‘वोट जिहाद के सेनापति हैं शरद, उद्धव और राहुल’: तालिबानी आतंकियों की तारीफ करने वाला मौलाना बोला-BJP को वोट देने वालों का बॉयकॉट करो

मौलाना के खिलाफ BJP ने चुनाव आयोग में की शिकायत

मौलाना सज्जाद नोमानी वोट जिहाद

हिंदू विरोधी मानसिकता और तालिबानी आतंकियों की तारीफ करने के लिए कुख्यात मौलाना सज्जाद नोमानी ने वोट जिहाद का आह्वान करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को वोट देने की अपील की है। साथ ही भाजपा को वोट देने वालों का हुक्का पानी बंद करने की बात कही है। भाजपा ने इस बयान की चुनाव आयोग से शिकायत की है। साथ ही कहा है कि मौलाना सज्जाद तालिबानी शासन चाहते हैं इसलिए ऐसे बयान दे रहे हैं।

दरअसल, मौलाना सज्जाद नोमानी के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। इसमें से एक वीडियो में मौलाना ने कहा है, “आपके इलाके में अगर कोई जालिम का साथ दे तो उसका बॉयकॉट करें। मुझे मालूम है कि लोकसभा चुनाव में कुछ लोगों ने बीजेपी का साथ दिया था। ऐसे लोगों का हुक्का पानी बंद होना चाहिए। ऐसे लोगों का सोशल बॉयकॉट होना चाहिए।”

वहीं एक अन्य वीडियो में मौलाना सज्जाद ने कहा है, “अगर महाराष्ट्र में उनको हार मिल गई तो खबरों के मुताबिक दिल्ली सरकार भी बहुत दिन तक नहीं ठहर पाएगी। हमारा निशाना सिर्फ महाराष्ट्र सरकार नहीं है बल्कि केंद्र सरकार और देश का भविष्य है। ये एक ऐसा वोट जिहाद है, जिसके सेनापति शरद पवार हैं, जिसके शानदार सिपाहियों में उद्धव ठाकरे, राहुल गांधी और नाना पटोले हैं।”

मौलाना के इस विवादित और भड़काऊ बयान के खिलाफ भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने चुनाव आयोग से शिकायत की है।

वहीं, इस मामले में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है, “जो वीडियो सामने आया है उसमें मौलाना यह कह रहे हैं कि जिन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट दिया है, उन्हें ढूंढ़ो और उनका दाना पानी बंद करो। वो कहते हैं कि वोट जिहाद करो। वोट जिहाद के सेनापति शरद पवार, उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी हैं। ये किस प्रकार की राजनीति चल रही है? राजनीति में ध्रुवीकरण के लिए इस स्तर पर जाना हमने कभी नहीं देखा। कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हार की बौखलाहट के कारण समाज और देश को तोड़ने वाले विचारों को आगे लाने की कोशिश कर रहे हैं।”

इस मामले में, भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा है, “मौलाना सज्जाद नोमानी का यह बयान यह स्पष्ट करता है कि महा विनाश अघाड़ी अगर सत्ता में आएगी तो गैर-मुस्लिमों की जान को खतरा हो सकता है। मौलाना नोमानी तालिबानी शासन चाहते हैं, इसलिए ही वह गैर-मुस्लिमों का सामाजिक बहिष्कार करने की बात कर रहे हैं।”

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