रविवार (15 दिसंबर, 2024) को बेंगलुरु के इंजीनियर अतुल सुभाष(Atul Subhash) सुसाइड केस में पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के साथ-साथ सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को भी गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, अतुल के बेटे का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। इस स्थिति में अतुल के भाई विकास मोदी ने अपने भतीजे को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है।
अतुल सुभाष के बेटे का क्या हुआ है?
बेंगलुरु के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या(Atul Subhash Suicide Case) के मामले में पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास और साले को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, इस केस में अब एक नया सवाल खड़ा हो गया है—अतुल सुभाष के बेटे का क्या हुआ है?
अतुल के भाई विकास मोदी ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा, “हम जानना चाहते हैं कि मेरा भतीजा, यानी अतुल सुभाष का बेटा, किस स्थिति में है। उसे सार्वजनिक किया जाए, और यदि संभव हो, तो हमें सौंप दिया जाए। हम उसकी देखभाल के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
इस बीच, यह भी सामने आया है कि अतुल सुभाष के लैपटॉप से कई महत्वपूर्ण फोल्डर गायब हैं, जिनमें सुसाइड नोट से जुड़ी फाइलें और वीडियो खासतौर पर शामिल हैं। विकास मोदी ने कहा कि निकिता की गिरफ्तारी के बाद भी कई सवाल अनसुलझे हैं। उन्होंने कहा, “सबसे बड़ा सवाल यह है कि अतुल का बेटा कहाँ है। निकिता की हालिया तस्वीरों में हमारा भतीजा कहीं नजर नहीं आ रहा। हम जानना चाहते हैं कि वह सुरक्षित है या नहीं।” बता दें कि इस मामले में बेटे की गुमशुदगी और गायब डिजिटल दस्तावेजों ने नए संदेहों को जन्म दिया है, जिससे पीड़ित परिवार और भी ज्यादा परेशान है।
पीएम मोदी समेत कई बड़े नेताओं से लगाई न्याय की गुहार
बेटे की आत्महत्या के बाद अतुल के पिता, पवन कुमार मोदी, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi), उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath), बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(CM Nitish Kumar) और अन्य नेताओं से भावुक अपील की है कि उनके पोते को सुरक्षित उनके पास लाया जाए। उन्होंने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “हमें नहीं पता कि हमारा पोता जिंदा है या उसे कोई नुकसान पहुंचाया गया है। उसके बारे में हमारी कोई खबर नहीं है। एक दादा के लिए उसका पोता, उसके बेटे से भी ज्यादा अहमियत रखता है।”
पवन कुमार ने यह भी खुलासा किया कि निकिता ने उनके खिलाफ पोते के नाम पर एक और मामला दर्ज करा दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वे अपने पोते की परवरिश स्वयं करना चाहते हैं, ताकि उसे एक सुरक्षित, खुशहाल और बेहतर जीवन मिल सके।