बागेश्वर धाम में वैवाहिक बंधन में बंधेंगे 251 जोड़े, आटा चक्की और सिलाई मशीन देकर नई-नवेली दुल्हनों को सशक्त बनाएंगे धीरेन्द्र शास्त्री

विवाह के साथ ही लड़कियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा बागेश्वर धाम

बागेश्वर धाम कन्या विवाह

बागेश्वर धाम में वैवाहिक बंधन में बंधेंगे 251 जोड़े

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित गढ़ा गांव में आर्थिक रूप से कमजोर 251 लड़कियों के विवाह की तैयारी चल रही है। तारीख तय हुई है 26 फरवरी 2025, पूरे कार्यक्रम के कर्ता-धर्ता हैं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री। बागेश्वर धाम में बीते 5 वर्षों से महाशिवरात्रि पर आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों का ‘सामूहिक कन्या विवाह’ कराया जा रहा है।

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री न केवल लड़कियों का विवाह कराते हैं बल्कि घर-गृहस्थी का पूरा सामान भी देते हैं। यह सिलसिला साल 2020 से लगातार चला आ रहा है। इसकी तैयारियां महीनों पहले से शुरू हो जाती हैं। धीरेन्द्र शास्त्री अपनी तमाम कथाओं और कार्यक्रमों को छोड़कर ‘सामूहिक कन्या विवाह’ की तैयारियां पूरी कराने में जुटे रहते हैं। धाम से जुड़े सेवादार भी इसके लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाकर पूरी मेहनत के साथ काम करते नजर आते हैं।

कैसे शुरू होती है तैयारी:

बागेश्वर धाम में आयोजित होने वाले ‘सामूहिक कन्या विवाह’ के लिए लड़कियों या उनके परिजनों को बागेश्वर धाम में स्थित कार्यालय में रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसमें नाम, पता और मोबाइल नंबर व आर्थिक स्थिति समेत कुछ सामान्य जानकारी देनी होती है। इस विवाह के लिए हजारों में रजिस्ट्रेशन होते हैं, ऐसे में बागेश्वर धाम कार्यालय द्वारा वेरीफिकेशन किया जाता है।

इसके बाद आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों का चुनाव कर उनके चयन यानी सलेक्शन की जानकारी दे दी जाती है। बता दें कि लड़कियों के विवाह के लिए वर (लड़के) का चुनाव करने में बागेश्वर धाम की ओर से सहयोग नहीं किया जाता।

विवाह हेतु धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा लड़कियों के लहंगे और लड़कों की शेरवानी की व्यवस्था की जाती है। धाम में सभी जोड़ों के लिए अलग-अलग पंडाल या विवाह मंडप बनाए जाते हैं। हर पंडाल का अलग नंबर होता है, जो कि वर-वधु के परिजनों को पहले ही बता दिया जाता है।

सभी वर-वधुओं के विवाह मंडप में पहुंचने के बाद मंत्रोच्चार के साथ विवाह संपन्न कराया जाता है। इस दौरान धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लड़कियों के पिता की भूमिका में होते हैं और स्वयं ही कन्यादान करते हैं।

लड़कियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा बागेश्वर धाम

विवाहित जोड़ों को बागेश्वर धाम सेवा समिति की ओर से गृहस्थी की पूरी सामग्री दी जाती है। इसमें टीवी, फ्रिज, कूलर, बेड, कूलर, सोफा, अलमारी, गैस सिलेंडर, चूल्हा, बर्तन, साड़ी, सोने-चाँदी के आभूषण, बाइक सहित 70 से अधिक सामग्री उपहार में शामिल होती है।

हालांकि इस बार बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने लड़कियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए सिलाई मशीन और आटा चक्की देने का ऐलान किया है। इस कार्यक्रम में भारत समेत अन्य देशों से भी साधु-संत व श्रद्धालु बागेश्वर धाम पहुंचते हैं।

बागेश्वर धाम में साल 2020 में शुरू हुए ‘सामूहिक कन्या विवाह’ में 51 लड़कियों का विवाह हुआ था। इसके बाद साल 2021 में यह संख्या 101 थी। धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती रही और फिर साल 2024 में बढ़कर 151 थी और अब साल 2025 में यह संख्या 251 तक पहुंच गई है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि वह इस संख्या को बढ़ाकर 1111 तक ले जाना चाहते हैं।

बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री जातियों में बंटे हिंदुओं को एक करने के प्रयास में भी जुटे हुए हैं। इसके लिए हाल ही में उन्होंने 160 किलो मीटर की ‘सनातन हिंदू एकता यात्रा‘ के नाम से पैदल यात्रा की थी। इस दौरान देश के कई हिस्सों से सेलिब्रिटी भी इस यात्रा में शामिल हुए थे।

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