बुधवार (11 दिसंबर 2024) की रात विदेशी फंडिंग के मामले में NIA की टीम द्वारा झांसी(Jhansi) से ऑनलाइन मदरसा संचालक मुफ्ती खालिद नदवी के घर दबिश की गई। एनआईए टीम द्वारा आरोपित की पूछताछ की ही जा रही थी की तभी मस्जिद के माइक से हुई अनाउंसमेंट सुनकर मुफ़्ती के घर के बाहर भीड़ इकट्ठी हो गई। एकत्रित हुई भीड़ ने हंगामा कर मुफ़्ती को छुड़ा लिया।
यह है पूरा मामला
झांसी(Jhansi) के शहर कोतवाली क्षेत्र के मुकरयाना मोहल्ले में नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम ने बुधवार देर रात विदेशी फंडिंग से जुड़े मामले में एक ऑनलाइन मदरसे के मौलवी के घर छापा मारा। छापेमारी की खबर फैलते ही मुस्लिमों के प्रभाव वाले मुकरयाना मोहल्ले में आक्रोश फैल गया। NIA की टीम द्वारा पूरी रात मुफ्ती खालिद नदवी से पूछताछ की गई।
करीब आठ घंटे तक चली पूछताछ के बाद, गुरुवार सुबह जब NIA टीम मौलवी मुफ्ती खालिद नदवी को अपने साथ ले जाने लगी तभी मस्जिद से ऐलान के बाद सैकड़ों की संख्या में भीड़ इकट्ठा कर ली गई। देखते ही देखते सैकड़ों महिलाएं और पुरुष वहां जुट गए और उन्होंने पुलिस और NIA की गाड़ियों को रोक लिया। उग्र हुई भीड़ ने मुफ्ती खालिद नदवी को जबरन छुड़ा लिया।
दीन की तालीम देने वाले मुफ़्ती का विदेशी कन्सेशन
मुफ्ती खालिद नदवी अलीगोल इलाके की सुपर कॉलोनी में ऑनलाइन दीनी शिक्षा प्रदान करता है। एनआईए टीम ने विदेशी फंडिंग के संदेह में बुधवार रात करीब ढाई बजे उनके घर छापा मारा। एनआईए को शक है कि ऑनलाइन मदरसा संचालन के दौरान मुफ्ती खालिद नदवी ने विदेशों से फंडिंग प्राप्त की। पूछताछ के बाद जब एनआईए ने मुफ्ती खालिद को हिरासत में लिया, तो हालात तनावपूर्ण हो गए और हंगामा खड़ा हो गया। गौरतलब है कि इस्लामिक भीड़ द्वारा आरोपितों को पुलिस या जांच एजेंसियों से छुड़ाने के ऐसे मामले पहले भी सामने आते रहे हैं।