बांग्लादेश समेत दुनियाभर में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर बरसे डोनाल्ड ट्रंप, चुनाव से 4 दिन पहले बोले- बायडेन-हैरिस फेल, हिन्दू समाज को वामपंथ से हम बचाएँगे

दुनिया का एक वर्ग हिंदूफोबिया से ग्रसित हो गया है

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बांगलादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर बरसे डोनाल्ड ट्रंप

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश समेत दुनिया भर में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई है। साथ ही उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर हिंदुओं की अनदेखी का आरोप लगाया है। इसके अलावा ट्रंप ने पीएम मोदी को अच्छा दोस्त बताते हुए कहा कि अमेरिका की सत्ता में वापस आने के बाद वह कट्टरपंथी वामपंथियों के धर्म-विरोधी एजेंडे से हिंदुओं की रक्षा करेंगे।

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए 5 नवंबर को वोटिंग होनी है। वहां बड़े पैमाने पर हिंदू वोटर्स हैं। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पर पोस्ट कर दीपावली की शुभकामनाएं दीं। साथ ही लिखा, “मैं बांग्लादेश में हिंदुओं, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही बर्बर हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं। हिंदुओं पर भीड़ द्वारा हमला किया जा रहा है और लूटपाट की जा रही है। यह पूरी तरह से अराजकता की स्थिति है। मेरे कार्यकाल में ऐसा कभी नहीं हुआ होता।”

उन्होंने आगे लिखा कि कमला हैरिस और जो बाइडेन ने अमेरिका समेत दुनिया भर में हिंदुओं की अनदेखी की है। इजराइल से लेकर यूक्रेन और अमेरिका की दक्षिणी सीमा तक तबाही मच चुकी है। लेकिन वह अमेरिका को फिर से मजबूत बनाएंगे और ताकत के जरिए शांति वापस लाएंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने आगे लिखा, “हम कट्टरपंथी वामपंथियों के धर्म-विरोधी एजेंडे से अमेरिका में रहने वाले हिंदुओं की भी रक्षा करेंगे। हम आपकी आजादी के लिए लड़ेंगे। मेरी सरकार में भारत और मेरे अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री मोदी के साथ हमारे संबंध और मजबूत होंगे।”

ट्रंप ने यह भी लिखा, “कमला हैरिस ज्यादा विनियमन और टैक्स की अधिक दरें वसूल कर छोटे व्यवसायों को नष्ट कर देंगी। मेरी सरकार में, मैंने टैक्स और विनियमन में कटौती की थी अमेरिका के संसाधनों का ढंग से उपयोग किया और इतिहास की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का निर्माण किया। हम फिर से ऐसा ही करेंगे, पहले से कहीं अधिक बड़ा और बेहतर और हम अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे। साथ ही, सभी को दीपावली की शुभकामनाएं। मुझे उम्मीद है कि प्रकाश का यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत की ओर ले जाएगा।”

गौरतलब है कि दुनिया भर में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा बढ़ती जा रही है। यह कहना गलत नहीं होगा कि दुनिया का एक वर्ग हिंदूफोबिया से ग्रसित हो गया है। यह न केवल मुस्लिम बाहुल्य इलाकों या देशों तक ही नहीं बल्कि ईसाइयों की अधिकता वाले देशों में भी सामने आ रहा है। बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों में हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यकों के साथ जो हो रहा है वह किसी से छिपा नहीं है। लेकिन अमेरिका समेत पश्चिमी देशों में भी हिंदूफोबिया लगातार बढ़ता जा रहा है।

डोनाल्ड ट्रंप ने न केवल बांग्लादेश बल्कि अमेरिका समेत दुनिया भर में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ आवाज उठाकर यह बता दिया है कि अमेरिका में भी हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। आमतौर पर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा हिंदुओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। इसको लेकर सोशल मीडिया में कुछ पोस्ट्स तो दिखाई देती हैं, लेकिन फिर ऐसी आवाजों को दबा दिया जाता है।

बेहद दिलचस्प बात यह है कि पश्चिमी मीडिया तेजी से बढ़ रही हिंदू विरोधी मानसिकता का कभी जिक्र भी नहीं करता। लेकिन भारत को अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए इसका ज्ञान देने के लिए बड़े-बड़े लेख छापता हुआ दिख जाता है। बांग्लादेश में हाल ही में हिंदुओं के साथ जो हुआ उस पर किसी का मुह नहीं खुला था। यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन तो बांग्लादेश में अंतरिम सरकार चला रहे मोहम्मद यूनुस से गले मिलते देखे गए थे। इसकी खबर और फ़ोटो दुनियाभर के मीडिया में जमकर छाई हुई थी। लेकिन किसी ने भी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर सवाल पूछने की हिम्मत नहीं जुटाई थी।

चूंकि अब डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव से ऐन पहले हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर आवाज उठाई है। इससे यह तो स्पष्ट हो गया कि वह हिंदुओं को लेकर चिंतित हैं और उनकी सरकार में हिंदुओं के हितों का ध्यान रखा जाएगा। साथ ही वह भारतवंशी अमेरिकी विवेक रामास्वामी के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के खिलाफ बोलने वाले एकमात्र अमेरिकी नेता बन गए हैं। इसके अलावा ट्रंप ने पीएम मोदी को एक बार फिर अच्छा दोस्त बताकर यह भी जता दिया है कि सत्ता में उनकी वापसी के बाद भारत और अमेरिका के संबंध और भी अधिक अच्छे होने वाले हैं।

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