विचारधारा के भंवर में झूलते ओझा सर को ‘AAP’ का सहारा: ‘सेक्स’ की बातों से लादेन की तारीफ तक, जानिए कैसा रहा है उनका सफर

बीजेपी और कांग्रेस से भी चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांग चुके हैं अवध ओझा

'AAP' में शामिल हुए अवध ओझा

'AAP' में शामिल हुए अवध ओझा

यूपीएससी कोच, यूट्यूबर, शिक्षक और ‘राजनीतिक विश्लेषक’ अवध ओझा (Avadh Ojha) सोमवार (2 दिसंबर) को अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए हैं। ओझा सर के ‘आप’ (AAP) में शामिल होने के बाद उनके दर्जनों वीडियो सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रहे हैं किसी में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते नजर आ रहे हैं किसी में वे राहुल गांधी को बेहतर नेता बता रहे हैं। वहीं, कहीं पर अवध ओझा, मायावती की भी तारीफ करते दिख जाते हैं। इन सबके पीछे वजहें भी विशुद्ध राजनीतिक ही रही हैं। अब जिन शिक्षक के हाथ में छात्रों को जीवन संवारने की जिम्मेदारी है वो अपने मंच पर पढ़ाई से ज्यादा राजनैतिक विचार की बात करेंगे तो छात्रों पर क्या असर होगा ये सोचने वाली बात है।

अपने छात्रों को अक्सर ‘राजा’ बनाने का ज्ञान देने वाले ओझा सर की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं उनकी सोच पर विचारधारा चुनने से ज्यादा भारी पड़ रही हैं। अवध ओझा को लेकर अब उम्मीद की जा रही है कि वे दिल्ली विधानसभा में किसी ना किसी सीट पर ‘आप’ के उम्मीदवार के तौर पर नजर आएंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में पहले वे प्रयागराज की लोकसभा सीट पर बीजेपी से टिकट मांग रहे थे। जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने पाला बदल लिया और वे अमेठी सीट पर कांग्रेस से टिकट मांगने लगे। यानी स्पष्ट शब्दों में कहें तो वे चुनाव लड़ने के लिए किसी भी विचारधारा के साथ जाने को तैयार थे।

आज अवध ओझा ‘आप’ में शामिल हो गए हैं लेकिन उनका इतिहास ऐसा रहा है कि वे कई वीडियोज में अरविंद केजरीवाल का भी मजाक उड़ाते और उनकी आलोचना करते नजर आ चुके हैं। ‘आप’ बनने और उसकी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई पर अवध ओझा की टिप्पणियां वायरल हुई थीं। साथ ही, दिल्ली की शराब नीति और उससे ‘कमाई’ करने को लेकर केजरीवाल की आलोचना भी कर चुके हैं।

‘सेक्स की बातें करते हैं ओझा’

अवध ओझा पर अलग-अलग समय पर तमाम तरह के आरोप लगते हैं कभी उन पर हिंसा को बढ़ावा देने वाली विचारधारा को समर्थन करने के आरोप लगते रहे हैं तो कभी पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति करने के आरोप भी लगे हैं। उनकी एक पुरानी छात्रा ने तो उन पर पढ़ाई के दौरान सेक्स की बातें करने का भी आरोप लगा दिया था। यह वीडियो फिर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

छात्रा कहती हैं, “वो (अवध ओझा) एक नंबर के गुंडे हैं। ओझा सर कच्छे में क्लास में आते थे। जब मैंने कम्प्लेन की तो वो हंस के टाल देते हैं। उनका कोई ईमान नहीं है, वो सिर्फ प्रवचन देते हैं और सेक्स की बाते करते हैं।” छात्रा ने आगे कहा, “क्योंकि उनको पता है कि आज की जनता, आज के बच्चे यही सब सुनना चाहते हैं, उनको पढ़ाई से मतलब है नहीं। खास कर के जो दूर दराज के बच्चे हैं उन्हें आइडल बना देते हैं। वो बस दो ज्ञान की बाते बोलेंगे और एक पढ़ाई की। जो वो ज्ञान की बाते बोलेंगे वो वायरल हो जाती है।”

लादेन की तारीफ करने का आरोप

अवध ओझा ना सिर्फ हिंसा से जुड़ी चीजों का महिमा मंडन करते हैं बल्कि उन पर आतंकी ओसामा बिन लादेन की तरफदारी करने के भी आरोप हैं। अवध ओझा का एक अन्य वायरल वीडियो में कह रहे हैं, “ओसामा बिन लादेन, उसको पता था मुझे किससे लड़ना है। मार दिया अमेरिका को, ट्विन टावर पर। पूरी दुनिया जानने लगी लादेन को। क्या फर्क पड़ता है। अमेरिका के घर में घुसकर उसको तमाचा मारना, यह उपलब्धि तो है। उसने एक बार ही मारा। इसे कहते हैं सपना।” हालांकि, उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई दी थी और इस घटना को पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित करने वाला बताया था।

कौन हैं ओझा और कितनी हैं उनकी संपत्ति?

छात्रों के बीच ओझा सर के नाम से मशहूर एजुकेटर अवध प्रताप ओझा का जन्म जुलाई 1984 को उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुआ था। उनके पिता पोस्टमास्टर और मां वकील थीं। स्कूली जीवन में बेहद शरारती रहे ओझा सर ने शुरुआती पढ़ाई गोंडा और फातिमा इंटर स्कूल गए से की है। अवध ओझा ने दिल्ली में UPSC की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत की लेकिन वे यूपीएससी मेंस में क्वालिफाई नहीं कर पाए थे।

इसके बाद उन्होंने पढ़ाई करने की जगह बच्चों को पढ़ाने की ठान ली और शिक्षक बनने में जुट गए। शुरुआत में उनकी शैली छात्रों को पसंद नहीं आई थी लेकिन वक्त के साथ उन्होंने इसमें सुधार किया। धीरे-धीरे उनके पढ़ाने की अनूठी विद्यार्थियों को रास आने लगी और लोकप्रियता बढ़ती गई। कोविड-19 में दौर में जब ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत हुई तो शिक्षा के क्षेत्र में उनका कद और बढ़ गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अवध ओझा की नेटवर्थ करीब 11 करोड़ रुपये है।

राजनीतिक क्षेत्र में अवध ओझा के इस कदम के बाद सोशल मीडिया पर भी उनके मीम्स जमकर वायरल हो रहे हैं। अवध ओझा की राजनीतिक अस्थिरता को लेकर जो सवाल हैं उनके जवाब आने वाले वक्त में मिलेंगे लेकिन उनका इतिहास उनके हक में नहीं है।

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