखाते हुए आगे बढ़ते नजर आए।
इस मामले में पत्रकार रवि भास्कर ने कहा है कि निजामुद्दीन अंसारी के हाथ उठाने के बाद उनके समर्थकों ने उन्हें घेर लिया और सवाल पूछने से मना करने लगे। इतना ही नहीं, पत्रकार ने वीडियो में अपना माइक दिखाते हुए कहा है कि निजामुद्दीन अंसारी के समर्थकों ने उनका माइक तोड़ दिया है।
इस मामले में, TFI ने रवि भास्कर से संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन फिलहाल उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। हालांकि ‘खबर मंत्रा लाइव’ के ब्यूरो चीफ चुन्नूकान्त ने टीएफआई मीडिया से हुई बातचीत में अपने पत्रकार के साथ हुई घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि हर पत्रकार को सवाल पूछने का अधिकार है, यदि इस तरह पत्रकार से बदसलूकी या फिर मारपीट की कोशिश होगी तो कोई भी पत्रकार सवाल पूछने से डरेगा।
‘खबर मंत्रा लाइव’ के ब्यूरो चीफ चुन्नूकान्त ने यह भी कहा कि अंसारी विधायक रहे हैं, एक जनप्रतिनिधि को जनता के सवालों से भागने या उस पर बौखलाने की जरूरत नहीं है। जनता सब कुछ देख रही है। निजामुद्दीन अंसारी ने एक पत्रकार के साथ जो किया है उसका परिणाम उन्हें चुनाव में मिल ही जाएगा।