अन्नामलाई ने खुद पर ही बरसाए कोड़े; पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज फिर अन्ना यूनिवर्सिटी के आरोपितों से हमदर्दी को लेकर इंडी गठबंधन पर उठ रहे सवाल

नंगे बदन घर के बाहर निकले, खुद को मारे कोड़े

तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने अन्ना विश्वविद्यालय में कथित यौन उत्पीड़न मामले में न्याय की मांग को लेकर विरोध स्वरूप खुद को कोड़ा मारा

तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने अन्ना विश्वविद्यालय में कथित यौन उत्पीड़न मामले में न्याय की मांग को लेकर विरोध स्वरूप खुद को कोड़ा मारा

9 अगस्त को पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज से सामने आए वीभत्स दुष्कर्म और हत्या के मामले ने देश को झकझोर कर रख दिया था। इस घटना में ममता सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठे थे। अब ऐसा ही एक भयावह मामला तमिलनाडु से सामने आया है, जहाँ  कथित तौर पर बताया जा रहा कि दुष्कर्मी ने पीड़िता का इंटिमेट वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और फिर हैवानियत का शिकार बनाया।यह बेहद चिंता का विषय है कि इस बार भीप्रारंभिक जांच में भी राज्य मशीनरी ने इस गंभीर मामले को लचर और उदासीन तरीके से संभाला है। इस मामले ने न केवल जनता को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी हड़कंप मचा दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना को लेकर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) सरकार पर सख्त रुख अपनाते हुए पीड़िता को न्याय दिलाने की पुरजोर मांग की है। तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने इस मुद्दे को लेकर एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। शुक्रवार को उन्होंने अपने घर के बाहर खुद को छह कोड़े मारे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

इससे पहले, गुरुवार को अन्नामलाई ने ऐलान किया था कि जब तक डीएमके सरकार सत्ता में है, वे सैंडल नहीं पहनेंगे और नंगे पैर चलेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि 27 दिसंबर को सुबह 10 बजे अपने घर के बाहर खुद को छह बार कोड़े मारेंगे ताकि लोगों का ध्यान अन्ना विश्वविद्यालय की छात्रा के यौन उत्पीड़न की घटना की ओर खींचा जा सके।

48 दिन का उपवास और खुद पर कोड़ों की मार: अन्नामलाई का अनोखा विरोध प्रदर्शन

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में अन्ना यूनिवर्सिटी परिसर में एक छात्रा के साथ बलात्कार की वीभत्स घटना ने राज्य सरकार की मशीनरी और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने इस मामले में 37 वर्षीय आरोपित ज्ञानशेखरन को गिरफ्तार किया है, जो सड़क किनारे बिरयानी बेचता था।

घटना तब हुई जब पीड़िता और उसका मित्र चर्च में प्रार्थना के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस लौट रहे थे। दोनों को सुनसान जगह पर रोककर दो हमलावरों ने छात्र के साथ मारपीट की और छात्रा को पास की झाड़ियों में खींचकर दुष्कर्म किया। शिकायत दर्ज होने के बाद दोनों पीड़ितों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।

यह घटना राज्य सरकार की लचर सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक विफलता को उजागर करती है। विपक्षी दलों ने डीएमके सरकार पर जमकर हमला बोला है। AIADMK महासचिव पलानीस्वामी ने शिक्षण संस्थानों में सुरक्षा के अभाव को लेकर सवाल उठाए, वहीं तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने मुख्यमंत्री स्टालिन की अगुवाई वाली सरकार को आड़े हाथों लिया।

अन्नामलाई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएमके सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “मैं 48 दिनों का उपवास करूंगा और छह भुजाओं वाले भगवान मुरुगन से प्रार्थना करूंगा। जब तक डीएमके सत्ता से नहीं हटती, मैं चप्पल नहीं पहनूंगा। इस अन्याय का अंत होना चाहिए।”

 

आरोपितों से कैसी हमदर्दी

तमिलनाडु के अन्ना यूनिवर्सिटी और पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटनाओं में प्रारंभिक जांच के दौरान राज्य सरकारों की लापरवाही की ख़बरें सामने आयीं हैं। शुरुआती जांच में यह पाया गया कि दोनों घटनाओं में सीसीटीवी कैमरे सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे, जिससे आरोपितों को पहचानने और पकड़ने में मुश्किलें हुईं।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों ही घटनाएँ उन राज्यों में हुईं जहाँ इंडिया गठबंधन की सरकारें हैं, जिसको लेकर गठबंधन पर सवाल उठ रहे हैं. जहाँ प्रारम्भिक जांच के दौरान पश्चिम बंगाल की घटना में मशीनरी से जुड़े व्यक्ति को बचाने की कोशिशें दिखीं, तो तमिलनाडु में डीएमके सरकार ने शिक्षण संस्थानों की सुरक्षा पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

 

Exit mobile version