बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर फिर हमला, जुमे की नमाज के बाद इस्लामी भीड़ ने मचाया उत्पात, ईंट-पत्थर बरसाते नजर आए टोपी लगाए लोग

बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर लगातार हो रहे हैं हमले

बांग्लादेश हिंदू मंदिर चिन्मय

बांग्लादेश में हिंदू मंदिर पर फिर हमला (फ़ोटो साभार: BDdNews24)

बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से हिंदुओं पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार (29 नवंबर, 2024) को जुमे की नमाज के बाद एक बार फिर इस्लामिक भीड़ हिंसक हो गई और हिंदुओं पर हमले किए। इस दौरान 3 मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई। यह पूरी घटना चटगांव जिले के पाथरघाटा की है।

बांग्लादेशी मीडिया पोर्टल ‘बीडी24’ की रिपोर्ट के अनुसार, हिंसक इस्लामिक भीड़ ने पाथरघाटा के शांतनेश्वरी मातृ मंदिर, शोनी मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर पर हमला कर तोडफोड की। मंदिर प्रबंधन द्वारा कहा गया है कि नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों की भीड़ ने मंदिरों पर ईंटें फेंकी, जिससे मंदिरों को काफी नुकसान हुआ है।

बता दें कि यह हमला जुमे की नमाज़ के तुरंत बाद हुआ है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नमाज के बाद मस्जिद से बाहर आए मुस्लिमों ने नारेबाजी करते हुए पाथरघाटा के हरीश चंद्र मुनसेफ लेन में स्थित मंदिरों पर हमला बोल दिया। इस दौरान, इस्लामिक भीड़ ने इस्कॉन को भी गालियाँ दीं। शांतिनेश्वरी मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य तपन दास का कहना है, “जुमे की नमाज़ के बाद सैकड़ों लोग आए और उन्होंने हिंदू और इस्कॉन विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए। हमलावरों ने शांतनेश्वरी मंदिर के मुख्य द्वार पर हमला करना शुरू कर दिया और ईंट-पत्थर फेंके। इस दौरान उन्होंने शोनी मंदिर और काली मंदिर पर भी हमला किया।”

तपन दास ने आगे कहा, ” इस्लामिक भीड़ ने आस-पास की कई दुकानों को भी निशाना बनाया गया। हमने हमलावरों को नहीं रोका। जब स्थिति बिगड़ गई तो हमने सेना को बुलाया। इससे स्थिति नियंत्रित हुई। दोपहर से पहले सभी मंदिरों के द्वार बंद कर दिए गए थे। भीड़ बिना किसी उकसावे के हमला करने के उद्देश्य से ही आई थी।” इस घटना की पुष्टि स्थानीय कोतवाली पुलिस के प्रमुख अब्दुल करीम ने की है। करीम ने स्थिति नियंत्रण में होने की भी बात कही है।

इस घटना के कई वीडियो भी सामने आए हैं। इनमें टोपी लगाए लोगों को पत्थर बरसाते हुए देखा जा सकता है। बता दें कि बांग्लादेश में बीते कई सालों से हिंदुओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं। शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने और उसके बाद मोहम्मद यूनुस के सत्ता में आने से लेकर अब तक लगातार हिंदू और उनके मंदिर इस्लामिक भीड़ का शिकार बन रहे हैं। इतना ही नहीं, हिंदुओं की आवाज उठाने वाले लोगों को यूनुस सरकार जेल में डाल रही है। इस्कॉन से जुड़े चिन्मय कृष्ण दास इसका बड़ा उदाहरण हैं, जिन्हें देश द्रोह के आरोप में बांग्लादेश पुलिस ने जेल में डाल दिया है। Three Hindu temples in Bangladeshs Chattogram vandalised ISKCON iskcon chinmoy das

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