1882 के कुंभ में खर्च हुए थे 20 हजार, इस बार 7 हजार करोड़ का बजट, विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के लिए तैयार योगी सरकार

144 साल में 32 लाख गुना बढ़ गया कुंभ का बजट

महा कुंभ

अर्ध कुंभ के दौरान साधुओं का जत्था (फोटो साभार: DH)

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। 13 जनवरी, 2025 से शुरू हो रहा यह आयोजन 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा। इस दौरान दुनियाभर से करोड़ों लोग कुंभ नगरी प्रयागराज आएंगे। इस दिव्य आयोजन को भव्य बनाने तथा श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार तैयारी पूरी करने में जुटी हुई हैं। इस महा कुंभ के लिए अनुमानित बजट 7000 करोड़ रुपए रखा गया है। वहीं, 142 साल पहले यानी 1882 में आयोजित कुंभ के बजट को देखें तो तब, मात्र 20 हजार रुपए खर्च हुए थे। इस महा कुंभ से जुड़ी दिलचस्प बात यह भी है कि इस बार 5 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनेंगे।

दरअसल, कुंभ में हुए खर्चों को लेकर टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट में सामने आया है कि 1882 के महा कुंभ के दौरान अमावस्या में आयोजित शाही स्नान में 8 लाख श्रद्धालु शामिल हुए थे। उस समय भारत की जनसंख्या 22 करोड़ थी। साथ ही उस साल कुंभ में 20288 रुपए खर्च हुए थे।

इसके बाद, साल 1894 में आयोजित महा कुंभ में करीब 10 लाख लोग शामिल हुए थे। वहीं इस आयोजन पर 69427 रुपए खर्च हुए थे। इसके बाद, साल 1906 में आयोजित महा कुंभ में 25 लाख लोग शामिल हुए थे, साथ ही तब खर्च 90000 रुपए था।

इसका सीधा मतलब यह है कि देश की आबादी के साथ ही महा कुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और इसके आयोजन में लगने वाला बजट भी बढ़ता जा रहा था। साल 2019 में प्रयागराज में आयोजित अर्ध कुंभ का बजट 4200 करोड़ रुपए था। वहीं, अब महा कुंभ 2025 का बजट 2019 के अर्ध कुंभ से करीब 78% अधिक यानी 7000 करोड़ रुपए रखा गया है। वहीं यदि, 1882 के बजट से तुलना करें तो इस महा कुंभ का बजट 32 लाख गुना (3249900%) बढ़ गया है।

महा कुंभ में बनेंगे 5 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयास के चलते भव्य हो चुके कुंभ को साल 2019 में यूनेस्को ने ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ की सूची में शामिल किया था। वहीं, महा कुंभ 2025 को भी ऐतिहासिक बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में इस महा कुंभ में 5 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनेंगे।

अव्वल तो यह कि इस महा कुंभ में श्रद्धालुओं के जुटने का नया रिकॉर्ड बनना तय माना जा रहा है। इसके अलावा, ‘नेत्र कुंभ’ के जरिए भी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा। दरअसल, यह पहला अवसर होगा जब किसी आयोजन में एक साथ 5 लाख लोगों की आंखों की जांच यानी आई टेस्ट किए जाएंगे। इतना ही नहीं इस बार तीन लाख चश्मे वितरित करने का भी लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए करीब 10 एकड़ क्षेत्र में स्थापित नेत्र कुंभ 2025 का शुभारंभ 5 जनवरी को किया जाएगा।

इसके अलावा महा कुंभ 2025 के दौरान सबसे बड़ा सिंक्रोनाइज्ड सफाई अभियान भी चलाया जाएगा। इस दौरान 15000 से अधिक सफाई कर्मचारी एक साथ मिलकर 10 किलो मीटर के क्षेत्र को साफ करेंगे। इसके जरिए न केवल स्वच्छता का संदेश दिया जाएगा बल्कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया जाएगा।

महाकुंभ 2025 में इस बार 1000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric vehicles) की एक साथ परेड निकाली जाएगी। यह परेड पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती हुई एक नई विश्व रिकॉर्ड (Genius World Record) बनाएगी। तीसरा वर्ल्ड रिकॉर्ड हाथ की पेंटिंग का होगा। महा कुंभ (Maha Kumbh 2025) में एक विशाल कैनवास पर 10 हजार लोग एक साथ मिलकर एक विशाल चित्र बनाएंगे। इस हैंड प्रिन्ट्स के जरिए भी विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा।

इतना ही नहीं महाकुंभ 2025 में 300 लोग संगम नगरी में गंगा नदी की सफाई के लिए अभियान चलाएंगे। कई स्थानों पर एक साथ चलने वाले इस अभियान को भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया जाएगा। ( Maha Kumbh Mela 2025 Kumbh Mela 2025 Kumbh 2025 Prayag Kumbh 2025 )

 

 

 

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