‘सामान लेकर मस्जिद के पास आ’: संभल हिंसा पर सामने आया ऑडियो, दंगे के लिए हथियार जुटाने का आरोप; 41 खाली कारतूस-3 तमंचे बरामद

हिंसा में चली गई थी 5 लोगों की जान

संभल हिंसा जामा मस्जिद

उत्तर प्रदेश के संभल में विवादित जामा मस्जिद का सर्वे करने को लेकर 24 नवंबर को दंगे भड़के थे। इस मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। अब इसमें एक ऑडियो क्लिप सामने आया है। इस ऑडियो में लोगों को मस्जिद के पास इकट्ठा होने और ‘सामान’ लेकर आने के लिए सुना जा सकता है।

दरअसल, संभल में हुए दंगों को लेकर पुलिस गहराई से जांच कर रही है। इस मामले में अब तक पुलिस ने 28 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं कई अन्य हिरासत में हैं। इसके साथ ही पुलिस ने पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपितों के मोबाइल की जांच कर रही है। इस दौरान पुलिस को आरोपित के मोबाइल से एक कॉल रिकॉर्डिंग मिली है। इसमें आरोपित को, “सामान लेकर आ, मस्जिद के पास मेरे भाई का घर है” कहते हुए सुना जा सकता है। ऐसा कहा जा रहा है कि संभल व आसपास के क्षेत्र में हथियार को सामान कहा जाता है। ऐसे में माना जा रहा है कि आरोपित युवक अन्य आरोपितों से मस्जिद के पास हथियार मंगा रहा था। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

इस ऑडियो को लेकर पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है, इनकी पहचान आमिर पठान, मोहम्मद अली और फैजान अब्बासी के रूप में हुई है। कहा जा रहा है कि इन तीनों आरोपितों ने दंगे में शामिल 49 अन्य आरोपितों के नाम भी बताए हैं, पुलिस इनकी पहचान में जुटी हुई है। संभल हिंसा मामले में पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपितों से पूछताछ कर दंगे में शामिल अन्य आरोपितों की जानकारी निकलवा रही है।

पुलिस का कहना है कि दंगे के आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस की 30 टीमें गठित की गई हैं। सीसीटीवी फुटेज की सहायता से आरोपितों की पहचान की जा रही है। इसके अलावा, पुलिस आरोपितों की 200 से अधिक फ़ोटो भी जारी कर चुकी है। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है और वे जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

इस बीच यह भी सामने आया है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार संभल में हुई हिंसा के दौरान हुए नुकसान की भरपाई आरोपितों से करने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही फरार आरोपितों पर इनाम का भी ऐलान संभव है। बता दें कि पुलिस की ओर से नामजद किए गए आरोपितों में सपा सांसद जिया-उर-रहमान बर्क, स्थानीय विधायक इकबाल महमूद का बेटा सोहेल इकबाल समेत 2750 अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने आरोपितों के पास से 3 तमंचे और 41 खाली कारतूस भी बरामद किए हैं।

क्या है मामला:

उत्तर प्रदेश के संभल में बनी जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष की ओर से वकील विष्णु शंकर जैन ने संभल की चंदौसी स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस याचिका में कहा गया था कि जिस स्थान को आज जामा मस्जिद के नाम से जाना जाता है, वहां पहले हिंदू मंदिर था। याचिका में यह भी दावा किया गया था कि इस मंदिर को तोड़कर साल 1529 में बाबर ने यहां मस्जिद बनवाई थी।

हिंदू पक्ष की याचिका स्वीकार करते हुए कोर्ट ने 19 नवंबर, 2024 को इस स्थान का ‘एडवोकेट कमीशन’ द्वारा सर्वे कराने के निर्देश जारी किए थे। साथ ही कोर्ट ने ‘एडवोकेट कमीशन’ को वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराकर 7 दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने के आदेश जारी किए थे।चूंकि कोर्ट ने रिपोर्ट पेश करने के लिए सिर्फ 7 दिन का ही समय दिया है। ऐसे में सर्वे करने के लिए 19 नवंबर को ही एडवोकेट कमीशन की टीम पुलिस व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जामा मस्जिद पहुंची थी। इस दौरान भी इस्लामिक भीड़ ने उत्पात मचाया था और जबरन मस्जिद के अंदर घुस गई थी। इसके बाद, ‘एडवोकेट कमीशन’ की टीम 24 नवंबर को एक बार फिर सर्वे करने पहुंची थी। इस दौरान ही यहां दंगे भड़क गए थे। इस दंगे में 5 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं कई अन्य घायल हुए थे।

 

 

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